बिहार के बाद इस राज्य ने भी शुरू किया जाति सर्वेक्षण, 10 दिनों में 16 मिलियन से अधिक को किया जाएगा कवर

By अभिनय आकाश | Jan 19, 2024

आंध्र प्रदेश सरकार ने शुक्रवार को लोगों का एक व्यापक जाति-आधारित डेटाबेस बनाने के उद्देश्य से "जाति सर्वेक्षण" की 10-दिवसीय लंबी कवायद शुरू की, जिसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि इसके द्वारा शुरू की गई विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का लाभ लक्षित लाभार्थियों तक पहुंचे। जाति सर्वेक्षण की शुरुआत वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष और मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी द्वारा विजयवाड़ा में डॉ. बी आर अंबेडकर की 125 फुट ऊंची प्रतिमा के अनावरण के साथ हुई, जिसे दलित समुदाय पर प्रभाव डालने के लिए "सामाजिक न्याय की प्रतिमा" नाम दिया गया है।

इसे भी पढ़ें: Manipur Violence| फिर हुई हिंसा, मैतेई-कुकी गुटों के बीच गोलीबारी, पांच की मौत

राज्य के पिछड़ा वर्ग कल्याण और सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री सीएच श्रीनिवास वेणुगोपाल कृष्णा ने गुरुवार शाम राजमुंदरी में संवाददाताओं से कहा कि बिहार के बाद व्यापक जाति सर्वेक्षण करने वाला आंध्र प्रदेश देश का दूसरा राज्य होगा। कृष्णा ने कहा कि इससे राज्य सरकार को सबसे पिछड़े वर्गों की पहचान करने में मदद मिलेगी ताकि कल्याणकारी योजनाओं को लक्षित लाभार्थियों तक पहुंचाया जा सके। 

इसे भी पढ़ें: झारखंड : कांग्रेस ‘जाति आधारित जनगणना’ व सरना धर्म को मान्यता देने के मुद्दे पर ध्यान केंद्रित करेगी

मंत्री ने कहा कि यह सुनिश्चित करने की व्यवस्था की गई है कि तीन लाख से अधिक गांव और वार्ड सचिवालय कर्मचारियों और स्वयंसेवकों की मदद से घर-घर सर्वेक्षण के माध्यम से डेटा सटीक रूप से एकत्र किया जाए। राज्य के प्रमुख सचिव (योजना) एम गिरिजा शंकर ने कहा कि ये गांव और वार्ड सचिवालय कर्मचारी और स्वयंसेवक 19 जनवरी के बीच कुल मिलाकर 12.30 मिलियन परिवारों को कवर करेंगे, जिनमें ग्रामीण क्षेत्रों में 3.56 करोड़ आबादी और शहरी क्षेत्रों में लगभग 1.3 करोड़ आबादी वाले 4.44 मिलियन परिवार शामिल हैं।  

प्रमुख खबरें

हैरिस के भाषणों में भी जिक्र नहीं, दरकिनार किए जाने से निराश हुए बाइडेन

Haryana Elections 2024: शनिवार को वोटिंग, 1027 उम्मीदवारों की किस्मत का होगा फैसला, ये हैं प्रमुख उम्मीदवार

इजरायल ने बेरूत में किया एयर स्ट्राइक, हिजबुल्लाह के कम्युनिकेशन यूनिट का कमांडर ढेर

मार्शलों को बहाल करने की BJP ने की मांग, विजेंद्र गुप्ता ने पूछा- 7 महीनों तक उन्हे सैलरी क्यों नहीं दी गई?