भारत ने कनाडाई मीडिया की रिपोर्ट को बदनाम करने वाला अभियान बताते हुए उसे सिरे से खारिज कर दिया। कनाडाई मीडिया की तरफ से दावा किया गया था कि सिख अलगाववादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या की कथित साजिश की जानकारी भारतीय प्रधानमंत्री को की पहले से थी। एक अनाम अधिकारी के हवाले से आई रिपोर्ट का हवाला देते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने कहा कि ऐसे हास्यास्पद बयानों को उस अवमानना के साथ खारिज कर दिया जाना चाहिए जिसके वे हकदार हैं। उन्होंने कहा कि हम आम तौर पर मीडिया रिपोर्टों पर टिप्पणी नहीं करते हैं। हालाँकि, कनाडाई सरकार के एक सूत्र द्वारा कथित तौर पर एक अखबार को दिए गए ऐसे हास्यास्पद बयानों को उस अवमानना के साथ खारिज कर दिया जाना चाहिए जिसके वे हकदार हैं।
अखबार ने रिपोर्ट में एक वरिष्ठ राष्ट्रीय सुरक्षा अधिकारी से मिली जानकारी का हवाला दिया है। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार और विदेश मंत्री भी इस साजिश के बारे में जानते थे। पिछले महीने कनाडा द्वारा भारतीय उच्चायुक्त संजय वर्मा और कुछ अन्य राजनयिकों को हत्या के आरोपों से जोड़ने के बाद भारत-कनाडा संबंधों में खटास आ गई थी। भारत ने इस मामले में कनाडा द्वारा लगाए गए सभी आरोपों को दृढ़ता से खारिज कर दिया और बाद में उच्चायुक्त को वापस बुला लिया है। कनाडा के आरोपों के बाद भारत ने कनाडा के प्रभारी राजदूत स्टीवर्ट व्हीलर और पांच अन्य राजनयिकों को निष्कासित कर दिया।
हालांकि, कनाडा सरकार के एक सूत्र द्वारा कथित तौर पर किसी अख़बार को दिए गए ऐसे हास्यास्पद बयानों को खारिज किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस तरह के बदनाम करने वाले अभियान हमारे पहले से ही तनावपूर्ण संबंधों को और नुकसान पहुंचाते हैं। वह कनाडाई अबखार द ग्लोब एंड मेल की खबर पर प्रतिक्रिया दे रहे थे। खबर में अखबार ने एक वरिष्ठ राष्ट्रीय सुरक्षा अधिकारी का हवाला दिया है। खबर में दावा किया गया है कि भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार एवं विदेश मंत्री को भी इस साजिश की जानकारी थी। निज्जर की पिछले साल गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी। भारत इस मामले में कनाडा द्वारा लगाये गये सभी आरोपों को खारिज कर चुका है।
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