By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Mar 23, 2020
हांगकांग। दुनिया भर में बड़े पैमाने पर आर्थिक प्रोत्साहन देने की खबरों के बावजूद एशियाई बाजार सोमवार को कोरोना वायरस महामारी की दहशत से उबर नहीं सके। अमेरिका में खरबों डॉलर के आपातकालीन राहत पैकेज को सासंदों की मंजूरी नहीं मिलने से बाजार में नकारात्मक घारणा को बल मिला।
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कोरोना वायरस से दुनिया भर में मौत का आंकड़ा 14,400 से अधिक हो गया है और करीब एक अरब लोग अपने घरों में कैद हैं। आवश्यक सेवाओं को छोड़कर सभी व्यवसाय बंद हैं और भारी मंदी की आशंका गहरा रही है। न्यूजीलैंड में चार सप्ताह के लिए बंदी की घोषणा से वहां वेलिंगटन बाजार के सूचकांक में 7.6 प्रतिशत का नुकसान हुआ।हांगकांग का हैंग सेंग सूचकांक 4.9 फीसदी, आस्ट्रेलिया का सिडनी 5.6 फीसदी, शंघाई 3.1 फीसदी और ताइवान 3.7 फीसदी गिरा।
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सिंगापुर में 7.5 फीसदी, जकार्ता में 3.8 फीसदी और सियोल में 5.5 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। हालांकि, डॉलर के मुकाबले येन के सस्ता होने से टोक्यो में दो प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई। अर्थशास्त्री और विश्लेषक अब इस बात को लेकर चिंतित हैं कि वैश्विक अर्थव्यवस्था पर महामारी का गहरा प्रभाव हो सकता है और सामाजिक संतुलन के उपायों और बंदी के कारण कई उद्योगों को गंभीर नुकसान हो रहा है। ब्लूमबर्ग न्यूज के मुताबिक गोल्डमैन सॉक्स, मॉर्गन स्टेनली और जेपी मॉर्गन चेस ने अमेरिकी की जीडीपी में गिरावट का अनुमान जताया है।