By अनुराग गुप्ता | Mar 11, 2022
लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने एक बार फिर से बहुमत का आंकड़ा पार कर लिया है। इस चुनाव में भाजपा गठबंधन (एनडीए) को 273 सीटें प्राप्त हुई हैं। जिनमें अपना दल (सोनेलाल) की 12 सीटें शामिल हैं। भाजपा ने तो अकेले 255 सीटें जीतकर बहुमत का आकड़ा पार किया है। पिछले चुनाव की तुलना में पार्टी को कुछ सीटों का नुकसान जरूर हुआ लेकिन सभी भरम टूट गए और करीब 3 दशक बाद सत्तारूढ़ पार्टी की वापसी हुई।
इसी बीच एनडीए की सहयोगी अपना दल (सोनेलाल) ने जनादेश के लिए उत्तर प्रदेश की जनता का शुक्रिया अदा किया। केंद्रीय मंत्री और अपना दल (सोनेलाल) प्रमुख अनुप्रिया पटेल ने कहा कि एनडीए को दूसरा मौका मिला है और यह एक शानदार सफलता है। इस जनादेश के साथ उत्तर प्रदेश के मतदाताओं के प्रति हमारी और भी बड़ी जिम्मेदारी है।
समाचार एजेंसी एएनआई के साथ बातचीत में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अपना दल (सोनेलाल) ने नीट (NEET) में पिछड़ी जातियों के आरक्षण का मुद्दा उठाया और सरकार ने इस पर फैसला लिया। 1931 के बाद जाति आधारित जनगणना नहीं हुई है और 2021 की जनगणना की कवायद भी टाल दी गई है। हालांकि प्रधानमंत्री मोदी और कैबिनेट समय के साथ इस पर फैसला लेंगे।
कौन हैं अनुप्रिया पटेल ?
उत्तर प्रदेश के चुनावों में तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बनने वाली अपना दल (सोनेलाल) का यह चौथा चुनाव था और इस चुनाव में पार्टी ने 12 सीटों पर कब्जा किया। आपको बता दें कि साल 2014 में अपना दल ने भाजपा के साथ गठबंधन किया था और उन्हें दो सीटें मिली थीं। ऐसे में अपना दल ने दोनों ही सीटों पर जीत दर्ज की। उस वक्त अनुप्रिया पटेल मिर्जापुर से सांसद बनी थीं और साल 2016 में हुए मोदी मंत्रिमंडल के विस्तार में अनुप्रिया पटेल को सबसे युवा चेहरे के तौर पर शामिल किया गया।
अनुप्रिया पटेल के बढ़ते कद की वजह से अपना दल में दो फाड़ हो गया और फिर उन्होंने 2016 में ही अपना दल (सोनेलाल) का गठन किया। इसके बाद भाजपा ने पिछले विधानसभा चुनाव में अनुप्रिया पटेल को 11 सीटें दी थीं। जिनमें से उन्होंने 9 सीटों पर जीत दर्ज की।