एक शादी ऐसी भी! बारात लेकर दूल्हे के घर पहुंची दूल्हन, रचाई शादी

By निधि अविनाश | May 17, 2021

कोरोना महामारी के कारण हर किसी की जिंदगी अस्त-व्यस्त हो गई है। इस कोरोना संकट में कई लोगों की शादी भी बीच में रूक गई है। कोई 50 लोगों के बीच ही अपनी शादी रचा रहे है तो कई लोग घरवालों के बीच ही शादी कर रहे है। इसी बीच उत्तराखंड से एक बड़ी अच्छी खबर आ रही है, जी हां, बिना किसी चिकित्सा सुविधाओं या डॉक्टरों के उत्तराखंड के एक कोविड से प्रभावित गांव में इस शादी ने एक मिसाल कायम कर दी है। टीओआई में छपी एक खबर के मुताबिक, शादी के परंपरा के मुतबिक, दूल्हे को बाराती निकालनी होती है लेकिन कोरोना प्रभावित गांव के कारण यह काफी मुशिकल साबित हो रहा था और मौजूदा संकट को ध्यान में रखते हुए शादी की पंरपरा में थोड़ा बदलाव किया गया। बता दें कि लगभग 350 लोगों की आबादी वाले चंपावत शहर से लगभग 30 किमीं दूर स्वाला गाँव में 11 मई को लगभग 50 लोगों के कोविड पॉजिटिव होने के बाद कनंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया गया। जिसके बाद ग्रामीणों को बाहर निकलने की इजाजत नहीं थी।

इसे भी पढ़ें: कोरोना के बाद अब ब्लैक फंगस का कहर, दवा खरीदने के दिए आदेश

हालांकि, शादियां, जो पहले ही तय हो चुकी थीं, जिसको देखते हुए जोड़ी को शादी मनाने की इजाजत दी गई। पुनाबे गांव की प्रियंका बिनवाल की 12 मई को स्वाला के प्रकाश भट्ट से शादी होनी थी। फिर तय हुआ कि दुल्हन दूल्हे के गांव जाएगी। जिला प्रशासन के एक अधिकारी से हरी झंडी मिलने के बाद बिनवाल अपने पिता, मां और एक पुजारी के साथ स्वाला के लिए रवाना हो गईं। चालक समेत कुल पांच लोग स्वाला पहुंचे। छोटे समूह को इस अवसर के लिए तैयार किया गया था, सभी ने पीपीई किट पहनी और अच्छे से शादी कराई गई। इसी तरह शुक्रवार को दूसरी शादी भी हुई। स्वाला गांव के ईश्वर दत्त की शादी श्रीनगर गांव लोहाघाट की प्रीति भट्ट से होनी थी। प्रशासन से अनुमति लेने के बाद भट्ट और उनके माता-पिता स्वाला पहुंचे और बस एक स्थानीय पुजारी की मदद से शादी समारोह का समापन किया। बता दें कि प्रीति भट्ट के माता-पिता अब अपने पैतृक गांव में होम आइसोलेशन में हैं।

प्रमुख खबरें

मणिपुर हिंसा: राहुल ने प्रधानमंत्री से राज्य का दौरा और शांति बहाली के लिए कदम उठाने का आग्रह किया

BalaSaheb Thackeray Death Anniversary: बाल ठाकरे के इशारे पर रुक जाती थी महाराष्ट्र की राजनीति, कार्टुनिस्ट से बने किंगमेकर

कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने ‘विभाजनकारी’ राजनीति के लिए भाजपा पर साधा निशाना

वक्फ विधेयक जेपीसी के पास है तो रीजीजू को इसपर बात नहीं करनी चाहिए: आप सांसद संजय सिंह