उत्तर प्रदेश की बड़ी खबरें: अन्त्योदय राशन कार्ड धारकों को भी मिलेगा आयुष्मान भारत योजना का लाभ

By प्रेस विज्ञप्ति | Jul 23, 2021

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार लगातार काम कर रही है। सरकार द्वारा आज भी कई बड़े निर्णय लिए गए। आइए पढ़ते हैं उत्तर प्रदेश की दिनभर की आज की बड़ी खबर। 

बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में 314 नावें लगाई गईं

उत्तर प्रदेश के राहत आयुक्त रणवीर प्रसाद ने वर्षा की स्थिति से अवगत कराते हुए बताया कि प्रदेश के वर्तमान में सभी तटबन्ध सुरक्षित हैं, कहीं भी किसी प्रकार की चिन्ताजनक परिस्थिति नहीं है। गत 24 घंटे में प्रदेश में 4.9 मिमी औसत वर्षा हुई है, जो सामान्य वर्षा से 6.8 मिमी के सापेक्ष 72.0 प्रतिशत है। इस प्रकार प्रदेश में 01 जून, 2021 से अब तक 279.1 मिमी औसत वर्षा हुए, जो सामान्य वर्षा 289.3 मिमी के सापेक्ष 96 प्रतिशत है। उन्होंने बताया कि गंगा नदी कचलब्रिज शारदा नदी पलिया कलॉ खीरी, घाघरा नदी एल्गिनब्रिज, अयोध्या, तुरतीपार बलिया, रोहिन त्रिमोहानी घाट तथा क्वानों चन्द्रदीपघाट में खतरे के जलस्तर से ऊपर बह रही है। प्रदेश के वर्षा से प्रभावित जनपदों में सर्च एवं रेस्क्यू हेतु एनडीआरएफ, एसडीआरएफ तथा पीएसी की कुल 37 टीमें तैनाती की गयी है, 314 नावें बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लगायी गयी है तथा 177 मेडिकल टीमें लगायी गयी है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ द्वारा 152 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया। 

इसे भी पढ़ें: UP में एक दिन में 2,28,136 सैम्पल की हुई जांच, कोरोना पॉजिटिविटी रेट 98.6 प्रतिशत हुआ 

प्रसाद ने बताया कि अब तक कुल 3675 ड्राई राशन किट वितरित किए गये हैं। अब तक कुल 11,701 फूड पैकेट वितरित किए गए हैं। प्रदेश में 330 बाढ़ शरणालय तथा 605 बाढ़ चौकी स्थापित की गयी है। प्रदेश में विगत 24 घंटों में स्थापित किए गए पशु शिविर की संख्या 10 अब तक कुल 210 पशु शिविर स्थापित किये गये हैं। विगत 24 घंटों में पशु टीकाकरण की संख्या 2207 तथा अब तक कुल पशु टीकाकरण की संख्या 98,759 है।

22 जुलाई से 28 जुलाई तक प्रथम सड़क सुरक्षा सप्ताह का आयोजन

उत्तर प्रदेश में 22 जुलाई से 28 जुलाई तक प्रथम सड़क सुरक्षा सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है, जिसके अन्तर्गत परिवहन विभाग के साथ-साथ परिवहन निगम, पुलिस विभाग, लोक निर्माण, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य तथा शिक्षा विभाग द्वारा संयुक्त रूप से सप्ताह भर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। साथ ही इस अवधि में जनमानस में व्यापक जागरूकता लाये जाने का प्रयास भी किया जायेगा।

यह जानकारी परिवहन आयुक्त धीरज साहू ने आज यहां दी। उन्होंने बताया कि सड़क सुरक्षा सीधे जनमानस के हित से जुड़े होने के कारण सरकार की प्राथमिकताओं में से एक है। प्रदेश सरकार द्वारा सड़क दुर्घटना में मृतकों की संख्या में कमी लाये जाने हेतु निरन्तर प्रयास किये जा रहे है, जिसके अन्तर्गत सड़क सुरक्षा से जुड़े हुये सभी महत्वपूर्ण विभागों पुलिस, चिकित्सा स्वास्थ्य, लोक निर्माण एवं सूचना विभाग सहित नोडल विभाग परिवहन विभाग के नेतृत्व में पारस्परिक सामंजस्य स्थापित कर प्रभावी कार्यवाही की जा रही है।  

परिवहन आयुक्त ने बताया कि वर्ष 2021 में जनवरी से जून तक वर्ष 2019 के सापेक्ष सड़क दुर्घटनाओं में 19 प्रतिशत की कमी एवं सड़क दुर्घटना में मृत व्यक्तियों की संख्या में 14.4 प्रतिशत की कमी दर्ज की गयी है। वर्ष 2019 में जनवरी से जून की अवधि में कुल 22664 सड़क दुर्घटनाओं में 12403 व्यक्तियों की मृत्यु हुयी थी, जबकि वर्ष 2021 की इसी अवधि में 18357 सड़क दुर्घटनाओं में 10621 व्यक्तियों की मृत्यु हुयी है। 

