'कन्नौज में अखिलेश तो रायबरेली में राहुल की होगी हार', केशव मौर्य बोले- देश विरोधी ताकतें नहीं चाहती कि मोदी फिर से PM बने

By अंकित सिंह | May 06, 2024

उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने सोमवार को कहा कि समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव और कांग्रेस नेता राहुल गांधी दोनों लोकसभा चुनाव में क्रमशः कन्नौज और रायबरेली में हार जाएंगे। श्रावस्ती से बीजेपी प्रत्याशी साकेत मिश्रा के समर्थन में एक सभा को संबोधित करते हुए मौर्य ने कहा कि जिस तरह 2019 में अखिलेश की पत्नी डिंपल यादव को कन्नौज से हार मिली थी, वही इस बार भी होगा। उन्होंने कहा, ''राहुल को रायबरेली से भी हार का स्वाद चखना पड़ेगा।''

 

इसे भी पढ़ें: Chai Par Sameeksha: रायबरेली में राहुल बचा पाएंगे गांधी परिवार का किला, प्रियंका क्यों नहीं लड़ीं चुनाव?


भाजपा नेता ने आम चुनाव में भगवा पार्टी के 400 से अधिक सीटें जीतने का भरोसा जताया। मौर्य ने इंडिया ब्लॉक के नेताओं पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि सभी 'भ्रष्ट पार्टियां' एक छत के नीचे आ गई हैं। उन्होंने आगे कहा कि विपक्ष यह कहकर लोगों को गुमराह कर रहा है कि संविधान खतरे में है। उन्होंने कहा, ''नरेंद्र मोदी पिछले 10 साल से देश के प्रधानमंत्री हैं और नई संसद में प्रवेश करने से पहले उन्होंने संसद के दरवाजे पर माथा टेका था।'' उन्होंने दावा किया कि भारत विरोधी ताकतें नहीं चाहती कि मोदी जी फिर से प्रधानमंत्री बने।

 

इसे भी पढ़ें: Prajatantra: राहुल को रायबरेली से उतारने के पीछे क्या है कांग्रेस की रणनीति, Modi ने क्यों कहा- भागो मत


उन्होंने कहा कि यह चुनाव ऐतिहासिक है जिसमें दो खेमें हैं, एक ओर 12 लाख करोड़ के भ्रष्टाचार-घोटाले करने वाली कांग्रेस पार्टी है और दूसरी ओर 23 साल तक मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री रहने के बाद भी जिनपर 25 पैसे का आरोप नहीं लगा ऐसे आदरणीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी हैं। उन्होंने कहा कि कहा कि भाजपा सरकार की जन-कल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से देश ने 'मोदी जी की गारंटी' को धरातल पर उतरते हुए देखा है। देश की जनता एक बार फिर प्रचंड बहुमत की भाजपा सरकार के कमल खिलाकर मा0 श्री नरेन्द्र मोदी जी को फिर एक बार प्रधानमंत्री बनाने जा रही है!

प्रमुख खबरें

तमिलनाडु के पनरुति में हुई शराब त्रासदी के 23 साल बाद पकड़ा गया संदिग्ध

कैसी होगी दूसरे कार्यकाल में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की विदेश नीति?

तमिलनाडु में समन्वित प्रयासों से डेंगू से होने वाली मौतों की दर में कमी आई: स्वास्थ्य विभाग

सीनेट पर रिपब्लिकन का कब्जा, हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव में क्या है स्थिति. 234 साल पुराने अमेरिकी हाउस से जुड़ी हर डिटेल्स यहां पढ़ें