By रेनू तिवारी | Jul 27, 2022
उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार द्वारा कांवड़ियों पर फूल बरसाने को लेकर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी और भारतीय जनता पार्टी के बीच वाकयुद्ध छिड़ गया है। ओवैसी ने कांवड़ यात्रा में शामिल लोगों पर फूल बरसाने के लिए उत्तर प्रदेश के प्रशासन की आलोचना करते हुए कहा कि मुसलमानों के साथ ऐसा व्यवहार क्यों नहीं किया जाता। ओवैसी ने कहा, "मुझे इस बात में कोई आपत्ति नहीं है कि यूपी सरकार करदाताओं के पैसे का इस्तेमाल कांवड़ियों पर फूल बरसाने के लिए कर रही है और पुलिसकर्मी तीर्थयात्रियों के पैर की मसाज कर रहे हैं... लेकिन मुसलमानों के साथ समान व्यवहार क्यों नहीं किया जाता है? असदुद्दीन ओवैसी ने यह भी सवाल किया कि कांवड़ यात्रा के दौरान मांस की दुकानों को बंद करने का आदेश क्यों दिया गया?
इस बीच, भाजपा सांसद अश्विनी कुमार चौबे ने कांवड़ियों पर फूल बरसाने के योगी सरकार के फैसले की आलोचना करने के लिए ओवैसी की खिंचाई की। चौबे ने पूछताछ कि कांवड़ियों पर नहीं तो क्या आतंकवादियों पर फूल बरसाना चाहिए?"
एआईएमआईएम सांसद के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए यूपी के एडीजी एलओ प्रशांत कुमार ने कहा कि विभिन्न समुदायों के सभी त्योहारों की व्यवस्था आवश्यकता और स्थापित परंपरा के अनुसार की जाती है। उन्होंने इस मौसम में 4 करोड़ से अधिक कांवड़िये पश्चिमी उत्तर प्रदेश की ओर आए, जिसके लिए यातायात डायवर्जन सहित विस्तृत व्यवस्था की गई ताकि लोगों को असुविधा न हो। बकरीद के दौरान भी इसी तरह की व्यवस्था की गई थी ताकि त्योहार शांतिपूर्ण ढंग से मनाया जा सके।
ओवैसी की यह प्रतिक्रिया उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा चल रही कांवड़ यात्रा का हवाई सर्वेक्षण करने और कांवड़ियों पर पुष्पवर्षा करने के एक दिन बाद आई है। मेरठ के आईजी रेंज प्रवीण कुमार और जिलाधिकारी दीपक मीणा ने भी भगवान शिव के वार्षिक तीर्थयात्रा में शामिल होने वाले श्रद्धालुओं पर पुष्पवर्षा की। बागपत के डीएम राजकमल यादव और एसपी नीरज जादौन ने भी कांवड़ियों पर पुष्पवर्षा की।