इसे भी पढ़ें: योगी ने ग्रेटर नोएडा में परियोजनाओं से जुड़ी समस्या दूर करने का कोरियाई उद्यमियों को दिलाया भरोसा 

साहू ने बताया कि सड़क दुर्घटना एवं सड़क दुर्घटना में मृत व्यक्तियों की संख्या में कमी लाये जाने हेतु व्यापक प्रयास किये जा रहे है, जिसके अन्तर्गत प्रमुखतः- जन-मानस में जागरूकता कार्यक्रम, मा0 मुख्यमंत्री जी के निर्देशों के अनुपालन में प्रत्येक त्रैमास में सड़क सुरक्षा सप्ताह का आयोजन, प्रभावी प्रवर्तन कार्यवाही जिसके अन्तर्गत आटोमेटिक ई-चालान प्रणाली के द्वारा चालान तथा ब्लैक स्पॉट के चिन्हांकन, सुधारीकरण व उनके विश्वकर्मा एप पर अंकन एवं मोबोइल एप्लीकेशन के माध्यम से सड़क दुर्घटनाओं के संकलन एवं विश्लेषण की कार्यवाही की जा रही है।

‘नभचर एक्जीविशन’ का शुभारम्भ

उत्तर प्रदेश के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम, निवेश एवं निर्यात प्रोत्साहन मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने यहां माल एवून्यू स्थित लेबुआ होटल में श्रीमती वंदना सहगल द्वारा क्यूरेटेड एवं आर्टिस्ट उमेश कुमार सक्सेना द्वारा आयोजित ‘‘नभचर एक्जीविशन’’ का शुभारम्भ किया गया है। इसके साथ ही उन्होंने नभचर ऋंखला के तहत 15 कलाकारों द्वारा चित्रित 35 कलाकृतियों का प्रदर्शन संबंधी पुस्तिका का भी विमोचन किया।

सिंह ने कहा कि तेजी से दौड़ती इस दुनिया में चित्रकारों की यह रचानाएं हमें ठहर कर कुछ पल अपने जीवन को एक नये सिरे सोचने के लिए विवश करती है और मानव मन के साथ-साथ प्रकृति के अनछुए पहलुओं से अवगत कराती हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में मनुष्यों द्वारा अत्यधिक प्राकृतिक संसाधनों का दोहन किया जा रहा है, जिसका परिणाम है कि अनेक प्राकृतिक आपदायें हमारे सामने आ रही है। जिससे भयंकर जनधन हानि हो रही है। कोरोना महामारी इसका एक उदाहरण है। इसलिए यह आवश्यक है कि हम अपने व्यस्त्तम जीवन से कुछ समय निकालकर प्रकृति की ओर भी अपनी जिम्मेदारियों को समझें। उन्होंने आयोजकों को इस उत्कृष्ट प्रदर्शनी के आयोजन हेतु बधाई भी दी।

इस अवसर पर वंदना सहगल ने आर्टिस्ट उमेश कुमार सक्सेना की नभचर श्रृंखला की भूरि-भूरि प्रसंशा करते हुए कहा कि यह प्रदर्शनी कलाकारों को प्रोत्साहित करने के लिए एक बड़ी पहल है। ऐसे प्रदर्शनियां उभरते हुए चित्रकारां की कला को एक नई सोच और नई उड़ान देने का कार्य करेंगी। उन्होंने कहा कि इस प्रदर्शनी में चित्रकारों ने सीमित रंगों में रचनाएं करके अपनी भावनाओं को प्रदर्शित करने का कार्य किया है, जो इन चित्रों में आसानी से देखा जा सकता है। उन्होंने कहा कि स्ट्रांग आब्जर्वेशन और निर्भीक निडर होकर रचना धर्म को निभाते हुए इन कलाकारों ने जिन रचनाओं को सृजित किया है, वह अत्यन्त प्रशंसनीय है।

सक्सेना ने कहा कि नभचर श्रृंखला की विशेषता यह है कि इसमें चित्रों को उकेरने में कम लाइनों का प्रयोग किया गया है और लाइनों में भाव-भंगिमाओं को सहजता और सरलता से दर्शाया गया है। अपनी संवेदनशीलता और अनुभव के आधार पर ही इन चित्रों का सृजन किया गया है और नये आयामों के द्वारा भावनाओं को दर्शाया गया है। 

