By अंकित सिंह | Jun 23, 2023
एक ओर जहां पटना में विपक्षी दलों की बैठक हुई तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी में तकरार लगातार जारी है। दावा किया जा रहा है कि आम आदमी पार्टी के प्रमुख और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने विपक्षी दलों की बैठक में केंद्र सरकार द्वारा दिल्ली को लेकर लाए गए अध्यादेश की चर्चा की और कांग्रेस से इस मुद्दे पर स्टैंड साफ करने को कहा। फिलहाल कांग्रेस इस मुद्दे को लेकर आप के साथ खड़ी नजर नहीं आ रही है। इसी पर आम आदमी पार्टी अब कांग्रेस पर हमलावर हो गई हैं। आप का साफ तौर पर कहना है कि कांग्रेस को अध्यादेश को लेकर अपने स्टैंड क्लियर करना चाहिए। इतना ही नहीं, आप ने भाजपा के साथ कांग्रेस के मिलीभगत होने का आरोप लगा दिया।
आम आदमी पार्टी पटना में विपक्षी दलों की बैठक के बाद एक बयान में कहा कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को छोड़कर, अन्य सभी 11 दलों, जिनका राज्यसभा में प्रतिनिधित्व है, ने काले अध्यादेश (दिल्ली सरकार पर केंद्र का अध्यादेश) के खिलाफ स्पष्ट रूप से अपना रुख व्यक्त किया है और घोषणा की है कि वे राज्यसभा में इसका विरोध करेंगे। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस, एक राष्ट्रीय पार्टी जो लगभग सभी मुद्दों पर एक स्टैंड लेती है, ने अभी तक काले अध्यादेश पर अपना रुख सार्वजनिक नहीं किया है। आम आदमी पार्टी का कहना है कि कांग्रेस की चुप्पी उसके असली इरादों पर संदेह पैदा करती है।
आप विधायक नरेश बाल्यान ने राहुल गांधी की फोटो को साक्षा करते हुए कहा कि इन महाशय को लगता है की ये ज्यादा होशियार है। भाजपा ने एक काला अध्यादेश लाया, बिना "if –but" किए कांग्रेस को विरोध करना था, लेकिन पिछले डेढ़ महीने से कांग्रेस सोच रही है की इसपे समर्थन करना है की नही। ये तो धर्मयुद्ध है,या तो आप उस पार हो या इस पार। ये स्पाइनलेस लोकतंत्र बचाएंगे? खबर यह है कि केजरीवाल ने इस मुद्दे पर राहुल गांधी ने बात की है। हालांकि, राहुल ने कहा कि वह पार्टी में चर्चा के बाद इस मुद्दे पर बात करेंगे।