दोस्त से मिलने के बाद शिमला की वादियों में कुछ दिन बितायेंगे अनुपम खेर

By विजयेन्दर शर्मा | Jun 17, 2021

शिमला। जाने माने सिने अभिनेता अनुपम खेर कोरोना काल में लगी बंदिशों में ढील मिलते ही सुकून के कुछ पल बिताने के लिये हिमाचल आ गये हैं। अनुपम खेर का हिमाचल प्रदेश  से गहरा नाता रहा है। उनके माता पिता भी शिमला में ही रहते थे। बुधवार का दिन अनुपम खेर के लिये उस समय खास बन गया जब वह चंडीगढ से शिमला जाते हुये सोलन में अपने स्कूल के सहपाठी से मिलने उसके घर पहुंचे। इस दौरान उनकी माता दुलारी खेर भी उनके साथ थीं। अनुपम खेर बिना किसी पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अपने बचपन के दोस्त अनिल दत्ता के घर पहुंचे तो हर कोई उन्हें देखकर हैरान था। इस दौरान दोनों दोस्त आपस में मिले व अपनी पुरानी यादें ताजा कीं। 

 

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अनिल दत्ता राज्य विद्युत बोर्ड से बतौर परियोजना सदस्य सेवानिवृत्त हुए हैं। दोनों शिमला में एक साथ पढ़े हैं। अनुपम खेर अनिल के पिता सेवानिवृत्त एचएएस अधिकारी जेसी दत्ता से भी मिले और उनका कुशल क्षेम पूछा। जेसी दत्ता के ससुर पंडित जयवंत राय हिमाचल विधानसभा के पहले अध्यक्ष थे। इस दौरान अनुपम खेर की मां दुलारी खेर भी उनके साथ थीं। अनुपम खेर ने राजगढ़ रोड स्थित कोटला नाला में अपने स्कूल के दिनों के सहपाठी अनिल दत्ता के साथ पुरानी यादें साझा कीं। इसके बाद खेर शिमला रवाना हो गए। वह कुछ दिन शिमला स्थित अपने पैतृक निवास में रुकेंगे। इस दौरान दत्ता परिवार ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। अनुपम खेर का शिमला से गहरा नाता रहा है। वह गाहे बगाहे शिमला आते जाते रहे हैं। उनका शिमला के पास टुटू में मकान है।

 

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अनुपम खेर का शिमला से पुराना नाता है। उनके पिता स्व. पीएन खेर हिमाचल के वन महकमे में सेवारत थे। पीएन खेर व उनकी पत्नी तथा अनुपम की मां दुलारी खेर लंबे समय तक शिमला में फिंगास्क एस्टेट में किराए के मकान में रहे हैं। अनुपम के मां-पिता की ख्वाहिश थी कि उनका शिमला में घर हो। पहले अनुपम खेर का शिमला के समीप शोघी में मकान बनाने का विचार था, लेकिन उन्होंने हाल ही में शिमला के उपनगर टुटू में मकान खरीदा। अनुपम खेर खुद मानते हैं कि वह शिमला के साथ भावनात्मक रूप से जुड़े रहे हैं। शिमला के डीएवी स्कूल में पढ़ाई, अल्फा रेस्तरां में पिता के साथ महीने में एक बार लाइट स्नैक्स व लक्कड़ बाजार में सीताराम के छोले-भटूरों का जिक्र उन्होंने कई साक्षात्कारों में  कर चुके हैं। अनुपम खेर के फिल्मी करियर की शुरूआत फिल्म आगमन से हुई थी इसके बाद उन्होंने तकरीबन 100 से ऊपर फिल्मों में काम किया उन्होंने कई छोटी-बड़ी फिल्मों में काम किया खलनायक के रूप में फिल्म कर्मा में उनके द्वारा निभाया गया। किरदार डॉ डैंग आज भी लोगों के जेहन में ताजा है। उन्होनें फिल्मों में लगभग हर तरह के किरदार निभाए हैं। उन्हें फिल्म डैडी और मैंने गांधी को नहीं मारा के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार भी मिल चुका है। इसके अलावा भी उन्हें कई बार कई अवार्ड्स से सम्मानित किया जा चुका है।

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