इसे भी पढ़ें: उपमुख्यमंत्री ने विभिन्न परियोनाओं का किया लोकार्पण एवं शिलान्यास 

ओटीएस योजना के तहत आवेदन प्राप्त करने की तिथि 31 जुलाई तक

आवास एवं शहरी नियोजन विभाग द्वारा शासनादेश दिनांक 7 फरवरी 2020 द्वारा वन टाइम सेटेलमेंट योजना (ओटीएस योजना) 2020 लागू की गई थी, जिसकी अवधि शासनादेश दिनांक 6 जून 2020 द्वारा दिनांक 30 सितंबर 2020 तक तथा शासनादेश दिनांक 30 सितंबर 2020 द्वारा दिनांक 31 दिसम्बर 2020 तक बढ़ाई गई थी 1 जनवरी 2021 से 30 जून 2021 तक की अवधि को ब्याज दर की शून्य अवधि मानते हुए ओटीएस का लाभ दिए जाने तथा ओटीएस योजना में आवेदन प्राप्त करने की तिथि 1 जुलाई 2021 से 31 जुलाई 2021 तक (01 माह) बढ़ाए जाने का निर्णय लिया गया है । यह जानकारी प्रमुख सचिव आवास एवं शहरी नियोजन विभाग ने दी।

संरक्षित छुट्टा गोवंश की देखभाल हेतु 25.00 करोड़ की धनराशि स्वीकृत

उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रदेश के छुट्टा गोवंश की देखभाल हेतु 25.00 करोड़ रूपये की धनराशि वर्तमान वित्तीय वर्ष में स्वीकृत की है। स्वीकृत धनराशि का व्यय अस्थायी गोवंश आश्रय की स्थापना, संचालन व संरक्षित गोवंश के भरण-पोषण हेतु किया जायेगा। आवंटित धनराशि का उपयोग अधिकतम 30 रूपये प्रतिदिन की दर से प्रति गोवंश हेतु किया जाएगा।

इस संबंध में पशुधन विभाग द्वारा शासनादेश जारी करते हुए निदेशक, प्रशासन एवं विकास पशुपालन विभाग को अस्थाई गोवंश आश्रय के सुचारू संचालन के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश दे दिए गए हैं। शासनादेश में कहा गया है कि स्वीकृत धनराशि से अस्थाई गोवंश आश्रय की स्थापना, संचालन व संरक्षित गोवंश के भरण-पोषण का कार्य कराए जाने एवं उसके अग्रतेर संचालन की पूर्ण जिम्मेदारी संबंधित जिलाधिकारी की होगी।

उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार द्वारा निराश्रित/बेसहारा गोवंश के निराकरण के लिये उत्तर प्रदेश के समस्त ग्रामीण व शहरी स्थानीय निकायों यथा ग्राम पंचायत, क्षेत्र पंचायत, जिला पंचायत, नगर पंचायत, नगर पालिका, नगर निकायों में अस्थायी गोवंश आश्रय स्थल की स्थापना व संचालन नीति प्रख्यापित की गयी है, जिसके तहत संरक्षित छुट्टा गोवंश की देखभाल का निरन्तर कार्य किया जा रहा है।

राशन ले जाने के लिए दिये गये निशुल्क बैग

प्रभारी जनपद मुफ्फरनगर राज्य मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने आज मुफ्फरनगर के मौहल्ला मल्हूपुरा में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के अन्तर्गत पात्र लाभार्थियों को राशन के साथ राशन ले जाने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा उपलब्ध कराये गये बैग का वितरण किया। उन्होने कहा कि जनपद के प्रत्येक सरकारी राशन की दुकान से पात्र लाभार्थी को निशुल्क बैग वितरित किये जायेगें ताकि पात्रों को घर तक राशन ले जाने में कोई दिक्कत न हो। उन्होने कहा कि यह कार्य प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा एवं मुख्यमंत्री जी के निर्देशन में किया जा रहा है। सभी पात्रों को राशन ले जाने के लिए निशुल्क बैग उपलब्ध कराया जा रहा है। कोटेदार द्वारा उसी बैग में पात्रों के राशन उपलब्ध कराया जायेगा। 

इसे भी पढ़ें: मतदाताओं को लुभाने में जुटी योगी सरकार, मेरठ सहित 17 शहरों में उपलब्ध कराएगी फ्री फाई-पाई सेवा 

प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजनान्तर्गत माह जुलाई के द्वितीय चक्र में समस्त अन्त्योदय एवं पात्र गृहस्थी कार्डधारको में (3 किलो गेहूँ व 2 किलो चावल) कुल 5 किलो खाद्यान्न प्रति यूनिट निःशुल्क खाघ वितरण के साथ प्रदेश सरकार द्वारा उपलब्ध कराये गये राशन ले जाने के लिए निशुल्क बैग का भी पात्रों को वितरण किया जा रहा है।

खाद्यान्न कार्यों में लगे 4401 वाहनों में जीपीएस डिवाइस इन्स्टॉल

सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत प्रदेश में स्थित भारतीय खाद्य निगम के डिपो से ब्लॉक गोदामों और उचित दर विक्रेता की दुकानों तक खाद्यान्न की पहुंच के लिए जीपीएस युक्त वाहनों का प्रयोग किया जा रहा है। इस कार्य के लिए भारतीय खाद्य निगम के डिपो की जियोफैन्सिंग, डिपो से ब्लॉक गोदाम व उचित दर विक्रेता की दुकानों तक खाद्यान्न प्रेषण के मार्ग की रूट मैपिंग व ब्लॉक गोदाम/उचित दर विक्रेता की दुकानों की जियोफैन्सिंग की गयी है।

