Andhra Pradesh: पवन कल्याण ने मंदिर में की शुद्धि, बोले- सनातन धर्म पर हमलों पर चुप नहीं बैठेंगे

By अंकित सिंह | Sep 24, 2024

आंध्र प्रदेश के डिप्टी सीएम पवन कल्याण ने तिरुमाला के लड्डू प्रसादम में कथित मिलावट को लेकर अपनी 11 दिवसीय 'प्रायश्चित्त दीक्षा' के हिस्से के रूप में कनक दुर्गा मंदिर में शुद्धिकरण अनुष्ठान किया। उन्होंने कहा कि आज प्रायश्चित्त दीक्षा का तीसरा दिन है। मैं बचपन से ही सनातन धर्म का पालन करता आया हूं। मैं श्री राम का भक्त हूं और हिंदू होने पर गर्व है। उन्होंने कहा कि वाईएसआरसीपी शासन के दौरान कनक दुर्गा मंदिर से तीन शेर (इंद्रकीलाद्री के ऊपर देवी कनक दुर्गा के रथ से जुड़े) लूट लिए गए थे। जब हमने उनसे सवाल किया तो हमें चुप्पी मिली। 

 

इसे भी पढ़ें: तिरुपति बालाजी- सनातन धर्मियों की मांग भावनाओं से खिलवाड़ करने वालों को मिले सख्त सज़ा


पवन कल्याण ने कहा कि मुझे नहीं पता कि वाईवी सुब्बा रेड्डी और करुणाकर रेड्डी ने ईसाई धर्म अपना लिया है या नहीं। आपके शासन में, एक बोर्ड (टीटीडी) की स्थापना की गई थी, और आप इस प्रदूषण के लिए जिम्मेदार और जवाबदेह हैं। रिपोर्ट मिलने के बाद ही हम ये सवाल उठा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैं पोन्नावोलु सुधाकर की टिप्पणियों की निंदा करता हूं। वह बहुत घमंडी है। मैं अदालती मामले के लिए तैयार हूं क्योंकि आप एजीपी हैं। हिंदू धर्म की आलोचना न करें, अन्यथा हम आपको जवाबदेह ठहराएंगे। 


डिप्टी सीएम ने कहा कि आपकी हिम्मत कैसे हुई सूअर के मांस की कीमत की तुलना शुद्ध घी से करने की? वाईवी सुब्बा रेड्डी, जांच की तैयारी करें। ईओ धर्मा रेड्डी फरार हैं। तिरुमाला एक धार्मिक स्थल से अधिक एक वित्तीय केंद्र बन गया है, ईओ धर्म रेड्डी ने आगम शास्त्र का पालन नहीं किया और अपने बेटे की मृत्यु के 11 दिनों के भीतर मंदिर में प्रवेश किया। उन्होंने कहा कि अगर इस्लाम में भी ऐसी ही हरकतें की गईं तो क्या वे आपको छोड़ देंगे? आपको इस्लाम के सिद्धांतों से सीखना चाहिए। इस मुद्दे पर वाईएसआरसीपी नेताओं ने क्या किया है? वे चुप क्यों हैं? उन्हें अनिवार्य रूप से परिणाम भुगतने होंगे। 

 

इसे भी पढ़ें: Tirupati Laddu Controversy । जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका दायर, Sadhguru की भी सामने आयी प्रतिक्रिया


जन सेना प्रमुख तिरुमाला मंदिर के लड्डू प्रसादम बनाने के लिए उपयोग किए जाने वाले घी में पशु वसा की कथित उपस्थिति पर अपनी 11 दिवसीय 'प्रायश्चित दीक्षा' (तपस्या) के हिस्से के रूप में यहां कनक द्रुगा मंदिर में शुद्धिकरण अनुष्ठान के बाद मीडियाकर्मियों से बात कर रहे थे। पवन कल्याण ने 'दीक्षा' लेने और मिलावट के खिलाफ बोलने के लिए उनकी आलोचना करने वालों पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि मुझे क्यों नहीं बोलना चाहिए? जब मेरे घर पर हमला हो तो क्या मुझे नहीं बोलना चाहिए? 

प्रमुख खबरें

Haryana Election Issues: हरियाणा में पर्ची-खर्ची बना सबसे बड़ा चुनावी मुद्दा, भाजपा और कांग्रेस आईं आमने-सामने

Udaan Scheme: रोजगार के मामले में जम्मू-कश्मीर ने भरी ऊंची उड़ान, युवाओं को मिलेंगे तमाम अवसर

ओडिशा: छात्रा से ‘दुर्व्यवहार’ पर शिक्षक गिरफ्तार

कृष्ण जन्मभूमि-शाही ईदगाह मामले में अगली सुनवाई 30 सितंबर को