By अभिनय आकाश | Sep 24, 2022
चीन से वैसे तो खबरों का बाहर आना बहुत मुश्किल होता है लेकिन फिलहाल सोशल मीडिया के जरिए जो बातें सामने आ रही हैं उससे ऐसा लग रहा है कि चीन में राजनीतिक और सैन्य दोनों ही हालात अच्छे नहीं हैं। अब बीजिंग से जो अपुष्ट खबर आ रही है उसमें पूरी दुनिया को झकझोर कर रख देने की ताकत है। शी जिनपिंग के साथ उनके घर यानी चीन में क्या हो रहा है, यह अंतरराष्ट्रीय मीडिया के लिए अज्ञात है। वैसे तो चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के दिग्गजों ने सत्ता के लिए अपनी भूख की तिलांजलि काफी पहले ही दे दी है। जो लोग चाहते हैं कि तानाशाह तीसरे कार्यकाल की सेवा करे, वे इस समय वास्तव में इसके बारे में भूल सकते हैं। हालांकि शी जिनपिंग का विपक्षी समूह, जिसमें चीनी प्रधानमंत्री ली केकियांग शामिल हैं, कथित तौर पर पिछले साल चीन में काफी सक्रिय थे, बाद में मीडिया रिपोर्टों में कहा गया कि शी जिनपिंग ने भ्रष्टाचार से निपटने के नाम पर उनके सभी प्रतिद्वंद्वियों का सफाया कर दिया गया है।
सोशल मीडिया पर किए जा रहे दावों के अनुसार चीन की सेना ने तख्तापलट कर दिया है। इसके साथ ही ट्वीटर पर कई यूजर कह रहे हैं कि चीन की सेना ने राष्ट्रपति शी जिनपिंद को हाउस अरेस्ट कर लिया है और अपनी सत्ता काबिज करने की तैयारी में है। अपुष्ट सूत्रों का दावा है कि शी जिनपिंग ने हाल ही में चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के सबसे वरिष्ठ सदस्यों के साथ भी बातचीत नहीं की है। दो साल में पहली बार चीनी राष्ट्रपति को देश छोड़ते समरकंद में एससीओ शिखर सम्मेलन के दौरान देखा गया था। इस साल जून में शी जिनपिंग की सऊदी अरब की यात्रा थी, जिसके लिए सऊदी ने व्यापक तैयारी की थी, लेकिन इसे ऐन वक्त पर स्थगित कर दिया गया था। एससीओ के संस्थापक सदस्यों में से एक होने के बावजूद चीनी नेता ने शिखर सम्मेलन में सक्रिय रूप से भाग नहीं लिया। जब उन्होंने नरेंद्र मोदी या पुतिन को छोड़कर इस संगठन के किसी अन्य महत्वपूर्ण सदस्य से मुलाकात की, यहां तक ही उन्होंने शिखर सम्मेलन के उद्घाटन पर एक असाधारण भाषण नहीं दिया। लेकिन उन्होंने पुतिन के साथ डिनर डिप्लोमेसी में शामिल होने से इनकार कर दिया था। वैसे इस फैसले की वजह कोविड प्रोटोकॉल को बताया जा रहा है। बाद में पता चला कि शी जिनपिंग बीजिंग के लिए रवाना होने ही वाले थे कि एससीओ की बैठक आधिकारिक रूप से समाप्त हो गई। शायद वह किसी महत्वपूर्ण और भयानक बात से चिंतित और भयभीत थे।
अब बीजिंग से जो अपुष्ट खबर आ रही है उसमें पूरी दुनिया को झकझोर कर रख देने की ताकत है। शी जिनपिंग के साथ उनके घर यानी चीन में क्या हो रहा है, यह अंतरराष्ट्रीय मीडिया के लिए अज्ञात है। वैसे तो चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के दिग्गजों ने सत्ता के लिए अपनी भूख की तिलांजलि काफी पहले ही दे दी है। जो लोग चाहते हैं कि तानाशाह तीसरे कार्यकाल की सेवा करे, वे इस समय वास्तव में इसके बारे में भूल सकते हैं। हालांकि शी जिनपिंग का विपक्षी समूह, जिसमें चीनी प्रधानमंत्री ली केकियांग शामिल हैं, कथित तौर पर पिछले साल चीन में काफी सक्रिय थे, बाद में मीडिया रिपोर्टों में कहा गया कि शी जिनपिंग ने भ्रष्टाचार से निपटने के नाम पर उनके सभी प्रतिद्वंद्वियों का सफाया कर दिया गया है। बहुत से लोग दावा करते हैं कि शी जिनपिंग को नरजबंद कर दिया गया है और बीजिंग पर सैन्य कब्जा कर लिया गया है।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर पर # XiJinping हैशटैग पर हजारों की संख्या में ट्वीट किए जा रहे हैं। चीनी मानवाधिकार कार्यकर्ता ने एक वीडियो ट्वीटर पर पोस्ट करते हुए लिखा है कि पीएलए सैन्य वाहन 22 सितंबर को बीजिंग की ओर जा रहे हैं। बीजिंग के पास हुआनलाई काउंटी से शुरू होकर हेबेई प्रांत के झांगजियाकौ शहर में समाप्त होता है, पूरा जुलूस 80 किलोमीटर लंबा है। इस बीच, अफवाह यह है कि सीसीपी के वरिष्ठों द्वारा पीएलए के प्रमुख के पद से हटाए जाने के बाद जिनपिंग को गिरफ्तार किया गया था। बीजेपी नेता और राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्वीट करते हुए कहा है चीन को लेकर एक नई अफवाह है, जिसकी जांच की जाएगी। क्या शी जिनपिंग नजरबंद हैं? माना जा रहा है कि जब जिनपिंग हाल ही में समरकंद में थे, तब चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के नेताओं ने सेना के अध्यक्ष पद से हटा दिया था। उसके बाद अफवाह है कि उन्हें हाउस अरेस्ट किया गया।
फिलहाल, ऐसी खबरों की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। इंटरनेशनल डेस्क के पत्रकारों का मानना है कि ऐसी बातें सिर्फ़ कोरी चर्चा भर हैं। चीन की खबरें देने वाले ग्लोबल टाइम्स, सीएनएन या बीबीसी जैसे चैनलों ने भी इस बात की पुष्टि नहीं की है। चीन की खबरें देने वाले ग्लोबल टाइम्स, सीएनएन या बीबीसी जैसे चैनलों ने भी इस बात की पुष्टि नहीं की है। ऐसे में अब तक का सच यही है कि शी जिनपिंग को हाउस अरेस्ट नहीं किया गया है और न ही चीन में कोई तख्तापलट हुआ है।