खाद्य एवं रसद विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार वर्तमान में खाद्यान्न के उठान कार्यों में लगे 4401 वाहनों में जीपीएस डिवाइस इन्स्टॉल है। जीपीएस युक्त वाहनों द्वारा खाद्यान्न का भारतीय खाद्य निगम के डिपो से उठान व ब्लॉक गोदामों/उचित दर विक्रेता की दुकानों तक पहुंच की निगरानी का कार्य प्रदेश मुख्यालय, मण्डल व जिलास्तर से किया जा रहा है।

नेताओं ने गुरू पूर्णिमा की दी बधाई

प्रदेश के पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं दिव्यांगजन सशक्तीकरण मंत्री अनिल राजभर, व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कपिल देव अग्रवाल तथा महिला कल्याण एवं बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) स्वाति सिंह ने गुरु पूर्णिमा पर प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं। मंत्रीगण ने कहा कि हमारी संस्कृति में गुरु को सर्वाच्च स्थान प्रदान किया गया है। आस्था और श्रद्धाभाव से गुरु का आशीर्वाद लेना चाहिए। कोरोना संक्रमण के दृष्टिगत जनता से गुरु पूर्णिमा का पर्व कोविड प्रोटोकॉल का पूर्ण पालन करते हुए ही मनाये जाने की अपील की है।

तीन दिवसीय प्रशिक्षण सत्र की हुई शुरुआत

प्रदेश के चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जय प्रताप सिंह ने कहा कि पृथ्वी पर चिकित्सकों का कार्य ईश्वरीय कार्य से तुलनीय है। वर्तमान में हम सब विश्वस्तर पर फैले कोरोना संक्रमण के कठिन दौर से गुजर रहे हैं और हमारा प्रदेश बड़ी जनसंख्या वाला प्रदेश है। इतनी बड़ी आबादी को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराना चुनौती पूर्ण है। ऐसे में जनता की आशाओं को पूरा करने के लिए हमें उत्तरदयित्वों को और बेहतर ढंग से निभाना होगा। स्वास्थ्य मंत्री आज यहां इन्दिरा नगर स्थित स्टेट इन्स्टीट्यूट ऑफ हेल्थ एंड फैमिली वेलफेयर कार्यालय के सभागार में प्रोन्नति प्राप्त कर नवनियुक्त 42 मुख्य चिकित्साधिकारियों के प्रशिक्षण सत्र में बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित कर रहे थे। 

इसे भी पढ़ें: ओमप्रकाश राजभर के नेतृत्व में सुभासपा पार्टी द्वारा महंगाई के विरोध में प्रदर्शन 

स्वास्थ्य मंत्री ने तीन दिवसीय प्रशिक्षण सत्र का दीप प्रज्ज्वलन कर उद्घाटन किया। इस अवसर पर निदेशक प्रशासन राजा गणपति ने स्वास्थ्य मंत्री के साथ महानिदेशक स्वास्थ्य डीएस नेगी, सचिव रवीन्द्र तथा कार्यक्रम के वक्ता संयुक्त निदेशक विकासेन्दु अग्रवाल को पौधा देकर सम्मानित किया। प्रशिक्षण कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि जिले में स्वास्थ्य इकाईयों और चिकित्सा सेवाओं के सुचारू संचालन का उत्तरदायित्व सीएमओ का होता है। चिकित्सीय विशेषज्ञता और प्रशासनिक कार्य दो अलग-अलग कार्यक्षेत्र हैं। इसलिए सीएमओ पद पर नियुक्ति पाए चिकित्सकों का प्रशिक्षण आवश्यक है, जिससे वे प्रशासनिक जिम्मेदारियों के निर्वहन में सफल हो सकें।

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कोविड-19 के संक्रमण के दौर में विश्व स्तर पर बेहतर प्रबंधन के लिए डब्ल्यूएचओ ने उप्र की प्रशंसा की है। संक्रमण की आगामी संभावनाओं के दृष्टिगत भी प्रदेश स्तर पर तैयारियां की गई हैं। नवनियुक्त चिकित्साधिकारी अपने जनपदों में स्वास्थ्य ईकाइयों पर सुविधाओं तथा पीकू एवं नीकू वार्ड के उचित प्रबंधन को सुनिश्चित करेंगे। सभी जनपदों में अपेक्षित फंड भेजा जा चुका है, अतएव फंड के उचित संयोजन के साथ सीएमओ जनपदों में चिकित्सीय सुविधाओं का सुचारू संचालन सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारियों को दूरस्थ क्षेत्रों में कार्य करने वाली आशाओं तक सम्पर्क रखकर सुविधाओं के बेहतर करने के लिए कहा।

महानिदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य डीएस नेगी ने सभी सीएमओ को योजनाबद्ध तरीके से कार्य करने को कहा। उन्होंने कहा मुख्य चिकित्सा अधिकारी जिले का प्रथम चिकित्सा अधिकारी होता है। इसलिए उसे जनपद की बीमारियों, समस्त स्वास्थ्य इकाइयों तथा सुविधाओं की सम्पूर्ण जानकारी रखना आवश्यक है। उन्होंने सभी सीएमओ को कार्यों का जनपद के चिकित्सा अधिकारियों में समुचित वितरण कर सामन्जस्य बनाकर उत्तरदायित्व पूर्ति बेहतर तरीके से करने को कहा।

इस अवसर पर सचिव रवीन्द्र तथा संचारी रोग विभाग के संयुक्त निदेशक विकासेन्दु ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित कर जानकारियों को साझा किया। आज प्रारम्भ तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम 25 जुलाई, 2021 को अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद की अध्यक्षता में सम्पन्न किया जायेगा। 

इसे भी पढ़ें: योगी के मंत्री बोले- राम मंदिर को लेकर कांशीराम के विवादित बयान पर माफी मांगे मायावती 

जनपद देवरिया में सड़क निर्माण हेतु धनराशि स्वीकृत

उत्तर प्रदेश सरकार ने वित्तीय वर्ष 2021-22 में त्वरित आर्थिक विकास योजना के अंतर्गत जनपद देवरिया में सड़क निर्माण हेतु 838.50 लाख (आठ करोड़ अड़तीस लाख पचास हजार) रुपए की वित्तीय स्वीकृति प्रदान कर दी है।

इस संबंध में शासनादेश जारी कर दिया गया है। जारी शासनादेश में निर्देश दिया गया है कि स्वीकृत धनराशि का उपयोग प्रत्येक दशा में 31 मार्च, 2022 तक पूर्ण रूप से कर लिया जाए और यदि कोई धनराशि अप्रयुक्त/अनाहरित बचती है तो उसे 31 मार्च, 2022 से पूर्व समर्पित किया जाएगा। स्वीकृत धनराशि का पूरा लेखा-जोखा 31 मार्च, 2022 तक नियोजन अनुभाग-4 को प्रस्तुत किया जाना सुनिश्चित करें।

उपमुख्यमंत्री ने शहीद चन्द्रशेखर आजाद की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर अर्पित किये श्रद्धासुमन

उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने प्रयागराज के सुप्रसिद्ध अमर शहीद चन्द्रशेखर आजाद पार्क में भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महान क्रान्तिकारी सपूत, अमर शहीद चन्द्रशेखर आजाद की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर अपने श्रद्धासुमन अर्पित किये।

इस अवसर पर मौर्य ने नौजवानों में शौर्य और पराक्रम की नई उर्जा का संचार करते हुये कहा कि चन्द्रशेखर आजाद का जीवन राष्ट्रीय स्वाभिमान की अद्वितीय मिसाल है, जिन्हे ब्रिटिश हुकुमत कभी जिन्दा नहीं पकड़ सकी और वह दुश्मन की गोली से शहीद होने के बजाय अपनी पिस्टल से स्वयं को गोली मारकर स्वतंत्रता की वेदी पर शहीद हो गये। ब्रिटिश सेना से लड़ते हुये उन्होने प्रयागराज में अपने प्राणों की आहुति दी थी। 

इसे भी पढ़ें: ऑक्सीजन की कमी से मौत नहीं होने का दावा करना अति दुर्भाग्यपूर्ण : मायावती 

चन्द्रशेखर आजाद के राष्ट्रोत्प्रेरक व गौरवशाली जीवन यात्रा पर प्रकाश डालते हुये केशव प्रसाद मौर्य ने उनकी वीरोचित स्मृतियों की याद ताजा की और चन्द्रशेखर आजाद के जीवन से प्रेरणा लेने का आह्वान किया। उन्होने कहा कि हम सबको आज के दिन संकल्प लेना चाहिये कि देश की आजादी और अखण्डता तथा एकता को बनाये रखने के लिये, जब कभी जरूरत पड़े तो हम चन्द्रशेखर आजाद को याद करते हुये अपने प्राण न्यौछावर करने के लिये हमेशा तैयार रहना है।

