By रितिका कमठान | Jan 07, 2024
उत्तर प्रदेश के अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर के उद्घाटन के लिए अंतिम स्तर पर तैयारियां की जा रही है। इसी बीच विपक्षी पार्टियां राम मंदिर निर्माण को लेकर कई तरह की बयानबाजी कर रहे है। राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम से पहले ही ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ) के अध्यक्ष और लोकसभा सांसद बदरुद्दीन अजमल ने बड़ा बयान दिया है।
लोकसभा सांसद बदरुद्दीन अजमल ने शनिवार को सभी मुसलमानों से अपील की है कि वो 20 से 25 जनवरी के दौरान घर में ही रहें। वो सिर्फ मुसलमानों से ये अपील कर ही नहीं रूके बल्कि उन्होंने ये भी कहा कि मुसलमानों की सबसे बड़ी दुश्मन भारतीय जनता पार्टी है। उन्होंने कहा कि हमें सतर्क रहने की जरुरत है। पूरी दुनिया राम जन्मभूमि में रामलला की मूर्ति स्थापित होते देखेगी। लाखों लोग बसों, ट्रेनों, हवाई जहाज आदि से यात्रा करेंगे। हमें शांति बनाए रखनी होगी। अजमल ने असम के बारपेटा में एक सभा को संबोधित करते हुए ये बातें कही है।
उन्होंने कहा कि 20 से 25 जनवरी के बीच हमें यात्रा करने से बचना चाहिए और घर पर रहना चाहिए। भाजपा मुसलमानों की सबसे बड़ी दुश्मन है। यह हमारे जीवन, आस्था, मस्जिदों, इस्लामी कानूनों और हमारे अज़ान की दुश्मन है। इस बीच, बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री ने एआईयूडीएफ प्रमुख पर पलटवार किया है। भाजपा नेता ने कहा कि पार्टी सबका साथ, सबका विश्वास' के 'मंत्र' पर काम करती है। अयोध्या भूमि विवाद मामले में एक पूर्व वादी इकबाल अंसारी को राम मंदिर के 'प्रतिष्ठा समारोह' में आमंत्रित किया गया है, और वह प्रार्थना में भी भाग लेंगे। बदरुद्दीन अजमल और औवेसी जैसे लोग समाज में नफरत फैलाते हैं। जबकि भाजपा सभी धर्मों का सम्मान करती है।
गौरतलब है कि अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह में वैदिक अनुष्ठान मुख्य कार्यक्रम से एक सप्ताह पहले ही शुरु होंगे। इन वैदिक अनुष्ठानों की शुरुआत 16 जनवरी से हो जाएगी। वाराणसी एक पुजारी लक्ष्मीकांत दीक्षित राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा का मुख्य अनुष्ठान 22 जनवरी को करेंगे। 14 जनवरी से 22 जनवरी तक अयोध्या में अमृत महोत्सव मनाया जाएगा। जैसे-जैसे मंदिर के अभिषेक की उलटी गिनती जारी है, लोगों के बीच प्रत्याशा और उत्साह स्पष्ट है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 22 जनवरी को राम मंदिर के प्रतिष्ठापन समारोह में शामिल होने की उम्मीद है। इस कार्यक्रम ने काफी ध्यान आकर्षित किया है, भारत और विदेश से कई वीवीआईपी मेहमानों को अयोध्या में इस शुभ अवसर में भाग लेने के लिए निमंत्रण मिला है।