By अंकित सिंह | Oct 12, 2020
बिहार में पहले चरण के मतदान से पहले चुनावी सरगर्मियां तेज हो गई है। पहले चरण के लिए नामांकन खत्म हो गया है जबकि दूसरे चरण के लिए लगभग सभी पार्टियों ने अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। धीरे-धीरे अब चुनावी समीकरण भी साफ होती दिखाई दे रही हैं। पिछले लगभग एक-दो सालों से जिस बात के कयास लगाए जा रहे थे उस पर भी विराम लग गया है। अब यह साफ हो गया है कि लालू परिवार के किसी भी सदस्य के खिलाफ बहू ऐश्वर्या राय चुनाव नहीं लड़ेंगी। ऐश्वर्या राय के पिता चंद्रिका राय अपनी परंपरागत सीट परसा से जदयू के टिकट पर चुनावी मैदान में हैं।
कई दिनों से मीडिया के साथ-साथ स्थानीय लोगों में भी इस बात को लेकर चर्चा जोरों पर थी कि क्या तेजप्रताप के खिलाफ ऐश्वर्या राय जदयू के टिकट से चुनाव मैदान में उतरेंगी? इतना ही नहीं, यह भी कयास लगाए जा रहे थे कि ऐसा ना हो कि ऐश्वर्या राय तेजस्वी के खिलाफ चुनाव मैदान में उतर जाएं। लेकिन फिलहाल ऐसा होता हुआ तो नहीं दिख रहा है। हालांकि तेज प्रताप अपनी सीट बदलकर हसनपुर पहुंच गए हैं। अपना पुराना विधानसभा क्षेत्र छोड़ने का मन तेज प्रताप ने बहुत पहले ही बना लिया था। उन्हें हसनपुर से आरजेडी का टिकट भी मिल गया है। हसनपुर से जदयू के उम्मीदवार राजकुमार राय से तेज प्रताप की टक्कर है।
वहीं, तेजस्वी यादव राघोपुर से ही चुनावी मैदान में है। यहां भी इस बात के कयास लगाए जा रहे थे कि ऐसा ना हो कि इनके खिलाफ ऐश्वर्या राय चुनावी मैदान में उतर जाए। हालांकि तेजस्वी यादव ने ऐश्वर्या की बहन और चंद्रिका राय की भतीजी करिश्मा को आरजेडी की सदस्यता दिला दी थी। इसके बाद यह भी कयास लगाए जा रहे थे कि कहीं आरजेडी चंद्रिका राय के खिलाफ करिश्मा को चुनावी मैदान में उतार दे। लेकिन ऐसा हुआ नहीं। आरजेडी ने परसा से छोटे लाल राय को टिकट दिया है। परसा में चंद्रिका राय और छोटेलाल राय के बीच इससे पहले भी कई मुकाबले हुए हैं। इसके बाद अब यह कहा जा सकता है कि लालू यादव ने अभी भी अपने संमधि चंद्रिका राय से दोस्ती की गुंजाइश रखी हुई है। हालांकि तेज प्रताप और ऐश्वर्या राय के बीच तलाक का मामला कोर्ट में है और चुनावी मैदान में इसकी गूंज जरूर सुनाई देंगी।