By अभिनय आकाश | Jul 26, 2022
कॉमनवेल्थ गेम्स यानी राष्ट्रमंडल खेलों का आगाज 28 जुलाई से होने जा रहा है। जबकि इसका समापन 8 अगस्त को होगा। 1930 से शुरू हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत 18वीं बार भाग लेने जा रहा है। 28 जुलाई से इंग्लैंड के बर्मिंघम में होने वाले कॉमनवेल्थ गेम्स में हमारी मेडल संभावनाएं काफी बुलंद नजर आ रही हैं। ऐसा कहने की बड़ी वजह ये भी है कि भारतीय खेमे में पीवी सिंधू और नीरज चोपड़ा जैसे वर्ल्ड क्लास एथलीट भी शामिल हैं। जिनसे हमारी ज्यादा से ज्यादा मेडल जीतने की संभावनाओं को और प्रबल करते हैं। साल 2010 का कॉमव्ल्थ गेम्स भारत के लिए लिहाजे से बेहद सफल माना जाता है जहां हमने मेडल का शगुन यानी 101 मेडल प्राप्त किए थे। ऐसा इसलिए भी हुआ था क्योंकि भारत उस वक्त मेजबान देश था। ऐसे में 101 मेडल्स के रिकॉर्ड को तोड़ने तकी जिम्मेदारी भी 2022 में बर्मिंघम में भारतीय खिलाड़ियों के कंधों पर है। साल 2018 की अगर बात करें तो यहां भी भारत ने शानदार प्रदर्शन किया था, लेकिन तब हमें 66 मेडल ही मिले थे। ऐसे में आज आपको कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत के अब तक के सफर, प्रदर्शन और किस स्पर्धा में कितने मेडल आए हैं इसके बारे में बताते हैं।
नीरज चोपड़ा करेंगे भारतीय टीम का नेतृत्व
कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में भारत की ओर से कुल 215 खिलाड़ी हिस्सा लेने जा रहे है। भारतीय टीम रेसलिंग, बॉक्सिंग, हॉकी, बैडमिंटन, वेटलिफ्टिंग, एथलेटिक्स, महिला क्रिकेट, टेबल टेनिस जैसे खेलों में हिस्सा लेंगी। इस टीम में नीरज चोपड़ा, मीराबाई चानू, लवलीना बोरगोहाई, पीवी सिंधु, साक्षी मलिक, बजरंग पुनिया, निखत जरीन जैसे नाम शामिल हैं। हाल ही में एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया ने कॉमनवेल्थ गेम्स में हिस्सा लेने जा रही 37 सदस्यीय टीम का ऐलान किया। जिनमें 19 पुरूष और 18 महिला खिलाड़ी शामिल हैं। इस बार भारतीय टीम का नेतृत्व ओलंपिक गोल्ड मेडललिस्ट नीरज चोपड़ा करेंगे।
खेल | गोल्ड | सिल्वर | ब्रोंज | कुल पदक |
शूटिंग | 63 | 44 | 28 | 135 |
वेटलिफ्टिंग | 43 | 48 | 34 | 125 |
रेसलिंग | 43 | 37 | 22 | 102 |
बॉक्सिंग | 8 | 12 | 17 | 37 |
बैडमिंटन | 7 | 7 | 11 | 25 |
टेबल टेनिस | 6 | 4 | 10 | 20 |
एथलेटिक्स | 5 | 10 | 13 | 28 |
आर्चरी | 3 | 1 | 4 | 8 |
हॉकी | 1 | 3 | 0 | 4 |
स्कैवैश | 1 | 2 | 0 | 3 |
टेनिस | 1 | 1 | 2 | 4 |
जूडो | 0 | 3 | 5 | 8 |
जिमनास्टिक | 0 | 1 | 2 | 3 |
स्विमिंग | 0 | 0 | 1 | 1 |
भारतीय सफल एथलीट:
कॉमनवेल्थ गेम्स 1934 में पुरुषों की 74 किग्रा फ्रीस्टाइल कुश्ती स्पर्धा में कांस्य पदक जीतने वाले पहलवान राशिद अनवर राष्ट्रमंडल खेलों में पदक जीतने वाले पहले भारतीय थे। इस बीच महान धावक मिल्खा सिंह राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय बने। 1958 में कार्डिफ में पुरुषों की 440-यार्ड स्पर्धा में शीर्ष स्थान हासिल किया। पिस्टल शूटर जसपाल राणा राष्ट्रमंडल खेलों में सबसे सफल भारतीय एथलीट हैं, जिन्होंने 15 पदक - नौ स्वर्ण, चार रजत और दो कांस्य पदक जीते हैं। उन्होंने 1990 और 2000 के दशक की शुरुआत में शूटिंग सर्किट पर अपना दबदबा बनाया। 2000 के दशक से, भारत लगातार कॉमनवेल्थ में पदक तालिका में शीर्ष पांच देशों में शामिल रहा है। राष्ट्रमंडल खेलों में अब तक देश ने 14 खेलों में पदक जीते हैं। कॉमनवेल्थ 2018 में भारत 26 स्वर्ण सहित 66 पदकों के साथ स्वदेश आया और पदक तालिका में तीसरे स्थान पर रहा। 2010 के राष्ट्रमंडल खेलों की मेजबानी के बाद से यह भारत का ये सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा।
