अर्नब को गिरफ्तार करना ‘अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को रौंदने वाला कदम’: शिवराज

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Nov 05, 2020

भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ‘रिपब्लिक टीवी’ के प्रधान संपादक अर्नब गोस्वामी को एक इंटीरियर डिजाइनर को कथित रूप से आत्महत्या के लिए उकसाने के दो साल पुराने मामले में बुधवार को गिरफ्तार करने को ‘लोकतंत्र को कुचलने’ और ‘अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को रौंदने वाला कदम’ बताया है। गोस्वामी को 2018 में 53 वर्ष के एक इंटीरियर डिजाइनर को कथित रूप से आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में बुधवार को रायगढ़ जिला पुलिस ने मुंबई में उनके घर से गिरफ्तार किया। चौहान ने ट्वीट किया, ‘‘महाराष्ट्र सरकार ने देश के प्रतिष्ठित पत्रकार अर्नब गोस्वामी के विरुद्ध बर्बर कार्रवाई करके अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को कुचलने का पाप किया है। लोकतंत्र को कुचलने और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को रौंदने के कांग्रेस और महाराष्ट्र सरकार के इस कदम की मैं कड़ी निंदा करता हूं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘(वर्ष 1975 में) इमरजेंसी के समय कांग्रेस ने किस प्रकार पत्रकार और पत्रकारिता को कुचला था, ये किसी से छुपा नहीं है। आज कांग्रेस के शह पर महाराष्ट्र सरकार ने इमरजेंसी जैसे हालात फिर बना दिये हैं। महाराष्ट्र सरकार द्वारा लोकतंत्र विरोधी, पत्रकारिता विरोधी इस कृत्य की मैं घोर निंदा करता हूँ।’’ 

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चौहान ने कांग्रेस पर इस गिरफ्तारी के पीछे होने का आरोप लगाते हुए कहा कि महाराष्ट्र में इमरजेंसी (आपातकाल) से बदतर हालात हैं। इसी बीच, मध्य प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा और भोपाल से भाजपा सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने गोस्वामी की गिरफ्तारी के विरोध में यहां शाम में एक मशाल रैली निकाली। शर्मा ने कहा कि जिस सरकार ने अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को कुचला हो उसे सत्ता में रहने का कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को इस्तीफा दे देना चाहिए।

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