‘बंगाल की खाड़ी बहु-क्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग पहल (बिम्सटेक) के अंतर्गत कोलंबो में टेक्नोलॉजी ट्रांसफर फैसिलिटी (टीटीएफ) की स्थापना के लिए भारत के मेमोरेंडम ऑफ एसोसिएशन (एमओए) को कैबिनेट की मंजूरी मिल गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा इससे संबंधित निर्णय लिया गया है।
बिम्सटेक टेक्नोलॉजी ट्रांसफर फैसिलिटी (टीटीएफ) का मुख्य उद्देश्य प्रौद्योगिकियों के हस्तांतरण, साझा-अनुभव और क्षमता निर्माण को बढ़ावा देकर बिम्सटेक सदस्य देशों के बीच प्रौद्योगिकी हस्तांतरण में समन्वय, सुविधा एवं सहयोग को मजबूत करना है। श्रीलंका के कोलंबो में 30 मार्च, 2022 को पाँचवें बिम्सटेक शिखर सम्मेलन में सदस्य देशों द्वारा इस बारे में हस्ताक्षर किए गए थे।
बिम्सटेक के सदस्य देशों की इस पहल के प्राथमिकता क्षेत्रों में जैव प्रौद्योगिकी, नैनो प्रौद्योगिकी, सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी, अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी से संबंधित अनुप्रयोग, कृषि प्रौद्योगिकी, खाद्य प्रसंस्करण प्रौद्योगिकी, फार्मास्युटिकल प्रौद्योगिकी में स्वचालन, नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा से संबंधित प्रौद्योगिकी में स्वचालन, नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा प्रौद्योगिकी, समुद्र विज्ञान, परमाणु प्रौद्योगिकी से संबंधित अनुप्रयोग, ई-अपशिष्ट एवं ठोस अपशिष्ट प्रबंधन प्रौद्योगिकी, स्वास्थ्य प्रौद्योगिकी, आपदा जोखिम न्यूनीकरण और जलवायु परिवर्तन अनुकूलन से संबंधित प्रौद्योगिकी जैसे विषय शामिल हैं।
टीटीएफ के लक्ष्यों में बिम्सटेक देशों में उपलब्ध प्रौद्योगिकियों का डाटाबैंक विकसित करना, प्रौद्योगिकी हस्तांतरण एवं प्रबंधन, प्रमाणन, माप विज्ञान (मेट्रोलॉजी), परीक्षण और अंशांकन (कैलिब्रेशन) की सुविधाओं से संबंधित क्षेत्रों में बेहतर परिपाटियों से जुड़ी सूचनाओं का भंडार, क्षमता निर्माण, विकास कार्यों से जुड़े अनुभवों एवं अच्छी परिपाटियों को साझा करना, और सदस्य देशों के बीच प्रौद्योगिकियों का हस्तांतरण और उनका उपयोग शामिल है।
बिम्सटेक एक बहुपक्षीय क्षेत्रीय संगठन है, जिसकी स्थापना बंगाल की खाड़ी में तटीय और आसन्न देशों के बीच साझा विकास और सहयोग को तेज करने के उद्देश्य से की गई है। इसके कुल सात सदस्य देश हैं, जिनमें भारत, बांग्लादेश, भूटान, नेपाल और श्रीलंका सहित दक्षिण एशिया से पाँच देश, और म्यांमार और थाईलैंड सहित दक्षिण पूर्व एशिया से दो देश शामिल हैं।
टेक्नोलॉजी ट्रांसफर फैसिलिटी (टीटीएफ) का एक शासी बोर्ड होगा, और इसकी गतिविधियों का समग्र नियंत्रण शासी बोर्ड के तहत होगा। शासी बोर्ड में प्रत्येक सदस्य देश की ओर से एक नामांकित व्यक्ति शामिल होगा।
(इंडिया साइंस वायर)