By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Nov 15, 2023
शिवसेना (यूबीटी) नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री आदित्य ठाकरे ने बुधवार को मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक (एमटीएचएल) परियोजना के पूरा होने और पूरी तरह से तैयार नवी मुंबई मेट्रो के उद्घाटन में देरी पर सवाल उठाया और कहा कि परियोजनाओं में देरी से उनकी लागत बढ़ रही है और भ्रष्टाचार के लिए गुंजाइश में भी वृद्धि हो रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि इन प्रमुख बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के पूरा होने और उद्घाटन में जानबूझकर देरी की जा रही है। ठाकरे ने कहा कि सेवरी (मुंबई) और चिरले (नवी मुंबई) के बीच छह-लेन, 21.8 किलोमीटर लंबे सड़क पुल एमटीएचएल का उद्घाटन अब दिसंबर के अंत तक होने की संभावना है। उन्होंने कहा, ‘‘सवाल यह है कि इतनी देरी क्यों?
जब महा विकास आघाड़ी (एमवीए) के नेतृत्व वाली सरकार सत्ता में थी तब तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने इसका पहला गर्डर (एमटीएचएल का) शुरू किया था और एक मंत्री के रूप में इसकी प्रगति पर नजर रखने के लिए हर महीने निर्माण स्थल पर जाना मेरा कर्तव्य था।’’ पूर्व मंत्री ने कहा, ‘‘हमारी एमवीए सरकार को अनैतिक तरीकों से (जून 2022 में) गिराने तक परियोजना 85 प्रतिशत पूरी हो चुकी थी। अब उन्हें बाकी काम पूरा करने में लगभग डेढ़ साल लग गए?’’ मध्य मुंबई के वर्ली से विधायक ने कहा कि वर्ली-सिवड़ी कनेक्टर और कोस्टल रोड (दक्षिण की ओर जाने वाली) का भी यही हाल है, जिन्हें क्रमशः अक्टूबर और दिसंबर 2023 तक पूरा किया जाना था।
उन्होंने आरोप लगाया कि मुंबई के प्रति राज्य सरकार की ‘नफरत’ के कारण इन परियोजनाओं में जानबूझकर देरी हुई, जिससे लागत में वृद्धि, भ्रष्टाचार और मुंबईकरों को असुविधा हुई। उन्होंने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘नवी मुंबई मेट्रो (11 किलोमीटर लंबी) पिछले पांच महीनों से उद्घाटन का इंतजार कर रही है। उनके (सत्तारूढ़ गठबंधन नेताओं) के पास अन्य राज्यों (जहां विधानसभा चुनाव हो रहे हैं) में प्रचार के लिए समय है, लेकिन अवैध मुख्यमंत्री के गृह जिले (ठाणे) में एक परियोजना के उद्घाटन के लिए समय नहीं है।’’ विपक्षी दल के विधायक ने कहा कि सत्तारूढ़ शिवसेना-भाजपा (भारतीय जनता पार्टी) की ‘‘पार्टी पहले, लोग बाद में’’ नीति महाराष्ट्र को नुकसान पहुंचा रही है।