अन्त्योदय राशन कार्ड धारकों को भी मिलेगा यह लाभ

चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जय प्रताप सिंह ने बताया कि प्रदेश के 40 लाख से अधिक अन्त्योदय राशन कार्ड धारकों को सरकार प्रति-परिवार प्रति-वर्ष 5 लाख रूपये तक की निःशुल्क चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करायेगी। प्रदेश सरकार ने समाज के अंतिम पायदान पर खड़े अन्त्योदय कार्ड धारकों को भारत सरकार द्वारा संचालित ’’आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना’’ की भांति 5 लाख रूपये तक की निःशुल्क चिकित्सा सुविधा देने का निर्णय लिया है। अन्त्योदय राशन कार्ड धारकों का डाटा जुड़ जाने से प्रदेश के लगभग 40,79,598 परिवारों के 1,30,55,710 लाभार्थियों को भी ’’आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना’’ के अन्तर्गत अनुमन्य सभी प्रकार के लाभ मिल सकेंगे। स्वास्थ्य मंत्री आज यहाँ लाल बहादुर शास्त्री भवन स्थित मीडिया सेंटर में प्रेस प्रतिनिधियों से जानकारी सांझा कर रहे थे।

उन्होंने बताया कि प्रदेश में ’’आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना’’ का शुभारम्भ 23 सितम्बर, 2018 को किया गया था। ’’आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना’’ का लाभ एस0ई0सी0सी0-2011 की पात्रता सूची में चिन्हित 1.18 करोड़ परिवारों को मिल रहा था, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के प्रयासों से वर्ष 2019 में ’’मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान’’ के अन्तर्गत एस0ई0सी0सी0-2011 की पात्रता सूची से वंचित लगभग 8.43 लाख परिवारों को भी ’’आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना’’ का लाभ दिया जाना संभव हो सका। अब तक दोनों योजनाओं को मिलाकर प्रदेश के 6.32 करोड़ से अधिक लाभार्थियों को सूचीबद्ध सरकारी एवं निजी अस्पतालों में सेकेण्डरी एवं टर्शियरी स्तर की बीमारियों के निःशुल्क इलाज की सुविधा मिल रही है। अब अन्त्योदय राशन कार्ड धारकों का भी डाटा जुड़ने से प्रदेश के 1.67 करोड़ परिवारों के लगभग 7.62 करोड़ लाभार्थियों को 5 लाख रूपये तक की निःशुल्क चिकित्सा सुविधा का लाभ मिल सकेगा।

स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि गरीबों के लिये राज्य सरकार द्वारा लिये गये इस ऐतिहासिक निर्णय से प्रदेश के लगभग 40,79,598 परिवारों के 1,30,55,710 लाभार्थियों को भी ”आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना” के अन्तर्गत अनुमन्य सभी प्रकार के लाभ मिल सकेंगे। खाद्य एवं रसद विभाग द्वारा उपलब्ध कराये गये अन्त्योदय राशन कार्ड धारकों की सूची को हर 6 माह पर अद्यतन किया जायेगा, जिससे भविष्य में अन्त्योदय कार्ड धारकों की सूची में जुडने वाले लाभार्थियों को भी योजना का लाभ मिल सकेगा। 

इसे भी पढ़ें: उत्तर प्रदेश में 24 घंटों में कोरोना के केवल 55 नये मामले आये, 4,92,921 लोगों को वैक्सीन की डोज दी गयी

उन्होंने जानकारी दी कि प्रदेश के अन्त्योदय राशन कार्ड धारकों को ”आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना” के अर्न्तगत अनुमन्य सभी लाभ मिलेंगे। योजना का संचालन ”आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना” के प्लेटफार्म पर होगा। लाभार्थी प्रदेश में सूचीबद्ध 2700 से भी अधिक सरकारी एवं निजी अस्पतालों में 5 लाख रूपये तक निःशुल्क इलाज की सुविधा ले पायेंगे। यह योजना पूरी तरह से कैशलेस है, अतः इलाज के दौरान लाभार्थी द्वारा अस्पताल को कोई भुगतान नहीं करना पडे़गा। लाभार्थी के इलाज पर होने वाले खर्च का भुगतान सरकार द्वारा सीधे अस्पतालों को किया जायेगा। देश के अन्य राज्यों में सूचीबद्ध चिकित्सालयों में भी निःशुल्क इलाज की सुविधा मिलेगी। योजनान्तर्गत कुल 1500 से भी अधिक पैकेजेस/प्रोसिजर सम्मिलित है, जिनमें कैंसर, ब्रेन ट्यूमर, ह्नदय रोग, मोतियाबिन्द, किडनी रोग एवं घुटना प्रत्यारोपड़ जैसी बीमारियों का भी इलाज सम्भव है। चिन्हित परिवारों के सभी सदस्यों को योजना का लाभ मिलेगा और पूर्व से चली आ रही बीमारियों (च्तम चगपेजपदह कपेमेंमे) का इलाज भी कराना सम्भव है। लाभार्थी अपनी पात्रता की जांच उमतंण्चउरंलण्हवअण्पद वेबसाइट पर कर सकता है। लाभार्थी परिवारों को सूचीबद्ध निजी व राजकीय चिकित्सालयों एवं नजदीकी जन सेवा केन्द्रों पर निःशुल्क आयुष्मान कार्ड जारी किये जायेंगे। योजना के संदर्भ में टोल फ्री हेल्प लाइन नं0- 1800-1800-4444/14555 माध्यम से लाभार्थियों की शिकायतों एवं जिज्ञासाओं के समाधान की सुविधा उपलब्ध होगी।

