भले ही आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव अब सक्रिय राजनीति में दिखने लगे हैं। बेल मिलने और जेल से बाहर होने के बाद वह लगातार राजनीतिक गतिविधियों को लेकर बैठक रहे हैं। लेकिन जो खबरें पटना से आ रही है उसमें आरजेडी के लिए अच्छे संकेत नहीं है। आरजेडी में एक बार फिर से अंदरूनी कला की शुरुआत हो चुकी है। सूत्र बता रहे हैं कि तेजस्वी यादव और तेजप्रताप यादव में सब कुछ ठीक-ठाक नहीं है। यह तब सामने भी आ गया जब तेज प्रताप के कार्यक्रम के पोस्टर से तेजस्वी की फोटो गायब थी। दरअसल, पटना में आरजेडी की एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। इसमें तेज प्रताप यादव मुख्य अतिथि थे। यह बैठक छात्र आरजेडी की थी। तेज प्रताप यादव छात्र आरजेडी के संरक्षक भी हैं।
दूसरी ओर खबर यह भी है कि आरजेडी में तेजस्वी यादव और ग्रुप तेज प्रताप के बयानों से आज सहज होता दिखाई दे रहा है। यही कारण है कि तेज प्रताप और तेजस्वी यादव में दूरियां होने लगी है। हाल में ही राजद के एक कार्यक्रम में तेज प्रताप यादव ने प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह को हिटलर तक कह डाला था। उन्होंने कहा था कि पार्टी कार्यालय का मेन गेट अध्यक्ष की मर्जी से खुलता है और बंद होता है। पिताजी के समय यह दरवाजा हमेशा खुला रहता था। तेज प्रताप ने तो यह तक कह दिया कि कुर्सी किसी की बपौती नहीं।