By रितिका कमठान | Oct 15, 2024
भारत अभी भी आइकन रतन टाटा के निधन पर शोक मना रहा है। रतन टाटा की नौ अक्टूबर को 86 वर्ष की आयु में मुम्बई के एक अस्पताल में गंभीर हालत में मृत्यु हो गई थी। उनके निधन से सोशल मीडिया पर श्रद्धांजलियों का तांता लग गया और ऐसी ही एक पोस्ट ने लोगों को हैरान कर दिया। इसमें एक व्यक्ति को अपनी छाती पर उद्योगपति रतन टाटा का टैटू बनवाते हुए दिखाया गया है। रतन टाटा का टैटू बनवाने के पीछे एक दिल को छू लेने वाली कहानी सुनाई है। इस कहानी से पता चलता है कि रतन टाटा बेहद परोपकारी थे।
टैटू आर्टिस्ट महेश चव्हाण ने इंस्टाग्राम पर एक साधारण कैप्शन के साथ वीडियो शेयर किया: "भारत ने एक लीजेंड खो दिया है।" वीडियो की शुरुआत में उन्हें एक आदमी की छाती पर टैटू बनाते हुए दिखाया गया है। वह उस आदमी से शरीर में इस तरह का बदलाव करवाने का कारण भी पूछता है।
इस कारण बनवाया टैटू
वह व्यक्ति बताता है कि कैसे अत्यधिक चिकित्सा बिल और सहायता की कमी ने उसके दोस्त के कैंसर से संघर्ष को कठिन और चुनौतीपूर्ण बना दिया। अपनी विकट परिस्थिति में उन्हें टाटा ट्रस्ट का पता चला, जिसने उनके दोस्त को मुफ्त चिकित्सा उपचार प्रदान करके महत्वपूर्ण प्रभाव डाला।
वह व्यक्ति टाटा ट्रस्ट द्वारा बचाए गए अनगिनत लोगों के लिए अपनी गहरी प्रशंसा व्यक्त करता है और बताता है कि कैसे इस व्यक्तिगत अनुभव ने उसे रतन टाटा के सिद्धांतों का पालन करने के लिए प्रेरित किया। वह व्यवसायी को 'वास्तविक जीवन के भगवान' के रूप में देखता है और टैटू को टाटा के अमूल्य योगदान के लिए प्रशंसा के एक छोटे से प्रतीक के रूप में देखता है।
टाटा के चेयरमैन ने कही ये बात
टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने एक बयान में टाटा की मौत की पुष्टि की। उन्होंने कहा, "हम श्री रतन नवल टाटा को बहुत ही दुख के साथ विदाई दे रहे हैं। वे वाकई एक असाधारण नेता थे, जिनके अतुल्य योगदान ने न केवल टाटा समूह को बल्कि हमारे राष्ट्र के ताने-बाने को भी आकार दिया है।" बयान में उन्होंने रतन टाटा को अपना "मित्र, गुरु और मार्गदर्शक" भी बताया है।