By अभिनय आकाश | Feb 14, 2025
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के साथ मुलाकात के दौरान अरबपति गौतम अडानी के खिलाफ अमेरिकी सरकार द्वारा लगाए गए रिश्वतखोरी के आरोपों पर चर्चा नहीं हुई। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पीएम मोदी से पूछा गया कि क्या अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ बैठक में कारोबारी गौतम अडानी के खिलाफ मामले पर चर्चा हुई? जिसपर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत एक लोकतांत्रिक देश है और हमारी संस्कृति 'वसुधैव कुटुम्बकम' की है, हम पूरी दुनिया को एक परिवार मानते हैं। हर भारतीय को मैं अपना मानता हूं। ऐसे व्यक्तिगत मामलों के लिए दो देशों के मुखिया न मिलते है न बैठते हैं न बात करते हैं।
क्या है पूरा मामला
अमेरिकी अभियोजकों ने एशिया के दूसरे सबसे अमीर आदमी अदानी पर कथित तौर पर भारत में अधिकारियों को 250 मिलियन डॉलर से अधिक की रिश्वत की व्यवस्था करने और अमेरिकी निवेशकों को धोखा देने में मदद करने का आरोप लगाया है। 20 नवंबर को खोले गए पांच-गिनती अभियोग में, अभियोजकों ने आरोप लगाया कि अदानी भारत में सरकारी अधिकारियों को करोड़ों डॉलर की "भ्रष्ट रूप से पेशकश, अधिकार देने, भुगतान करने का वादा करने और रिश्वत देने" की योजना का हिस्सा था। अडानी ग्रुप ने आरोपों से इनकार किया है।
ट्रंप ने रद्द किए कानून
आपको बता दें कि पीएम मोदी की अमेरिका यात्रा से ठीक पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने करीब 50 साल पुराने फॉरेन करप्ट प्रैक्टिसेस एक्ट (एपसीपीए) को निलंबित कर दिया है। इससे विदेशों में व्यापार के लिए रिश्वत देना अपराध नहीं रहेगा। यह वही अधिनियम है जिसके तहत उद्योगपति गौतम अडानी पर आरोप लगाया गया है। ट्रंप ने आदेश पर हस्ताक्षर करते हुए कहा कि ये कानून वैश्विक मंच पर कंपनियों को नुकसान में डालता है। इसके अलावा, उन्होंने नवनियुक्त अटॉर्नी जनरल पाम बोंडी को एफसीपीए के तहत की गई कार्रवाइयों को तुरंत रोकने का आदेश दिया।