By एकता | Nov 03, 2024
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रांची में झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा का घोषणापत्र जारी किया। इस अवसर पर असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा, केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान, संजय सेठ और झारखंड भाजपा अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी भी शाह के साथ मौजूद थे। भाजपा के 'संकल्प पत्र' में झारखंड के गठन के 25 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में 25 प्रमुख संकल्पों पर जोर दिया गया है।
झारखंड की जनता के लिए घोषणाएं करते हुए गृह मंत्री ने कहा, 'हम रोटी, बेटी और माटी तीनों का संरक्षण करेंगे। भाजपा झारखंड में घुसपैठियों से जमीन वापस लेने के लिए कानून लाएगी। भाजपा, झारखंड की माताओं-बहनों को 'गोगो दीदी योजना' के माध्यम से प्रतिमाह 11 तारीख को 2,100 रुपया देगी। दीपावली और रक्षाबंधन पर एक एक गैस सिलिंडर मुफ्त देंगे और गैस का सिलिंडर 500 रुपये की कीमत पर दिया जाएगा। हम झारखंड में समान नागरिक संहिता लागू करेंगे लेकिन जनजातीय समुदायों को इसके दायरे से बाहर रखेंगे।'
गृह मंत्री ने कहा, '5 वर्ष के भीतर झारखंड के युवाओं के लिए 5 लाख रोजगार के अवसरों का सृजन करेंगे। करीब 3 लाख सरकारी पद निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से भरे जाएंगे। हम झारखंड में हर स्नातक और स्नातकोत्तर युवा को प्रतिमाह 2,000 रुपये का देंगे। आदिवासी सम्मान और अस्मिता को बढ़ावा देने के लिए आदिवासी धार्मिक और सांस्कृतिक स्थल का विकास करेंगे एवं अनुदान व सहायता देंगे। हम जमशेदपुर में भगवान बिरसा मुंडा का स्मारक बनाएंगे। झारखंड में ‘प्रश्न पत्र लीक’ होने की सीबीआई, एसआईटी जांच होगी, दोषियों को जेल भेजा जाएगा। झारखंड में उद्योगों, खदानों के कारण विस्थापित लोगों के पुनर्वास के लिए आयोग का गठन किया जाएगा। झारखंड में सत्ता में आने पर भाजपा ‘सरना धर्म कोड’ के मुद्दे पर विचार-विमर्श करेगी और उचित निर्णय लेगी।'
संकल्प पत्र जारी करते हुए अमित शाह ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली राज्य सरकार की कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) सरकार के तहत महिलाएं और आदिवासी सुरक्षित नहीं हैं। इसके अलावा उन्होंने सोरेन सरकार पर राज्य की पहचान की रक्षा करने में विफल रहने का आरोप लगाया।
अमित शाह ने जनता से कहा कि झारखंड का ये चुनाव न केवल सरकार बदलने का चुनाव है, बल्कि झारखंड का भविष्य सुरक्षित करने का चुनाव है। उन्होंने जोर देते हुए राज्य की जनता से पूछा कि उनको तय करना है कि आकंठ भ्रष्टाचार में डूबी हुई सरकार चाहिए या विकास के रास्ते पर चलती हुई मोदी जी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार चाहिए। घुसपैठ कराकर झारखंड की अस्मिता को खतरे में डालने वाली सरकार चाहिए या परिंदा भी पर न मार सके ऐसी सरहद की सुरक्षा करने वाली भाजपा सरकार चाहिए।
अमित शाह ने कहा, 'झारखंड को हमारे पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी जी ने बनाया था और झारखंड को संवारने का काम हमारे नेता और देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने किया। परन्तु पांच साल पहले हेमंत सोरेन की सरकार आई, जिन्होंने मोदी जी द्वारा डबल इंजन सरकार के माध्यम से की गई विकास योजनाओं को ठप्प कर दिया।' उन्होंने कहा कि आज फिर से भाजपा नई उम्मीद के साथ झारखंड की जनता के पास जा रही है कि हम झारखंड के विकास, सुरक्षा, भ्रष्टाचार के उन्मूलन और प्रदेश को विकास की ओर बढ़ाने के लिए काम करेंगे।'
हेमंत सोरेन सरकार पर निशाना साधते हुए शाह ने कहा, 'हेमंत सोरेन सरकार के दौरान झारखंड में महिलाओं के खिलाफ अपराधों में 29 प्रतिशत की वृद्धि है और बलात्कार के मामलों में 42 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। हेमंत सोरेन सरकार महिलाओं की सुरक्षा में विफल रही है।' उन्होंने आगे कहा, 'हेमंत सोरेन सरकार ने 5 लाख युवाओं को प्रतिवर्ष नौकरी देने का वादा किया था। आज मैं आपसे हिसाब मांगने आया हूं, 25 लाख छोड़िए आप सिर्फ 5 लाख युवाओं की लिस्ट दे दीजिए। हेमंत सोरेन सरकार से झारखंड का युवा आक्रोशित है और आपको ढूंढ रहा है। घुसपैठियों को आपने (हेमंत सोरेन) पनाह दी है। घुसपैठियों मेंं आपको अपना वोट बैंक दिखाई देता है। इस राज्य में घुसपैठियों की वजह से आदिवासियों की संख्या घट रही है, डेमोग्राफी बदल रही है और हेमंत सोरेन की सरकार अपनी धुन में मस्त है।'
झारखंड की जनता से शाह ने कहा कि मैं आपसे वादा करता हूं कि भाजपा सरकार आएगी, तो घुसपैठियों को झारखंड से बाहर निकालेगी। असम में भाजपा सरकार आई और आज असम में घुसपैठ बंद हो गई है। उन्होंने आगे कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा, 'भाजपा ने अपने हर वादे को पूरा किया है, जबकि कांग्रेस सरकार हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक और तेलंगाना तीनों जगह पर दिए गए वादों को पूरा करने में विफल रही है। मैं खड़गे साहब को बधाई देता हूं कि उन्होंने जनता के सामने स्वीकार किया है कि हम (कांग्रेस) किए गए वादों को पूरा करने में विफल रहे हैं।'
झारखंड विधानसभा की 81 सीटों के लिए चुनाव 13 नवंबर और 20 नवंबर को दो चरणों में होंगे, जबकि मतगणना 23 नवंबर को होगी। पिछले विधानसभा चुनाव में झारखंड मुक्ति मोर्चा ने 30 सीटें जीती थीं, भाजपा ने 25 और कांग्रेस ने 16 सीटें जीती थीं।