By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Oct 17, 2022
गहलोत ने कहा, ‘‘मैं उनका बुरा नहीं मानता हूं क्योंकि उनके साथ जो अन्याय कर रही है भाजपा, वो भी तो सबके सामने है। एक पूर्व मुख्यमंत्री के साथ में आप व्यवहार भी ठीक नहीं करो, बातचीत भी नहीं करो, मिलने का मौका नहीं दो, ये तो हमारी पार्टी में कभी नहीं हुआ।’’ मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘हम भी पूर्व मुख्यमंत्री रहे हैं, पूरा सम्मान मिला हमें पार्टी के अंदर, हमें पूर्व मुख्यमंत्री होते हुए भी गुजरात का प्रभारी बनाया गया, कांग्रेस का महामंत्री बनाया गया, संगठन महामंत्री बनाया गया, तो क्या पद से हटने के बाद आप इस प्रकार से आप व्यवहार करोगे तो फिर वो क्या करेंगी। वो भी कुछ करेंगी।’’
उल्लेखनीय है कि राजस्थान में भाजपा की राज्य इकाई भी गुटबाजी का सामना कर रही है। दो बार मुख्यमंत्री रहीं राजे ने हाल के दिनों में राज्य में कई इलाकों में दौरों के माध्यम से अपनी राजनीतिक ताकत दिखाई। राजे हाल ही में, वह बीकानेर दौरे पर थीं और उन्होंने एक जनसभा को संबोधित किया जिसमें भाजपा के बागी और पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी द्वारा लोग जुटाए गए। भाटी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में अर्जुन राम मेघवाल को दूसरी बार टिकट दिए जाने के आलाकमान के फैसले के खिलाफ भाजपा छोड़ दी थी। राजे की बैठक से पहले भाटी ने घोषणा की थी कि वह पार्टी में वापसी करेंगे, हालांकि उनकी वापसी नहीं हो पाई।