By अनन्या मिश्रा | Oct 13, 2024
हिंदी सिनेमा के फेमस और दिग्गज अभिनेता अशोक कुमार का आज ही के दिन यानी की 13 अक्तूबर को जन्म हुआ था। आज भले ही वह हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन अशोक कुमार अपनी बेहतरीन अदाकारी आज भी लोगों के जहन में जिंदा है। बता दें कि 40-50 के दशक में अभिनेता अशोक कुमार ने अपने अभिनय से लोगों का दिल जीत लिया था। वह इंडस्ट्री में 'दादा मुनि' नाम से फेमस थे। तो आइए जानते हैं उनकी बर्थ एनिवर्सरी के मौके पर अभिनेता अशोक कुमार के जीवन से जुड़ी कुछ रोचक बातों के बारे में...
जन्म और परिवार
बिहार के भागलपुर में 13 अक्तूबर 1911 में अशोक कुमार का जन्म हुआ था। अशोक कुमार का असली नाम कुमुदलाल गांगुली था। लेकिन जब उन्होंने बड़े पर्दे पर एंट्री की तो उनका नाम अशोक कुमार पड़ गया था और वह इंडस्ट्री के पहले सुपरस्टार कहे जाने लगे।
इंडस्ट्री के पहले सुपरस्टार
अशोक कुमार ने अपने करियर में करीब 300 से ज्यादा फिल्मों में काम किया है। उन्होंने फिल्म 'किस्मत' में एंटी हीरो का रोल किया था। जिसे कोलकाता के सिनेमा हॉल में लगातार 196 हफ्ते तक चलाए जाने का रिकॉर्ड था। बाम्बे टॉकीज की फिल्म 'जीवन नैया' से अशोक कुमार ने साल 1936 में बड़े पर्दे पर कदम रखा। इस फिल्म में अभिनेता के अभिनय को काफी ज्यादा सराहा गया था।
फिल्मी कॅरियर
साल 1994 में अशोक कुमार न्यू थिएटर में बतौर लैब असिस्टेंट के तौर पर काम कर रहे थे। जिसके बाद उनके बहनोई ने उन्हें अपने पास बुला लिया। फिर साल 1936 में बॉम्बे टॉकीज की फिल्म 'जीवन नैया' बनाने के दौराम मुख्य अभिनेता बीमार पड़ गए। इसी दौरान बॉम्बे टॉकीज के मालिक हिमांशु राय की नजर अशोक कुमार पर पड़ी। तब हिमांशू ने अशोक से फिल्म में काम करने की गुजारिश की और इस तरह से उन्हें अपना पहला ब्रेक मिला। फिर अशोक कुमार ने 'बंधन', 'झूला' और 'कंगन' जैसी कई फिल्मों में काम किया। अशोक कुमार बॉलीवुड इंडस्ट्री के पहले सुपरस्टार बन गए। वहीं उन्होंने दूरदर्शन के कई सीरियल में काम कर घर-घर में अपनी पहचान बनाई थी।
सिंगर किशोर कुमार, अशोक कुमार के बड़े भाई थे। अशोक कुमार ने अपने छोटे भाई की वजह से अपना बर्थडे मनाना भी छोड़ दिया था। दरअसल अशोक कुमार के 76वें जन्मदिन के दिन उनके छोटे भाई किशोर कुमार का निधन हो गया था। इसलिए अशोक कुमार ने अपना जन्मदिन मनाना छोड़ दिया था। अभिनेता अशोक कुमार अभिनय के अलावा पेंटिंग और होमियोपैथी की प्रैक्टिस भी किया करते थे।
मृत्यु
बता दें कि अभिनेता को कई अवॉर्ड से सम्मानित किया जा चुका है। साल 1968 में आई फिल्म 'आशीर्वाद' के लिए अशोक कुमार को सर्वश्रेष्ण अभिनेता का राष्ट्रीय पुरस्कार मिला था। साल 1988 में उनको दादा साहब फाल्के और साल 1998 में अभिनेता को पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। वहीं 10 सितंबर 2001 को अशोक कुमार ने इस दुनिया को हमेशा के लिए अलविदा कह दिया था।