By अभिनय आकाश | Feb 29, 2020
आपसी प्रेम, भाईचारे और एकता की मिसाल इससे भी आगे गंगा-जमुनी तहजीब की बड़ी-बड़ी बातें तमाम लोगों की तरफ से पढ़ने और सुनने को मिलती है। लेकिन ये बातें वास्तविकता के धरातल पर कितनी खड़ी उतरती है इसका तकाजा आपको बीते दिनों दिल्ली के हिंसा में देखने को मिला। पाकिस्तान में हिन्दुओं के धर्म परिवर्तन की कितनी कहानी हमने सुनी और पढ़ी होगी। हिंदू लड़की का मंडप से अपहरण, जबरन इस्लाम कबूल कराकर शादी कराने की खबर तो हाल के दौर में भी देखने को मिली। वहीं 1990 के दौर में ऐसा ही कुछ नजारा कश्मीर में कश्मीरी पंडितों के साथ देखने को मिला था जब जिंदगी की आरजू और बहन-बेटी की आबरू बचाने के लिए लाखों की संख्या में उन्हें विस्थापन झेलना पड़ा था।
इसे भी पढ़ें: पाकिस्तान में ट्रेन और बस की जबरदस्त टक्कर, 20 की मौत, 60 घायल
लेकिन पाकिस्तान और मुस्लिम बहुल कश्मीर के बाद देश की राजधानी दिल्ली में हिन्दुओं के साथ इस तरह का व्यवहार अपने आप में अनूठा है। उत्तर-पूर्वी दिल्ली में बीते दिनों घटित हिंसा की कई सारी खबरों से हम दो-चार हुए। लेकिन ऐसा दावा किया गया है कि करावल नगर में ट्यूशन से लौट रहीं लड़कियों को भी नहीं छोड़ा गया और उन्हें नंगा करके भेजा गया है। बीजेपी के मीडिया सेल के हेड अमित मालवीय ने ट्वीट किया है। जिसमें एक हिन्दु महिला के हवाले से ये दावा किया गया है कि ट्यूशन से लौट रहीं हमारी बेटियों को भी नहीं छोड़ा और नंगा करके भेजा। उनके सामने दंगाइयों ने कपड़े उतारकर अश्लील हरकतें की। हम अपने पड़ोसी को कभी मारने की सोच भी नहीं सकते, लेकिन इनकी तैयारी से ऐसा लग रहा था कि यह हम सबको खत्म करना चाहते थे। अमित मालवीय ने अपने ट्वीट के साथ एक खबर भी पोस्ट कि है जिसके हवाले से ये उन्होंने इस तरह की निंदनीय घटना का जिक्र किया है।