By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jan 16, 2019
चंडीगढ़। आप के बागी विधायक बलदेव सिंह ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देते हुए पार्टी नेतृत्व पर अपनी मूल विचारधारा तथा सिद्धांतों को छोड़ने और पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल पर ‘तानाशाही और अभिमानी प्रवृत्ति’ का होने का आरोप लगाया है। जैतो से पार्टी के विधायक ने केजरीवाल को अपना इस्तीफा सौंपा। पार्टी के एक अन्य बागी विधायक सुखपाल सिंह खैरा ने भी छह जनवरी को इस्तीफा दे दिया था। वह भोलाथ से पार्टी के विधायक थे।
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केजरीवाल को लिखे पत्र में सिंह ने कहा कि आप की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देते हुए काफी दुखी हूं क्योंकि पार्टी ने अपनी मूल विचारधारा और सिद्धांतों को पूरी तरह छोड़ दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि आपकी तानाशाही, अभिमान और काम करने के निरंकुश तरीके की वजह से ही प्रशांत भूषण, योगेंद्र यादव, मेधा पाटकर, किरण बेदी, डॉ गांधी, एच एस खालसा, सुचा सिंह छोटेपुर, गुरप्रीत घुग्गी, आशीष खेतान, आशुतोष, एच फूलका जैसे आप के दिग्गज नेताओं ने पार्टी छोड़ दी या उन्हें अपमानजनक तरीके से निकाल दिया गया।
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बलदेव ने कहा कि इन दुखद घटनाओं और परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए...मैंने आप की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने का फैसला किया। ‘आप’ के सुखपाल सिंह खैरा को पंजाब विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष पद से हटाए जाने के बाद बलदेव सिंह सहित कई नेता उनकी तरफ हो गए थे। सिंह ने खैरा के राजनीतिक दल ‘पंजाब एकता पार्टी’ के लॉन्च समारोह में भी हिस्सा लिया था। बलदेव सिंह ने आप नेतृत्व की पंजाब में उनके नेताओं पर विश्वास ना करने की निंदा भी की।