By अभिनय आकाश | Feb 24, 2023
चीन के साथ बढ़ते तनाव के बीच अमेरिका प्रशिक्षण के लिए ताइवान में 100 से 200 सैनिकों को भेजने की तैयारी कर रहा है। पश्चिमी मीडिया ने एक अमेरिकी अधिकारी के हवाले से ये दावा किया गया है। जिसमें कहा गया है कि ये सैनिक ताइवान के सैनिकों को ट्रेनिंग देंगे। ताइवान जाने वाले सैनिकों में नेशनल गॉर्ड्स, स्पेशल ऑफीसर, यूएस मरीन शामिल हैं। इससे पहले दावा किया गया था कि एक साल पहले ताइवान में करीब 30 अमेरिकी सैनिकों को तैनात किया गया था। अधिकारी ने दावा किया कि ताइवान जाने वाले अमेरिकी सैनिक चीन से संभावित युद्ध का मुकाबला करने के लिए ताइवान के सैनिकों को ट्रेनिंग देंगे।
अधिकारियों में से एक ने कहा कि बढ़ी हुई सैनिकों की सही संख्या स्पष्ट नहीं थी, लेकिन यह कदम संयुक्त राज्य भर में उड़ान भरने वाले एक चीनी जासूसी गुब्बारे के बाद तनाव से संबंधित नहीं है। गुब्बारे की घटना ने वाशिंगटन में अफरा तफरी मचा दी और विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन को बीजिंग की यात्रा रद्द करने के लिए मजबूर कर दिया। पेंटागन के एक प्रवक्ता ने कहा कि ताइवान के लिए हमारा समर्थन और रक्षा संबंध पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना द्वारा पेश किए गए मौजूदा खतरे के खिलाफ है।
इस खबर को सबसे पहले वॉल स्ट्रीट जर्नल ने रिपोर्ट किया था। ताइवान की आधिकारिक सेंट्रल न्यूज एजेंसी ने इसी हफ्ते खबर दी थी कि करीब 500 सैनिकों की एक बटालियन इस साल ट्रेनिंग के लिए अमेरिका जाएगी। चू ने अप्रत्यक्ष रूप से पुष्टि की कि कुछ सैनिक प्रशिक्षण के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका जाएंगे जो अतीत की तुलना में अधिक सामरिक होगा, लेकिन संख्या का विवरण नहीं दिया। चीन ताइवान को एक स्वच्छंद प्रांत के रूप में देखता है और उसने इस द्वीप को बलपूर्वक लेने से इनकार नहीं किया है। ताइवान का कहना है कि वह एक स्वतंत्र देश है और वह अपने लोकतंत्र और स्वतंत्रता की रक्षा करेगा।