By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jun 21, 2022
नयी दिल्ली। देश में मंगलवार को कोविड-19 के 9,923 नए मामले आने से कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़ कर 4,33,19,396 हो गई, तथा उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 79,313 हो गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सुबह आठ बजे तक अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, 17 और मरीजों के महामारी से जान गंवाने के बाद मृतकों की संख्या 5,24,890 पर पहुंच गयी है। मंत्रालय के अनुसार, उपचाराधीन मरीजों की संख्या संक्रमण के कुल मामलों का 0.18 प्रतिशत है। कोविड-19 से स्वस्थ होने की राष्ट्रीय दर 98.61 प्रतिशत है।
आंकड़ों के अनुसार, बीते 24 घंटे में कोविड-19 के उपचाराधीन मामलों की संख्या में 2,613 की वृद्धि दर्ज की गयी है। संक्रमण की दैनिक दर 2.55 प्रतिशत और साप्ताहिक संक्रमण दर 2.67 प्रतिशत दर्ज की गयी। मंत्रालय ने बताया कि इस बीमारी से स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 4,27,15,193 हो गयी है जबकि मृत्यु दर 1.21 प्रतिशत है। देशव्यापी कोविड-19 रोधी टीकाकरण अभियान के तहत अभी तक लोगों को टीके की 196.32 करोड़ खुराकें दी गयी है। गौरतलब है कि देश में सात अगस्त 2020 को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त 2020 को 30 लाख और पांच सितंबर 2020 को 40 लाख से अधिक हो गई थी। संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर 2020 को 50 लाख, 28 सितंबर 2020 को 60 लाख, 11 अक्टूबर 2020 को 70 लाख, 29 अक्टूबर 2020 को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख के पार चले गए थे। देश में 19 दिसंबर 2020 को ये मामले एक करोड़ से अधिक हो गए थे। पिछले साल चार मई को संक्रमितों की संख्या दो करोड़ और 23 जून 2021 को तीन करोड़ के पार पहुंच गई थी। इस साल 26 जनवरी को मामले चार करोड़ के पार हो गए थे। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, कोरोना वायरस से देश में जिन 17 और मरीजों की मौत हुई है, उनमें से छह दिल्ली से, पांच केरल से, दो महाराष्ट्र से और एक-एक मरीज की मौत हिमाचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर, पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश में हुई।
देश में संक्रमण से अब तक कुल 5,24,890 लोगों की मौत हुई है जिनमें से 1,47,888 महाराष्ट्र से, 69,889 केरल से, 40,113 कर्नाटक से, 38,026 तमिलनाडु से, 26,238 दिल्ली से, 23,527 उत्तर प्रदेश से और 21,209 पश्चिम बंगाल से हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अब तक जिन लोगों की कोरोना वायरस के संक्रमण से मौत हुई है, उनमें से 70 प्रतिशत से अधिक मरीजों को अन्य गंभीर बीमारियां भी थीं। मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर बताया कि उसके आंकड़ों का भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के आंकड़ों के साथ मिलान किया जा रहा है।