By अंकित सिंह | May 07, 2020
पूरा विश्व कोरोना महामारी संकट से जूझ रहा है। विश्व के कई देशों में लॉक डाउन है। भारत में भी लॉक डाउन 17 मई तक लागू है। हालांकि भारत में लॉक डाउन का यह तीसरा चरण चल रहा है जिसमें काफी हद तक के व्यापार और अन्य गतिविधियों के लिए छूट दी गई है। इस बीच विदेश जाने वाले लोगों के लिए एक अच्छी खबर है। दरअसल, एयर इंडिया ने वंदे भारत मिशन के तहत संचालित होने वाली उड़ानों पर यात्रियों को भारत से बाहर जाने के लिए बुकिंग शुरू कर दी है। यात्री अब भारत से बाहर लंदन, सिंगापुर और यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ अमेरिका के कुछ हिस्सों में फ्लाइट से जा सकेंगे। एयर इंडिया ने इन सेवाओं की शुरुआत 8 से 14 मई के लिए की है। एयर इंडिया के मुताबिक वे लोग ही इस सुविधा का लाभ उठा सकते हैं जो इन देशों में जाने के लिए कुछ जरूरी शर्तों को पूरा करने के लिए तैयार हैं।
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अब यह कहा जा रहा है कि भारत विदेशों में फंसे अपने नागरिकों को वापस लेने के लिए उड़ाने संचालित करेगा। इसी के तहत है यहां से विदेश जाने वाली खाली उड़ानों के लिए बुकिंग शुरू कर दी है ताकि नुकसान ज्यादा ना हो। मगर इस उड़ान का लाभ उठाने के लिए कुछ जरूरी शर्तों का पालन करना अनिवार्य है।1 मई को केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से जारी दिशा निर्देश के अनुसार ही एयर इंडिया ने इन सेवाओं को शुरू करने की घोषणा की है। साथ ही साथ इसके लिए बुकिंग की सुविधा भी शुरू कर दी गई है। अब हम आपको उन शर्तों के बारे में बताते हैं जिसे पूरा करने के बाद ही आपको विदेश जाने की अनुमति मिल सकती है।
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एयर इंडिया की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक आपको गंतव्य देशों का नागरिक होना जरूरी है। इसके अलावा भारतीय और विदेशी नागरिकों के पास गंतव्य देश का कम से कम 1 साल की अवधि का वैद्य वीजा होना चाहिए। आप ग्रीन कार्ड या ओसीआई कार्ड धारक हो। इन तीन शर्तों के अलावा कुछ अन्य शर्ते भी आपको पूरा करना होगा। यात्री को यह सुनिश्चित करना होगा कि जिस देश में वे जाना चाहते हैं वहां के हेल्थ प्रोटोकॉल के नियमों को उन्हें पूरा करना होगा। इसके अलावा यात्रा का पूरा किराया यात्री को ही देना होगा। सरकार की ओर से आपको किसी तरीके की छूट नहीं मिलेगी। बोर्डिंग के समय सभी यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग की जाएगी। जिन यात्रियों में कोरोना के लक्षण दिखाई देंगे, उन्हें यात्रा की अनुमति नहीं होगी। इसके अलावा किसी भी सूरत में डिपोर्ट किए जाने पर डिपोर्टेशन पेनल्टी, लौटने का किराया और क्वारंटीन में खर्च होने वाले पैसा यात्री को देने होंगे।