ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर में आयोजित भाजपा के किसान सम्मेलन में राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि मोदी सरकार ने किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए नए कृषि कानून बनाए हैं। कांग्रेस सरकार में किसानों को फसल का मूल्य नहीं मिलता था। किसान खाद व बीज के लिए लाइन लगाकर खड़े रहते थे, लेकिन अब समय से पहले सब कुछ किसानों को उपलब्ध है। कोरोना महामारी में फैक्ट्रियां बंद थी, लेकिन किसान खेत में मेहनत कर रहे थे। इसी सरकार ने किसानों के लिए एक लाख करोड़ रुपए का इंफ्रास्ट्रक्चर फंड दिया। 6000 रुपए किसान सम्मान निधि दी, जिसे मध्य प्रदेश में शिवराज सरकार ने बढ़ाकर 10 हजार रुपए कर दी है।
सिंधिया ने कहा कि मध्य प्रदेश सरकार ने किसानों को सिंचाई के लिए 5000 करोड़ रुपए दिए, जिससे 24 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में पानी पहुंचेगा। नए कानूनों से किसान और मजबूत होगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने 2019 के घोषणा पत्र में कानून में बदलाव का वादा किया था। जब शरद पंवार कृषि मंत्री थे तो कानून बदलने की बात कहते थे, लेकिन विपक्ष में आते ही सुर बदल गए। इनको जबाव देश की जनता व किसान देंगे। सिंधिया ने कहा कि कांग्रेस की सरकार ने तो मध्य प्रदेश में फसल बीमा योजना का पैसा ही बंद कर दिया था, लेकिन शिवराज सरकार आते ही पहले 2200 करोड़ दिए। राहत राशि के 1660 करोड़ रुपए किसानों तक पहुंचाए। मध्य प्रदेश में शिवराज सरकार ने मंडी टैक्स 2 फीसदी से घटाकर आधा फीसदी कर दिया। कुल मिलाकर किसान और देश मजबूत हो रहा है तो विपक्ष को अच्छा नहीं लग रहा है। कांग्रेस पार्टी की तो सोच ही है, न अच्छा करेंगे और न किसी को करने देंगे। उन्होंने कहा कि नए कानूनों से आजादी के 70 वर्ष बाद किसानों को आर्थिक आजादी मिली है।
विपक्ष की जमीन खिसकी, इसलिए किसानों को कर रहा भ्रमितः लालसिंह आर्य
इस दौरान सम्मेलन को संबोधित करते हुए अनुसूचित जाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालसिंह आर्य ने कहा कि इस सरकार ने किसानों के हिल में कई काम किए हैं। कई दशक तक कांग्रेस ने देश पर राज किया, किसानों की समस्याओं पर केवल आयोग बनाकर चर्चा की, लेकिन किसी रिपोर्ट को लागू नहीं किया। प्रधानमंत्री मोदी जी व नरेन्द्र सिंह तोमर ने किसानों के लिए नयी नीतियां बनाई और अब किसानों की 2022 तक आय दोगुनी रखने का काम हो रहा है। उनका शोषण बंद हो गया है। यही वादे कांग्रेस ने 2019 में किए, लेकिन अब विरोध कर रहे हैं। विपक्ष को लग रहा है कि पहले जनता और अब किसान भाजपा के साथ हो रहे हैं और उनकी जमीन खिसक रही है। पहले लोगों को आरक्षण खत्म होने का डर दिखाया, फिर कहा संविधान खतरे में है और अब किसानों को जमीन छिनने का खतरा दिखाया जा रहा है, लेकिन ऐसा करके ये लोग किसानों की तरक्की रोक रहे हैं।