भारत के मशहूर उद्योगपति रतन टाटा का बुधवार नौ अक्टूबर को मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में निधन हो गया है। उम्र संबंधित कई बीमारियों से जूझने के दौरान उनका निधन हुआ है। भले ही पूरा देश रतन टाटा से ना मिला हो मगर उनके निधन पर आज करोड़ों देशवासियों की आंखे नम जरुर है। घर घर में नमक से लेकर गाड़ियों तक की जगह बनाने वाला टाटा समूह ये उपलब्धि रतन टाटा के नेतृत्व में ही हासिल कर सका है।
रतन टाटा के निधन के बाद एनसीपीए ग्राउंड में दिग्गज नेता, उद्योगपति से लेकर आम जनता भी उनके अंतिम दर्शन करने पहुंची है। सभी रतन टाटा के अंतिम दर्शन कर रहे है। हालांकि देश में उनके निधन से शोक की लहर है। रतन टाटा के निधन पर झारखंड और महाराष्ट्र सरकार ने एक दिन के लिए राजकीय शोक घोषित किया है।
अंबानी परिवार पहुंचा
रतन टाटा को श्रद्धांजलि देने के लिए एनसीपीए ग्राउंड में कई लोग पहुंचे है। अंबानी परिवार ने रतन टाटा को श्रद्धांजलि अर्पित की है। रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी, नीता अंबानी ने रतन टाटा को श्रद्धांजलि दी। इस दौरान आकाश अंबानी और श्लोका अंबानी भी मौजूद थे।
मुकेश अंबानी ने जारी किया था बयान
मुकेश अंबानी ने अपने "प्यारे दोस्त" को खोने के बारे में दुख व्यक्त करते हुए एक बयान जारी किया। उन्होंने पिछले कुछ सालों में उनके व्यक्तिगत और पेशेवर संबंधों के बारे में भी बात की। रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कहा, "यह भारत और भारतीय उद्योग जगत के लिए बहुत दुखद दिन है। रतन टाटा का निधन न केवल टाटा समूह के लिए बल्कि हर भारतीय के लिए एक बड़ी क्षति है। व्यक्तिगत स्तर पर, रतन टाटा के निधन ने मुझे बहुत दुख में डाल दिया है क्योंकि मैंने एक प्रिय मित्र खो दिया है। उनके साथ मेरी प्रत्येक मुलाकात ने मुझे प्रेरित और ऊर्जावान बनाया और उनके चरित्र की महानता और उनके द्वारा अपनाए गए उत्कृष्ट मानवीय मूल्यों के प्रति मेरा सम्मान बढ़ाया। रतन टाटा एक दूरदर्शी उद्योगपति और परोपकारी व्यक्ति थे, जिन्होंने हमेशा समाज की भलाई के लिए प्रयास किया।"
उन्होंने कहा, "श्री रतन टाटा के निधन से भारत ने अपने सबसे शानदार और दयालु पुत्रों में से एक को खो दिया है। श्री टाटा ने भारत को दुनिया के सामने रखा और दुनिया की सर्वश्रेष्ठ चीज़ों को भारत में लाया। उन्होंने टाटा घराने को संस्थागत रूप दिया और इसे एक अंतरराष्ट्रीय उद्यम बनाया, जिसने 1991 में चेयरमैन का पद संभालने के बाद से टाटा समूह को 70 गुना से अधिक बढ़ाया। रिलायंस, नीता और अंबानी परिवार की ओर से मैं टाटा परिवार और पूरे टाटा समूह के शोक संतप्त सदस्यों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूँ। रतन, आप हमेशा मेरे दिल में रहेंगे। ओम शांति।"