By अंकित सिंह | May 02, 2023
महाराष्ट्र की राजनीति में अचानक उस वक्त हलचल बढ़ गई जब शरद पवार ने अपने इस्तीफे का ऐलान कर दिया। उनके इस्तीफे को लेकर तरह-तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं। हालांकि, शरद पवार के इस्तीफे के बाद उनके समर्थकों ने नारेबाजी की। पार्टी के तमाम नेताओं ने उनसे अपना इस्तीफा वापस लेने के लिए कहा। हालांकि, शरद पवार के भतीजे और एनसीपी के वरिष्ठ नेता अजित पवार ने बड़ा बयान दिया है। अजित पवार ने साफ तौर पर कहा है कि शरद पवार खुद चाहते हैं कि पार्टी को नई पीढ़ी के लोग नेतृत्व दें। उन्होंने कहा था कि पवार साहब ने खुद कुछ दिन पहले पार्टी में बदलाव की आवश्यकता के बारे में कहा था। उन्होंने यह भी कहा कि हमें शरद पवार के फैसले को उनकी उम्र और सेहत के आलोक में भी देखना चाहिए।
महाराष्ट्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजीत पवार ने कहा कि सब कुछ समय के हिसाब से फैसला लेना होता है। पवार साहब ने भी फैसला लिया है और इसे वह वापस नहीं लेंगे। उन्होंने कहा कि पवार साहब हमेशा एनसीपी परिवार के मुखिया रहेंगे। जो भी नया अध्यक्ष होगा और पवार साहब के मार्गदर्शन में ही काम करेगा। दूसरी ओर एनसीपी के कार्यकर्ता लगातार यह मांग कर रहे थे कि सुप्रिया सुले शरद पवार से बातचीत करें। इसके जवाब में अजित पवार ने कहा कि मैं सुप्रिया सुले को कुछ भी ना बोलने की सलाह दूंगा। उन्होंने कहा कि मैं उनका बड़ा भाई हूं और इसलिए मैं उन्हें यह सलाह दे सकता हूं। अपने इस्तीफे का विरोध कर रहे पार्टी कार्यकर्ताओं से शरद पवार ने कहा कि आइए हम सब मिलकर काम करें, लेकिन मेरा इस्तीफा स्वीकार करें।
एनसीपी नेता जयंत पाटिल ने कहा कि शरद पवार के इस फैसले से देशभर के कार्यकर्ता सहमत नहीं हैं। हमने फैसला किया है कि हम उनके मन को बदलने के लिए प्रयास करना जारी रखेंगे। यह हमारा फैसला है कि वह आखिरी सांस तक एनसीपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने रहेंगे। वहीं, कभी शरद पवार के बेहद करीब रहे कांग्रेस नेता तारिक अनवर ने कहा कि शरद पवार एक अनुभवी राजनेता हैं। उन्होंने या उनका परिवार ही कह सकता है कि उन्होंने किन परिस्थितियों में इस्तीफा दिया है। 25 साल तक एनसीपी प्रमुख रहने के बाद से यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण कदम है। उनके भतीजे अजित पवार ने कहा कि अब उठाए जाने वाले कदमों पर फैसला करने के लिए वे आपस में चर्चा करेंगे।