अटॉर्नी जनरल सेशन्स ने मांगा 46 अधिवक्ताओं का इस्तीफा

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Mar 11, 2017

वाशिंगटन। अमेरिकी अटॉर्नी जनरल (महाधिवक्ता) जेफ सेशन्स ने उन 46 अधिवक्ताओं (अटॉर्नीज़) के इस्तीफे मांगे हैं, जिनकी नियुक्ति राष्ट्रपति बराक ओबामा प्रशासन के दौरान की गई थी। यह जानकारी न्याय मंत्रालय ने दी है। मंत्रालय ने इस कदम को ‘समरूप सत्तांतरण’ सुनिश्चित करने का प्रयास बताया है। जिन लोगों से इस्तीफा देने के लिए कहा गया है, उनमें सदर्न डिस्ट्रिक्ट ऑफ न्यूयार्क के अटॉर्नी जनरल और भारतीय मूल के अमेरिकी प्रीत भरारा शामिल हैं। उनकी नियुक्ति पूर्व राष्ट्रपति ओबामा ने वर्ष 2009 में की थी।

 

भरारा ने नवंबर में ट्रंप की चुनावी जीत के बाद उनसे मुलाकात की थी। इस मुलाकात के बाद मीडिया में आई खबरों में कहा गया कि ट्रंप ने भरारा को उनके पद पर बने रहने को कहा है। भरारा से जुड़े सवालों का जवाब न तो व्हाइट हाउस ने दिया और न ही न्याय मंत्रालय ने। न्याय मंत्रालय की प्रवक्ता सारा इस्गर फ्लोर्स ने शुक्रवार को कहा कि अमेरिका में कुल मिलाकर 93 अधिवक्ता हैं। इनमें से कई तो पहले ही अपने पद छोड़ चुके हैं। लेकिन ट्रंप प्रशासन के शुरूआती हफ्तों में पद पर बने रहे 46 अधिवक्ताओं से ‘एक समरूप सत्तांतरण सुनिश्चित करने के क्रम में’ इस्तीफा देने को कहा गया है। फ्लोर्स ने एक बयान में कहा कि जॉर्ज डब्ल्यू बुश और बिल क्लिंटन प्रशासन ने भी अपने कार्यकाल की शुरूआत में ऐसे ही अनुरोध किए थे।

 

न्यूयार्क के सीनेटर चार्ल्स शूमर ने कहा कि वह अमेरिकी अधिवक्ताओं से, खासतौर पर भरारा से, इस्तीफे के लिए किए गए अनुरोधों की खबरों को सुनकर ‘व्यथित’ हैं। उन्होंने कहा, ‘‘राष्ट्रपति ने मुझे नवंबर में फोन किया था और आश्वासन दिया था कि वह चाहते हैं कि भरारा सदर्न डिस्ट्रिक्ट के लिए अमेरिकी अटॉर्नी पद पर बने रहें।’’

 

शूमर ने कहा, ‘‘इन पदों पर किसी के नाम का नामांकन या पुष्टि होने से पहले ही हर शेष अमेरिकी अटॉर्नी से उनके इस्तीफे की मांग करके राष्ट्रपति चल रहे मामलों और जांच में दखल दे रहे हैं, न्याय की व्यवस्था को अवरूद्ध कर रहे हैं।’’ न्याय मंत्रालय ने कहा, ‘‘जब तक नए अमेरिकी अटॉर्नीज के नामों को मंजूरी मिलती है, तब तक अमेरिकी अटॉर्नी कार्यालयों में समर्पित अभियोजक जांच, अभियोजन का और सबसे ज्यादा हिंसक अपराधियों को रोकने का काम करना जारी रखेंगे।’’ सीनेट की न्यायिक समिति की रैंकिंग सदस्य सीनेटर डियाने फीनस्टीन ने कहा कि वह यह सुनकर हैरान हैं कि ट्रंप और सेशन्स ने शेष सभी 46 अधिवक्ताओं को अचानक निकाल दिया है। उन्होंने कहा, ‘‘पिछले प्रशासनों के तहत व्यवस्थापूर्ण तरीके से किए गए सत्तांतरण ने अमेरिकी अधिवक्ताओं को उनका स्थान लेने वाले लोग चुन लिए जाने पर अपने पद धीरे-धीरे छोड़ने का मौका दिया। यह हमारे अभियोजकों की स्वतंत्रता की सुरक्षा के लिए और चल रहे संघीय मामलों में खलल पैदा करने से बचने के लिए किया गया।’’

 

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