By अनुराग गुप्ता | Feb 13, 2021
नयी दिल्ली। गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में जम्मू-कश्मीर के सिलसिले में उठे सवालों का जवाब देते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर की स्थिति को समझें, राजनीति करने के लिए ऐसा कोई भी बयान न दें जिससे जनता गुमराह हो। यहां पर कहा गया कि धारा 370 हटाने की दिशा पर जो वादे किए गए थे उसका क्या हुआ ? 17 महीने हुए धारा 370 हटे हुए और आप हमसे हिसाब मांग रहे हो, आपने 70 साल तक राज किया आपने क्या किया ? अगर आप 70 साल ढंग से चलाते तो हमसे हिसाब मांगने का समय ही नहीं आता। माननीय अध्यक्ष जी, इनको भी पता है कि एक साल लगभग-लगभग सबकुछ बंद रहा है। हमको कोई आपत्ति नहीं है हम सभी कार्य का हिसाब देंगे।
अमित शाह ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि पीढ़ियों तक जिनको शासन करने का मौका दिया गया उनको अपने गिरेवान में झांककर देखें कि हम हिसाब मांगने के लायक हैं या फिर नहीं। सांसदों के सवालों का जवाब देते हुए गृह मंत्री ने कहा कि धारा 370 को हटाने का मसला कोर्ट में है। पांच जजों की बेंच के सुपुर्द किया गया है। अगर इस मामले में इतनी असंवैधानिकता होती तो, सर्वोच्च अदालत को पूरा अधिकार था कानून पर रोक लगाने का।
इस दौरान अमित शाह ने सदन को यह भी विश्वास दिलाया कि सही समय आने पर जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा दिया जाएगा। विपक्ष अपने मन की आशंकाओं को जम्मू-कश्मीर की जनता पर क्यों थोप रहें हैं। सही समय आने पर राज्य का दर्जा बहाल किया जाएगा।
देश की संसद करती है फैसले
अमित शाह ने कहा कि असदुद्दीन ओवैसी जी ने कहा कि 2जी से 4जी विदेशियों के दबाव में किया है। उनको पता नहीं है कि ये यूपीए सरकार नहीं, जिसे वो समर्थन करते थे। ये नरेंद्र मोदी जी की सरकार है, इसमें देश की सरकार, देश की संसद, देश के लिए फैसले करती है। उन्होंने कहा कि औवेसी साहब अफसरों का भी हिन्दू मुस्लिम में विभाजन करते हैं। एक मुस्लिम अफसर हिन्दू जनता की सेवा नहीं कर सकता या हिन्दू अफसर मुस्लिम जनता की सेवा नहीं कर सकता क्या ? अफसरों को हिन्दू मुस्लिम में बांटते हैं और खुद को सेक्युलर कहते हैं।
यहां सुने अमित शाह की पूरी स्पीच: