केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने बिहार के सीमांचल क्षेत्र के जिलों से आने वाले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यकर्ताओं में शनिवार को जोश भरा। भाजपा के प्रमुख रणनीतिकार माने जाने वाले शाह बिहार में पिछले महीने राजनीतिक उठा-पटक के कारण भाजपा के सत्ता गंवाने के बाद पहली बार राज्य के दौरे पर आए हैं। शाह ने राज्य के इकलौते मुस्लिम बहुल जिले किशनगंज में भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। वह शुक्रवार शाम से जिले में हैं।
भाजपा के राज्य के प्रभारी महासचिव विनोद तावड़े ने पूर्णिया मंडल के चार जिलों के कार्यकर्ताओं के साथ मुलाकात की जानकारी साझा की। पूर्णिया मंडल को आधिकारिक रूप से सीमांचल के नाम से जाना जाता है। तावड़े ने ट्वीट किया, ‘‘गृह मंत्री ने कहा कि यह राष्ट्रीय हित में है कि भाजपा चार जिलों पूर्णिया, किशनगंज, अररिया और कटिहार में मजबूत रहे।’’ इन सभी जिलों में मुस्लिमों की अच्छी-खासी आबादी है और भाजपा लंबे समय से यह दावा करती है कि बांग्लादेशी शरणार्थियों और म्यांमा से रोहिंग्याओं के अवैध प्रवेश के कारण यहां मुस्लिमों की तादाद ज्यादा है।
तावड़े ने कहा कि शाह ने पार्टी के कार्यकर्ताओं की स्थानीय विकास कार्यों से जुड़ी शिकायतें बड़े धैर्यपूर्वक सुनी और उन्हें जल्द समाधान निकालने का आश्वासन दिया। गृह मंत्री ने देश की आजादी के 75 वर्ष पूरे होने के मौके पर ‘अमृत महोत्सव’ के तहत माता गुजरी विश्वविद्यालय में एक सांस्कृतिक कार्यक्रम को संबोधित करने के बाद बिहार का 30 घंटे का दौरा संपन्न किया। इस बीच, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल (यूनाइटेड) के नेताओं ने एक दिन पहले पूर्णिया में एक रैली में यह कहने के लिए शाह पर तीखा प्रहार किया कि शहर में अब एक हवाई अड्डा है।
जद(यू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन तथा संसदीय बोर्ड के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने वीडियो के माध्यम से दिए बयानों में शाह पर लोगों के सामने झूठ बोलने का आरोप लगाया। भाजपा नेताओं ने नाम गोपनीय रखे जाने की शर्त पर बताया कि शाह के दिमाग में दरभंगा हवाई अड्डा था लेकिन उन्होंने भूल से पूर्णिया का नाम ले लिया।