By नीरज कुमार दुबे | Apr 01, 2020
स्वास्थ्य मंत्रालय ने देश में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना वायरस के संक्रमण के 386 नये मामलों की पुष्टि और इससे तीन लोगों की मौत होने की जानकारी देते हुये बुधवार को बताया कि कोविड-19 के मामलों में वृद्धि राष्ट्रीय स्तर पर संक्रमण फैलने की दर को नहीं दर्शाती, बल्कि इस बढ़ोतरी में निजामुद्दीन (पश्चिम) में हुआ एक आयोजन प्रमुख वजह रहा। उल्लेखनीय है कि दिल्ली स्थित निजामुद्दीन इलाके में एक से 15 मार्च तक हुये तबलीगी जमात के एक आयोजन में हिस्सा लेने वालों में से कई लोगों को कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने नियमित संवाददाता सम्मेलन में बताया कि देश में कोरोना वायरस के संक्रमण के कुल 1637 मामले हो गये हैं जबकि इस वायरस से मौत का आंकड़ा 38 हो गया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि दिल्ली में हुये तबलीगी जमात के कार्यक्रम के कारण कोरोना वायरस के संक्रमण के मामले बढ़े हैं।
जमात में हिस्सा लेने वालों के लिए सर्च ऑपरेशन
केंद्र सरकार ने बुधवार को राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों से, दिल्ली के निजामुद्दीन में तबलीगी जमात के आयोजन में हिस्सा लेने वाले सभी लोगों के सम्पर्कों का पता लगाने के लिये युद्ध स्तर पर काम करने को कहा। सभी राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों एवं डीजीपी के साथ वीडियो कांफ्रेंसिग के जरिये संवाद में कैबिनेट सचिव राजीव गौबा ने तबलीगी जमात के कार्यक्रम में भाग लेने वाले विदेशियों पर वीजा शर्तों का उल्लंघन करने के लिये कार्रवाई करने को भी कहा। एक आधिकारिक बयान के अनुसार, बातचीत के दौरान राज्यों को तबलीगी जमात में शामिल हुए लोगों के गहन संपर्क का पता लगाने के बारे में सजग किया गया। ऐसा इसलिये कहा गया है क्योंकि तबलीगी जमात के आयोजन में हिस्सा लेने वाले लोगों के, देश के अन्य हिस्सों में दूसरों के साथ संपर्क में आने के संदेह के चलते कोविड-19 के संक्रमण को रोकने के प्रयास खतरे में पड़ने की आशंका हैं।
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राज्य निर्धारित मात्रा में अनाज का कोटा सीधे ले सकेंगे
कोविड-19 संकट के बीच खाद्यान्न की अतिरिक्त आवश्यकता को पूरा करने के लिए, केंद्र ने बुधवार को राज्यों को अनुमति दी है कि वे खुले बाजार की बिक्री योजना (ओएमएसएस) के तहत ई-नीलामी में भाग लिए बिना सीधे एफसीआई डिपो से एक सीमा में गेहूं और चावल खरीद सकते हैं। एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि फिलहाल भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) ने इस काम से आठ राज्यों के लिए 79,027 टन गेहूं का निर्धारित कोटा और छह राज्यों के लिए 93,387 टन चावल का कोटा आवंटित किया है। यह आवंटन, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कानून से अधिक मात्रा की जरुरतों को पूरा करने और प्रधान मंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत अतिरिक्त आवंटन की जरुरत को पूरा करने के लिए किया गया है।
अप्रमाणित समाचारों का प्रसार ना करें
सरकार के पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी) ने कोरोना वायरस की खबर देते समय मीडिया को उच्चतम न्यायालय द्वारा दिए गए निर्देश को बुधवार को रेखांकित किया। इसमें प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और सोशल मीडिया सहित मीडिया को जिम्मेदारी की प्रबल भावना बरकरार रखने और यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है कि ऐसे अप्रमाणित समाचारों का प्रसार न होने पाए, जिनसे दहशत फैल सकती हो। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के तहत आने वाले पत्र सूचना कार्यालय ने एक बयान में कहा कि उच्चतम न्यायालय ने इस बात पर ध्यान दिया है कि शहरों में काम करने वाले कामगारों के बड़ी संख्या में पलायन का कारण इस फेक न्यूज (फर्जी खबर) के कारण फैली दहशत थी कि लॉकडाउन तीन महीने से ज्यादा अवधि तक चलने वाला है। बयान में कहा गया कि न्यायालय ने गौर किया है कि इलेक्ट्रॉनिक, प्रिंट और सोशल मीडिया द्वारा प्रसारित की जाने वाली फर्जी खबर की अनदेखी कर पाना उसके लिए संभव नहीं है क्योंकि इनसे फैली दहशत के कारण पलायन से लोगों की तकलीफें बढ़ गयी। इसके कारण कुछ लोगों को जान तक गंवानी पड़ी।
तबलीगी जमात के समर्थकों के हमले में चार पुलिसकर्मी घायल