प्रत्येक संस्करण में राष्ट्रमंडल खेलों में भारत द्वारा जीते गए पदक
संस्करण | गोल्ड | सिल्वर | ब्रोंज | कुल पदक | स्थान |
लंदन 1934 | 0 | 0 | 1 | 1 | 12वां |
सिडनी 1938 | 0 | 0 | 0 | 0 | - |
वैंकूवर 1954 | 0 | 0 | 0 | 0 | - |
कार्डिफ़ 1958 | 2 | 1 | 0 | 3 | 8वां |
किंग्सटन 1966 | 3 | 4 | 3 | 10 | 6वां |
एडिनब्रा 1970 | 5 | 3 | 4 | 12 | 6वां |
क्राइस्टचर्च 1974 | 4 | 8 | 3 | 15 | 6वां |
एडमोंटन 1978 | 5 | 4 | 6 | 15 | 6वां |
ब्रिसबेन 1982 | 5 | 8 | 3 | 16 | 6वां |
ऑक्लैंड 1990 | 13 | 8 | 11 | 32 | 5वां |
विक्टोरिया 1994 | 6 | 11 | 7 | 24 | 6वां |
कुआलालम्पुर1998 | 7 | 10 | 8 | 25 | 7वां |
मैंचेस्टर 2002 | 30 | 22 | 17 | 69 | 4 |
मेलबर्न 2006 | 22 | 17 | 11 | 50 | 4 |
नई दिल्ली 2010 | 38 | 27 | 36 | 101 | 2 |
ग्लास्गो 2014 | 15 | 30 | 19 | 64 | 5 |
गोल्ड कोस्ट 2018 | 26 | 20 | 20 | 66 | 3 |
कुल | 181 | 173 | 149 | 503 | - |
कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत के प्रदर्शन से जुड़ी 15 बातें
1. राष्ट्रमंडल खेलों में भारत के पहले पदक विजेता पहलवान राशिद अनवर थे जिन्होंने लंदन में 1934 चरण में कांस्य पदक जीता था। भारत ने इन खेलों में पहली बार हिस्सा लिया था।
2. 1934 राष्ट्रमंडल खेलों में भारत के केवल छह खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया था।
3. भारत के छह सदस्यीय दल ने 1934 राष्ट्रमंडल खेलों की केवल एथलेटिक्स और कुश्ती स्पर्धा में हिस्सा लिया था।
4. आजादी के बाद भारत को राष्ट्रमंडल खेलों में पहला स्वर्ण पदक जीतने के लिये 1958 तक इंतजार करना पड़ा था, तब महान एथलीट मिल्खा सिंह ने कार्डिफ में पीला तमगा जीता था।
5. अमी घीया और कंवल ठाकर सिंह की जोड़ी राष्ट्रमंडल खेलों में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिलायें बनी थीं जिन्होंने कनाडा के एडमंटन में 1978 के चरण में कांस्य पदक जीता था।
6. चक्का फेंक खिलाड़ी कृष्णा पूनिया ने मिल्खा सिंह की ऐतिहासिक उपलब्धि के 52 साल बाद दिल्ली में 2010 राष्ट्रमंडल खेलों में भारत को एथलेटिक्स में दूसरा स्वर्ण पदक दिलाया था।
7. निशानेबाज रूपा उन्नीकृष्णन ने कुआलालंपुर में 1998 चरण के दौरान महिला 50 मीटर राइफल प्रोन स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली महिला बनकर इतिहास रच दिया था।
8. अब तक भारत ने राष्ट्रमंडल खेलों के इतिहास में कुल 503 पदक जीते हैं।
9. भारत राष्ट्रमंडल खेलों में केवल दो बार खाली हाथ लौटा है जिसमें 1938 (सिडनी) और 1954 (वैंकुवर) खेल शामिल हैं।
10. दिल्ली ने एडमंटन को 46-22 के अंतर से हराकर 2010 राष्ट्रमंडल खेलों के मेजबानी अधिकार हासिल किये थे।
11. बीआर चोपड़ा की महाभारत में काम करने वाले दिवंगत अभिनेता प्रवीण कुमार सोबती ने जमैका के किंग्स्टन में 1966 राष्ट्रमंडल खेलों में भारत के लिये पदक जीता था। उन्होंने पुरूष हैमर थ्रो में रजत पदक जीता था।
12. भारत 2002 चरण के बाद से कभी भी पदक तालका में शीर्ष पांच से बाहर नहीं रहा।
13. चक्का फेंक एथलीट रंजीत कुमार 2006 चरण के दौरान कांस्य पदक जीतने से राष्ट्रमंडल खेलों का पदक जीतने वाले पहले भारतीय पैरा एथलीट बन गये।
14. राष्ट्रमंडल खेलों में अब तक के सबसे सफल भारतीय एथलीट निशानेबाज जसपाल राणा हैं जिन्होंने 15 पदक जीते हैं।
15. भारत का 322 सदस्यीय मजबूत दल बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में हिस्सा लेगा। देश का सबसे बड़ा दल 2010 दिल्ली राष्ट्रमंडल खेलों में था जिसमें कुल 495 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया था।