By अभिनय आकाश | Oct 09, 2021
महाराष्ट्र के सुरम्य तटीय सिंधुदुर्ग जिले में चिपी हवाई अड्डे का उद्घाटन आज एक कार्यक्रम में किया गया। जिसमें कट्टर प्रतिद्वंद्वी मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने मंच साझा किया। शिवसेना छोड़ने के बाद ये पहली बार हुआ जब राणे और उद्धव ने मंच साझा किया। कार्यक्रम के दौरान सिंधुदुर्ग के रहने वाले राणे ने 1990 में पहली बार जिले से विधायक चुने जाने के बाद से उनके द्वारा किए गए कार्यों का बखान किया। भाजपा नेता ने कहा कि दिवंगत शिवसेना सुप्रीमो बाल ठाकरे के निर्दश पर उन्हें इस क्षेत्र में प्रतिनियुक्त किया गया था। राणे ने कहा कि उनके प्रयासों के कारण ही कोंकण को बुनियादी ढांचे को बढ़ावा मिला है। ठाकरे पर तंज कसते हुए राणे ने कहा कि दिवंगत शिवसेना सुप्रीमो को झूठ बोलने वाले लोग पसंद नहीं थे।
उद्धव का पलटवार
राणे पर पलटवार करते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा कि बाला साहब को झूठ बोलना पसंद नहीं था। तो कई बार ऐसे लोगों को शिवसेना से बाहर कर दिया गया। बाल ठाकरे कहते थे सच कड़वा भी हो तो कह देना। इस क्षेत्र को प्राप्त सभी बुनियादी ढांचे को बढ़ावा उनके कारण ही मिला है वाली राणे की टिप्पणी पर पर निशाना साधते हुए उद्धव ने कहा कि मेरी समझ के अनुसार, सिंधुदुर्ग किला (शिवाजी) महाराज द्वारा बनाया गया था या कोई ये भी कहेगा कि मैंने ही ये बनवाया। महाराष्ट्र के सीएम ने कहा कि आप मंत्री हैं। आपको एक महत्वपूर्ण पोर्टफोलियो मिला है और आप इसका उपयोग महाराष्ट्र को लाभ पहुंचाने के लिए करे। ठाकरे ने कहा कि चिपी में एक हेलीपोर्ट होना चाहिए, जिसका उपयोग पर्यटन के लिए किया जा सके।
शिवसेना का नहीं कोई योगदान
उद्घाटन से पहले राणे ने दावा किया कि राज्य के सिंधुदुर्ग जिले के विकास में शिवसेना का कोई योगदान नहीं है और वह तटीय जिले में चिपी ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे के निर्माण के पीछे प्रेरक शक्ति थे। हुए राणे ने कहा कि हवाई अड्डा का श्रेय उन्हें और भाजपा को जाता है। राणे ने कहा कि हवाई अड्डे की अवधारणा 1998-1999 में उनके मुख्यमंत्री रहने के दौरान की गई। उन्होंने कहा कि सिंधुदुर्ग के विकास में शिवसेना का एक प्रतिशत भी योगदान नहीं है और हवाई अड्डे का निर्माण सिर्फ उनकी वजह से हुआ है।
राणे माने जाते हैं उद्धव विरोधी
गौरतलब है कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और राणे दोनों एक धुर विरोधी हैं और राणे पूर्व में शिवसेना के नेता और राज्य के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। उन्हें इस साल अगस्त में ठाकरे के खिलाफ टिप्पणी के लिए गिरफ्तार कर लिया गया था। हालांकि बाद में उन्हें जमानत मिल गई थी। चिपी हवाई अड्डे के उद्घाटन से पहले बृहस्पतिवार को ठाकरे ने सिंधिया के साथ ऑनलाइन बैठक की।