Modi100 : संसदीय दल का नेता चुने जाने से लेकर अब तक के भाषणों का विश्लेषण

By अभिनय आकाश | Sep 06, 2019

लाल किले की दीवारों ने हिन्दुस्तान के हर बदलते हुए सियासी रंग को बहुत करीब से देखा है। आज़ाद हिन्दुस्तान में बनते-बिगड़ते वक़्त को ही नहीं बल्कि उस दौर को भी देखा है जब देश अंग्रेजों का गुलाम था। लाल किले की प्राचीर के ठीक सामने खड़े होने पर आजादी की खुश्बू उसकी महक फिर शायद रगों में दौड़ने लगती है। जिसकी प्राचीर से देश के सुल्तान का संबोधन होता है। बीते 73 बरस से बार-बार हर प्रधानमंत्री ने लाल किले से समूचे देश को सपना दिखाया, समूची दुनिया में इस बात का संदेश दिया कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है। नरेंद्र मोदी दूसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद पहली दफा देश की जनता से इसी लाल किले की प्राचीर से मुखातिब हुए। देश की आवाम का भरोसा, प्यार और विश्वास दोबारा जीतने के बाद सियासी सफलता के साम्राज्य बने नरेंद्र मोदी ने आजादी के दिन देशवासियों को पैगाम देने के साथ ही फ्रांस व रूस में भी संबोधन दिया। दूसरे कार्यकाल के दौरान देश और विदेश के भाषणों पर एक नजर...

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दूसरे कार्यकाल का पहला संबोधन 

पीएम नरेंद्र मोदी 73वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले से तिरंगा फहराने के बाद देशवासियों को संबोधित करते हुए दूसरे कार्यकाल के 10 सप्ताह में लिए गए अहम फैसलों को गिनाया तो साथ ही 5 साल का अपना प्लान भी बताया। देश की जनता को संबोधित करते हुए तीन तलाक और अनुच्छेद 370 समेत कई महत्वपूर्ण बातों का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि देश में जो 70 साल में नहीं हो पाया वह सिर्फ 70 दिन में हो गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हम समस्यों को न टालते हैं, न पालते हैं और अब समस्याओं को टालने और पालने का समय नहीं है। पीएम ने जल जीवन मिशन की घोषणा की तो देश की अर्थव्यवस्था को लेकर भी कई बड़ी बात कही। पीएम ने जल जीवन मिशन की घोषणा की तो देश की अर्थव्यवस्था को लेकर भी कई बड़ी बातें कहीं। 

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फ्रांस में लगे मोदी-मोदी के नारे

प्रधानमंत्री मोदी ने यहां यूनेस्को मुख्यालय में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए तीन तलाक की कुप्रथा पर रोक लगाने जैसे बड़े फैसले गिनाए जो उनकी सरकार के दूसरे कार्यकाल में लिए गए हैं। इस दौरान उन्होंने कहा, 'भारत और फ्रांस की दोस्ती अटूट है। ये मित्रता नयी नहीं है बल्कि सालों पुरानी है। हर परिस्थिति में दोनों देश साथ रहे हैं। दुख की घड़ी में भी दोनों देश साथ रहे हैं। हम आपसी उपलब्धि पर खुश होते हैं। पीएम ने कहा, 'फ्रेंच फुटबॉल टीम के बहुत से प्रशंसक भारत में हैं। इन दिनों सबलोग राम की भक्ति में डूबे हैं। पेरिस राम में राम गया है। उन्होंने कहा, भारत तेज गति से आगे बढ़ रहा है। भारत आशाओं और आकांक्षाओं का देश है। मुझे वादे याद रहते हैं इसलिए प्रचंड जनादेश मिला है। जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे से संबंधित अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को समाप्त करने के फैसले का परोक्ष रूप से उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा, भारत में अस्थाई चीजों के लिए कोई जगह नहीं है। आपने देखा होगा कि 1.25 अरब लोगों के देश, महात्मा गांधी, गौतम बुद्ध, राम, कृष्ण की भूमि को उसे हटाने में 70 साल लग गए, जो अस्थाई था। अस्थाई को हटाने में 70 साल लगे, मुझे पता नहीं कि मुझे खुशी मनानी चाहिए या दुख। तीन देशों की अपनी यात्रा के पहले चरण में फ्रांस पहुंचे मोदी ने कहा कि पिछले पांच साल में कई सकारात्मक बदलाव हुए हैं। तीन तलाक की कुप्रथा को खत्म करने के सरकार के फैसले की तारीफ करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘नया भारत’ मुस्लिम महिलाओं के साथ इस तरह का अन्याय कैसे स्वीकार कर सकता था। उन्होंने कहा, स्पष्ट नीति और सही दिशा के मंत्र से प्रेरित सरकार ने एक के बाद एक कई बड़े फैसले लिए। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि भारत अगले डेढ़ साल में कॉप 21 जलवायु परिवर्तन के अधिकतर लक्ष्य हासिल कर लेगा जिन्हें 2030 तक प्राप्त करने का निर्धारण किया गया है।

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EEF में मोदी-पुतिन की मुलाकात, आतंकवाद और व्यापार की बात

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस के व्लादिवोस्तोक में ईस्टर्न इकॉनोमिक फोरम (EEF) को संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने भारत-रूस की दोस्ती पर बात की और अपनी नीति को दुनिया के सामने रखा। ईस्टर्न इकॉनोमिक फोरम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इस कार्यक्रम के लिए मुझे भारत में चुनाव से पहले ही निमंत्रण दे दिया था। 130 करोड़ लोगों ने मुझ पर भरोसा जताया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि व्लादिमीर पुतिन की रूस के इस हिस्से के लिए रुचि काफी ज्यादा है, जो उनकी नीति में झलकती है। पीएम मोदी ने कहा कि भारत कदम से कदम मिलाकर रूस के साथ चलना चाहता है। भारत में हम सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास के साथ आगे बढ़ रहे हैं, 2024 तक भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर बनाने के लिए आगे बढ़ रहे हैं। पूर्वी हिस्से के विकास के लिए पीएम ने भारत द्वारा 1 बिलियन डॉलर का लाइन ऑफ क्रेडिट देने की भी बात कही। मोदी ने इस दौरान रूस के इस पूर्वी हिस्से के सभी 11 गवर्नरों को भारत आने का न्योता दिया।

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