बुंदेलखंड शिल्पग्राम का विकास

प्रमुख सचिव आवास एवं शहरी नियोजन विभाग दीपक कुमार ने बताया कि ऐतिहासिक झांसी किले की तलहटी में लगभग 6 एकड़ भूमि पर झांसी शिल्पग्राम के नाम से राष्ट्रीय स्तर के शिल्पकारों के उत्पाद प्रचार-प्रसार व बाजार की सुविधा उपलब्ध कराए जाने हेतु झांसी विकास प्राधिकरण द्वारा शिल्पग्राम विकसित किया गया है, जिसमें 55 दुकाने, 32 खुले प्लेटफार्म, 8 फूड कोर्ट, प्रशासनिक भवन, एटीएम, मीटिंग हॉल,01 डोमेंट्री,04 एग्जीबिशन,01 म्यूजियम,01 ओपन थिएटर, टॉयलेट एवं पार्किंग आदि का प्राविधान करते हुए तैयार किया गया है। यह परिसर बनकर तैयार है, इसमें राष्ट्रीय स्तर के हस्तशिल्प कलाकारों के कार्यक्रम संपन्न होंगे।

मुख्यमंत्री की घोषणाओं का तेजी से हो रहा क्रियान्वयन

प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के द्वारा की गई घोषणाओं का क्रियान्वयन तेजी से हो रहा है। इस संबंध में जानकारी देते हुए प्रमुख सचिव आवास एवं शहरी नियोजन विभाग दीपक कुमार ने बताया कि झांसी शहर के मध्य में लगभग 40,000 वर्ग मीटर भूमि पर झांसी विकास प्राधिकरण द्वारा आधुनिक सुविधाओं से युक्त एक भव्य पार्क का भारत रत्न स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई जी की स्मृति में श्अटल एकता पार्कश् के नाम से विकसित किया जा रहा है। इस पार्क की प्रस्तावित भूमि पर पूर्व में अनाधिकृत पार्किंग रही है। मौके पर कूड़े के ढेर थे तथा कुछ व्यक्तियों द्वारा अस्थाई अतिक्रमण कर लिया गया था। जिला प्रशासन द्वारा उक्त भूमि से अतिक्रमण हटाकर विकास प्राधिकरण को पार्क विकसित करने हेतु उपलब्ध कराई गई, जिस पर पार्क तैयार किया जा रहा है। पार्क के अंदर एक भव्य पुस्तकालय भवन का निर्माण किया गया है, जो एक विशालकाय अष्टकोण भवन है। इस भवन में पुस्तकों के अलावा ई-लाइब्रेरी की व्यवस्था भी की जा रही है। इस भवन में कैफेटेरिया का भी संचालन किया जाएगा। पार्क के अंदर की सड़क के निर्माण के अतिरिक्त अंदर से गुजर रहे नाले को पक्का किया गया है तथा सिंथेटिक जोगिंग ट्रैक का भी निर्माण किया गया है। इसके अतिरिक्त ओपन जिम एवं मेडिटेशन/योग स्थल का निर्माण भी हो चुका है। पार्क के एक छोर पर ओपन एयर थिएटर बनाया गया है, जिसमें 500 व्यक्तियों के बैठने की व्यवस्था है। पूरे पार्क में इंटरनेट वाई-फाई सुविधा क्रियाशील है। पार्क के अंदर 842 वर्ग मीटर में दो मंजिला विशालकाय भवन बनकर तैयार है।

पंडित दीनदयाल सभागार के उच्चीकरण का कार्य:-

यह सभागार ऐतिहासिक झांसी किले की तलहटी में स्थित है। सभागार का निर्माण सार्वजनिक लोक निर्माण विभाग द्वारा वर्ष 2003-4 में कराया गया था। झांसी विकास प्राधिकरण द्वारा इस सभागार का रखरखाव किया जा रहा है। इस सभागार का सांस्कृतिक कार्यक्रमों एवं सम्मेलनों हेतु उपयोग किया जाता है, जो सर्वजन हेतु सुलभ है। सभागार अत्यंत जीर्ण-शीर्ण हो जाने के कारण स्थानीय जनता की मांग पर इसको भव्य स्वरूप प्रदान करने के उद्देश्य से प्राधिकरण द्वारा उच्चीकरण का कार्य किया गया है। सभागार पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र होने के साथ ही बुंदेलखंड क्षेत्र विशेषकर झांसी में सांस्कृतिक एवं सामाजिक गतिविधियों को बढ़ाने के लिए मील का पत्थर भी साबित हो रहा है। सभागार में 500 व्यक्तियों के बैठने की क्षमता है। यह भवन केंद्रीकृत वातानुकूलित है। सभागार के सामने खूबसूरत पार्क निर्मित किया गया है,जिसमें पंडित दीनदयाल जी की भव्य प्रतिमा लगाई गई है। 

