हिंसा फैलाने की कोशिश! US राष्ट्रपति की हाथ-पैर बंधी तस्वीर को लेकर क्यों तेज हुई सियासत

By अभिनय आकाश | Apr 01, 2024

दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत में चुनाव चरम पर है। लेकिन दुनिया के सबसे शक्तिशाली देश अमेरिका में भी बड़े-बड़े नेताओं के बीच आर-पार की लड़ाई ऐसी छिड़ी है कि मर्यादाएं तार-तार हो रही है। वैसे तो ट्रंप और बाइडेन की लास्ट फाइट साल के आखिर में होनी है। लेकिन अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और मौजूदा राष्ट्रपति जो बाइडेन के बीच जुबानी जंग धारदार होती जा रही है। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक पोस्ट किया है जिससे अमेरिका में नया हंगामा खड़ा हो गया है। राष्ट्रपति बाइडेन के समर्थक अब खुलकर ट्रंप के विरोध में आ गए हैं। वे किसी भी हाल में ट्रंप को सत्ता की कुर्सी पर फिर से काबिज नहीं होने देना चाहते हैं। वहीं ट्रंप फिर से सुपरपावर देश की कमान अपने हाथ में लेने की कोशिश में जुटे हैं। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सोशल मीडिया पोस्ट ने बाइडेन के साथ अमेरिकी चुनाव के सियासी संग्राम को और बड़ा कर दिया है। 

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डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया है जिसमें ट्रंप पर बंधे हुए राष्ट्रपति जो बाइडेन की तस्वीर दिख रही है। जैसे ही ट्रंप ने पोस्ट किया तो बाइडेन के सोशल मीडिया ग्रुप ने भी उनपर जमकर हमला बोल दिया। आपको बता दें कि ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया हैंडल ट्रूथ पर वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा कि ये वीडियो गुरुवार को लॉन्ग आइलैंड न्यूयार्क में लिया गया था। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे ट्रंप के पोस्ट पर बाइडेन समर्थकों का गुस्सा सातवें आसमान पर है। बाइडेन के प्रचार अभियान के प्रमुख माइकल टायलर ने करारा जवाब देते हुए कहा कि ट्रंप लगातार राजनीतिक हिंसा को भड़का रहे हैं। अब समय आ गया है कि लोग उन्हें गंभीरता से न लें। कैपिटल पुलिस के अधिकारी पूछें कि 6 जनवरी को हुई हिंसा के पीछे किसका हाथ था। 

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अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन को 31 मार्च को ‘ट्रांसजेंडर डे ऑफ विजिबिलिटी’ घोषित करने के कारण पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की चुनाव प्रचार अभियान टीम और धार्मिक रूढ़िवादियों की आलोचना का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि इसी दिन ‘ईस्टर संडे’ भी है। डेमोक्रेटिक पार्टी से ताल्लुक रखने वाले राष्ट्रपति ने शुक्रवार को यह घोषणा करते हुए कहा, “सभी अमेरिकियों को हमारे देश में ट्रांसजेंडर लोगों के जीवन को सुधारने, उनकी आवाज को उठाने और लैगिंग पहचान के आधार पर हिंसा एवं भेदभाव को खत्म करने की दिशा में हमारे साथ मिलकर काम करना चाहिए।’’ इस साल 31 मार्च को ईस्टर भी पड़ रहा है, जो ईसाई समुदाय के सबसे पवित्र त्यौहारों में से एक है। 

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