पंजाब के एडवोकेट जनरल ने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने सिद्धू को आड़े हाथों लेते हुए उनपर काम में अड़चन डालने और गलत जानकारी देने का आरोप लगाया है। एडवोकेट जनरल ने कहा कि सिद्धू अपनी राजनीति चमकाने के लिए ड्रग्स और बेअदबी के मामलों में भ्रामक प्रचार कर रहे हैं। अपनी सियासी स्वार्थ के लिए सिद्धू कांग्रेस पार्टी की छवि खराब कर रहे हैं। बता दें कि ये पहला मौका है जब एडवोकेट जनरल ने सिद्धू पर इस तरह से सीधा हमला किया हो।
सरकारी काम में बाधा डालने की कोशिश कर रहे सिद्धू
एपीएस देओल ने हाल ही में मुख्यमंत्री से मिलकर अपने ओहदे से इस्तीफा सौंप दिया था लेकिन उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं हुआ है। शनिवार को कांग्रेस प्रधान की बेअदबी और नशे के मामलों पर जारी बयानबाजी के विरुद्ध दयोल खुलकर सामने आ गए। एक बयान में दयोल ने कहा कि नवजोत सिंह सिद्धू सरकार और एजी के कार्यालय के कामकाज में बाधा डाल रहे हैं। दयोल ने कहा कि सिद्धू के बयान नशीले पदार्थों और बेअदबी के मामलों में न्याय सुनिश्चित करने के राज्य सरकार के गंभीर प्रयासों को पटरी से उतारने की कोशिश कर रहे हैं।
देओल की नियुक्ति से नाराज सिद्धू
कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि उन्होंने पार्टी की पंजाब इकाई के प्रमुख के पद से अपना इस्तीफा वापस ले लिया है, लेकिन साथ ही यह भी घोषणा की कि जब तक राज्य के नये महाधिवक्ता को हटा नहीं दिया जाता वह इसकी जिम्मेदारी फिर से नहीं संभालेंगे। सिद्धू ने कहा कि मैं स्पष्ट रूप से कहता हूं कि जिस दिन नये महाधिवक्ता की नियुक्ति होगी, मैं कार्यभार ग्रहण करूंगा।’’ उन्होंने यह भी कहा कि जिस दिन नये पुलिस महानिदेशक की नियुक्ति के लिए समिति का गठन होगा, उसी दिन से वह पार्टी के पद का कार्यभार संभालेंगे। उन्होंने इससे पहले राज्य के महाधिवक्ता के रूप में वरिष्ठ अधिवक्ता ए पी एस देओल की नियुक्ति पर अपनी आपत्ति व्यक्त की थी। एक अधिवक्ता के तौर पर देओल ने पूर्व डीजीपी सुमेध सिंह सैनी का प्रतिनिधित्व किया था, जिन्होंने छह साल पहले तब राज्य पुलिस का नेतृत्व किया था, जब बेअदबी की घटनाएं हुई थीं और प्रदर्शनकारियों पर पुलिस की गोलीबारी हुई थी।