इसे भी पढ़ें: अखिलेश यादव बोले- बड़े दलों से नहीं होगा गठबंधन, छोटे दलों के साथ मिलकर भाजपा को हराएंगे 

हॉकी के महान खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद जी अपने निवास के समीप स्थित इस हीरोज ग्राउंड में हाकी का अभ्यास किया करते थे। यह ऐतिहासिक ग्राउंड है। इसके नव निर्माण का कार्य झांसी विकास प्राधिकरण द्वारा कराया जा रहा है। इसके अंतर्गत हीरोज ग्राउंड की बाउंड्री, मैदान में आधुनिक रबर ट्रैक, म्यूजियम हाल, वीआईपी सिटिंग हाल आदि का निर्माण कार्य किया गया है। रात्रि काल में भी हाकी मैदान में खेल गतिविधियां संचालित हो,इस हेतु प्रकाश की समुचित व्यवस्था भी की गई है।

ग्राम प्रधानों को एचआईवी संक्रमण से बचाव के लिए किया गया जागरूक

उप्र राज्य एड्स नियन्त्रण सोसाइटी द्वारा आज अपने कार्यालय के सभागार में ग्राम प्रधान सदस्यों हेतु सोसाइटी कार्यालय में एक संवेदीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का शुभारम्भ अपर परियोजना निदेशक महोदय की अध्यक्षता में ग्राम प्रधानों के परिचय के साथ किया गया। उक्त कार्यशाला में हरदोई जनपद के ग्राम प्रधानों तथा प्रधान प्रतिनिधियों द्वारा प्रतिभाग किया गया।

कार्यशाला में संयुक्त निदेशक-टी.आई./प्रभारी-आई.ई.सी. द्वारा एच.आई.वी./एड्स विषय पर संवेदीकृत करते हुए समस्त प्रतिभागियों को जागरूक किया गया कि ग्रामीण इलाकों में अधिक जानकारी न होने के कारण एच.आई.वी. संक्रमण की सम्भावना अधिक होने के कारण युवाओं के मध्य एच.आई.वी./एड्स से बचाव हेतु जागरूकता की आवश्यकता है। इसी क्रम में प्रस्तुति करण के माध्यम से संयुक्त निदेशक-टी.आई./प्रभारी-आई.ई.सी. द्वारा प्रस्तुतिकरण के माध्यम से एच.आई.वी./एड्स के विषय में ग्राम प्रधानों को जागरूक किया गया कि कैसे संक्रमण से बचाव किया जाए तथा यदि किसी को संक्रमण हो जाता है तो उसका क्या इलाज है।

कार्यशला की अध्यक्षता अपर परियोजना निदेशक महोदय की गयी तथा ग्राम प्रधानों को बताया गया कि एच.आई.वी./एड्स किसी को भी हो सकता है। जो व्यक्ति एच.आई.वी./एड्स से ग्रसित हैं, उनके प्रति समाज में किसी प्रकार की हीन भावना नहीं होनी चाहिए, दूसरे वो जो ड्रग्स (नशा) पर निर्भर हैं, उनके बचाव के लिए आवश्यक जानकारी उपलब्ध कराना आवश्यक है, जिससे कि एच.आई.वी./एड्स को रोका जा सके। साथ ही एच.आई.वी./एड्स के फैलाव के कारण एवं बचाव के तरीके का प्रचार-प्रसार गॉव-गॉव में किया जाये जिससे आम जनमानस एच.आई.वी./एड्स के प्रति जागरूक रहे।

कार्यशाला के अन्त में उप्र राज्य एड्स नियन्त्रण सोसाइटी की ओर से उपस्थित ग्राम प्रधानों का कार्यशाला में प्रतिभाग करने के लिए धन्यवाद किया गया। साथ अनुरोध किया गया कि ग्राम सभा में समय-समय पर ऐसी संवेदीकृत कार्यशालाओं का आयोजन कर एच.आई.वी./एड्स के फैलाव के कारण एवं बचाव के तरीके बतायें तथा लोगों के मन में बैठे मिथकों को दूर कर गॉव-गॉव में जन जागरूकता लायें।

प्रमुख खबरें

क्रिसमस कार्यक्रम में पीएम मोदी हुए शामिल, कहा- राष्ट्रहित के साथ-साथ मानव हित को प्राथमिकता देता है भारत

1 जनवरी से इन स्मार्टफोन्स पर नहीं चलेगा WhatsApp, जानें पूरी जानकारी

मोहम्मद शमी की फिटनेस पर BCCI ने दिया अपडेट, अभी नहीं जाएंगे ऑस्ट्रेलिया

अन्नदाताओं की खुशहाली से ही विकसित भारत #2047 का संकल्प होगा पूरा