UN की वोटिंग से भारत के परहेज पर बोले असदुद्दीन ओवैसी, मुद्दा मानवीय है, राजनीतिक नहीं

By अभिनय आकाश | Oct 28, 2023

एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने शनिवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा में भारत के कदम की आलोचना की है। भारत इजरायल-हमास संघर्ष पर एक प्रस्ताव को लेकर वोटिंग के दौरान अनुपस्थित रहा था। ओवैसी ने कहा कि मुद्दा मानवीय है, राजनीतिक नहीं। भारत ने 'नागरिकों की सुरक्षा और कानूनी और मानवीय दायित्वों को कायम रखने' शीर्षक वाले जॉर्डन-मसौदा प्रस्ताव का समर्थन नहीं किया, जिसमें इज़राइल-हमास युद्ध में तत्काल मानवीय संघर्ष विराम और गाजा पट्टी में निर्बाध मानवीय पहुंच का आह्वान किया गया था। भारत ने कहा कि प्रस्ताव में आतंकवादी समूह हमास का कोई जिक्र नहीं है।

इसे भी पढ़ें: Qatar Death Verdict: कट्टर कतर ने सुनाया फांसी का फरमान, बैकडोर टॉक से निकलेगा समाधान? मोदी-जयशंकर की जोड़ी के सामने सबसे बड़ी अग्निपरीक्षा

एक्स पर असदुद्दीन ओवैसी ने इस कदम को चौंकाने वाला बताया। इसके अलावा, एआईएमआईएम प्रमुख ने भारत के कदम पर सवाल उठाया और कहा कि यह एक मानवतावादी मुद्दा है, राजनीतिक नहीं। प्रस्ताव पर रोक लगाकर, भारत ग्लोबल साउथ, दक्षिण एशिया और ब्रिक्स में अकेला खड़ा है। ओवैसी ने ट्विटर पर लिखा कि नरेंद्र मोदी ने हमास के हमले की निंदा की, लेकिन संघर्ष विराम की मांग करने वाले संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव पर सहमत नहीं हो सके। उन्होंने कुछ दिन पहले जॉर्डन के राजा से बात की थी, लेकिन जॉर्डन द्वारा पेश किए गए प्रस्ताव पर उन्होंने रोक लगा दी। यह एक असंगत विदेश नीति है।

इसे भी पढ़ें: Prabhasakshi NewsRoom: BJP ने MLA T. Raja Singh का निलंबन समाप्त किया, क्या Nupur Sharma को भी वापस पद पर बहाल किया जायेगा?

संयुक्त राष्ट्र महासभा ने गाजा में युद्धविराम से जुड़े एक प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। ये प्रस्ताव जॉर्डन समेत अरब देशों की तरफ से पेश किया गया था। जिसे भारी बहुमत से अपनाया गया। इस प्रस्ताव पर भारत का वोटिंग में भाग न लेने की वजह पर विदेशी मामलों के जानकारों का कहना है कि बीते 10 सालों से भारत सरकार की कूटनीति आतंकवाद के खिलाफ रही है। अंतरराष्ट्रीय मंचों से भी भारत के बयान ने उसके इस रुख की पुष्टि की है।  

प्रमुख खबरें

फेमस YouTuber को डिजिटल अरेस्ट स्कैम में करीब 40 घंटे तक बंधक बनाकर रखा गया

सर्दियों में केसर दूध का पीने से मिलते हैं जबरदस्त फायदे, फर्टिलिटी बढ़ाता है

जनजातीय संस्कृति के संरक्षण के लिए पूरी तत्परता से कार्य कर रहा देशः Yogi Adityanath

Karnataka सरकार अनुसूचित जातियों के बीच आंतरिक आरक्षण प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध: Siddaramaiah