बिहार के मधुबनी जिला के अंधराथाडी थाना अंतर्गत गिदडगंज गांव में तबलीगी जमात के समर्थकों द्वारा किए गए कथित पथराव में चार पुलिसकर्मी जख्मी हो गए । ग्रामीण लॉकडाउन का उल्लंघन कर ‘‘दीनी मज्लिस’’ का आयोजन कर रहे थे और पुलिस की टीम उन्हें मना करने गयी थी। पुलिस अधीक्षक सत्य प्रकाश ने बुधवार को बताया कि तत्काल यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि उक्त मज्लिस में शामिल हुए लोग क्या दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित मरकज के कार्यक्रम में शामिल होकर लौटे थे। उन्होंने बताया कि मंगलवार देर रात पुलिसकर्मियों पर पथराव करने वालों की पहचान कर उनकी गिरफ्तारी के लिए प्रयास जारी है ।
काटी गई किस्त वापस करने की पेशकश
सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ऑफ बड़ौदा (बीओबी) ने कहा है कि वह खुदरा कर्ज ग्राहकों को उनकी मार्च महीने में काटी गयी किस्त (ईएमआई) वापस करने की पेशकश कर रहा है ताकि ग्राहक कोरोना वायरस महामारी के कारण उत्पन्न संकट की स्थिति में अपनी नकदी जरूरतों को पूरा कर सके। बैंक ने यह विकल्प केवल मकान और वाहन कर्ज लिये ग्राहकों को दिया है। रिजर्व बैंक द्वारा सभी प्रकार के कर्ज (टर्म लोन) पर एक मार्च 2020 से 31 मई 2020 के दौरान ली जाने वाली मासिक किस्त पर तीन माह की रोक लगाने की घोषणा की गई है। केंद्रीय बैंक ने कोरोना वायरस महामारी की रोकथाम के लिये जारी ‘लॉकडाउन’ के कारण आर्थिक गतिविधियां प्रभावित होने और लोगों पर कर्ज वापसी बोझ को हल्का करने के लिये यह घोषणा की है।
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न्यायाधीशों ने ‘पीएम केयर्स’ में 50-50 हजार रुपये दान किये
प्रधान न्यायाधीश सहित उच्चतम न्यायालय के सभी न्यायाधीशों ने कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ राष्ट्र की लड़ाई में सहायता देने के लिये ‘प्रधानमंत्री नागरिक सहायता एवं आपात स्थिति राहत कोष’ (पीएम केयर्स) में 50-50 हजार रुपये दान में दिये हैं। शीर्ष न्यायालय के एक अधिकारी ने बताया कि सीजेआई सहित सभी 33 न्यायाधीशों ने इसमें 50-50 हजार रुपये का दान दिया है। उन्होंने बताया कि इस कोष के लिये चेक भेजे जा चुके हैं।
8,500 चिकित्सक और चिकित्सा कर्मी उपलब्ध कराये
सशस्त्र बलों ने कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों से निपटने के लिये देश भर में 9,000 से अधिक ‘हॉस्पिटल बेड’ और 8,500 से अधिक चिकित्सक तथा चिकित्सा कर्मी उपलब्ध कराये हैं। अधिकारियों ने बताया कि इसके अलावा, संक्रमित लोगों की बढ़ती संख्या से निपटने के लिये राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) के लगभग 25,000 स्वयंसेवकों को लामबंद किया गया है। उन्होंने इस महामारी का मुकाबला करने की सेना की कोशिशों की रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा समीक्षा करने के बाद यह जानकारी दी। सिंह ने कोरोना वायरस महामारी से निपटने के लिये नागरिक प्रशासन का सहयोग करने के उद्देश्य से सशस्त्र बलों के तीनों अंगों (थल सेना, नौसेना और वायुसेना) और रक्षा मंत्रालय की विभिन्न शाखाओं द्वारा दिये गये योगदान की एक वीडियो कांफ्रेंस में व्यापक समीक्षा की। उन्होंने यह वीडियो कांफ्रेंस सेना के शीर्ष अधिकारियों के साथ की। रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘रक्षा मंत्री ने सभी संगठनों को इस अहम वक्त पर अपनी कोशिशें दोगुनी करने और अन्य मंत्रालयों/ केंद्र सरकार के संगठनों के साथ करीबी समन्वय के साथ काम करने का निर्देश दिया।’’ प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत, नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह, वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आर के एसा भदौरिया, थल सेना प्रमुख एम एम नरवणे और रक्षा सचिव सचिव अजय कुमार सहित अन्य ने चर्चा में हिस्सा लिया।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद पहली बार विम्बलडन रद्द
दुनिया भर के खेल कैलेंडर को तहस नहस करने वाली कोरोना वायरस महामारी के कारण बुधवार को विम्बलडन रद्द कर दिया गया। दूसरे विश्व युद्ध के बाद पहली बार यह सबसे पुराना ग्रैंड स्लैम टेनिस टूर्नामेंट रद्द किया गया है। आल इंग्लैंड क्लब ने आपात बैठक के बाद यह घोषणा की कि इस साल यह टूर्नामेंट नहीं होगा। विम्बलडन क्लब के ग्रासकोर्टपर 29 जून से 12 जुलाई के बीच खेला जाना था। आयोजकों ने एक बयान में कहा, ''बड़े खेद के साथ आल इंग्लैंड क्लब के बोर्ड और चैम्पियनशिप की प्रबंध समिति ने आज फैसला किया है कि कोरोना वायरस महामारी के कारण विम्बलडन 2020 नही खेला जा सकेगा।’’ अब अगला सत्र 28 जून से 11 जुलाई 2021 के बीच होगा। यह टूर्नामेंट पहली बार 1877 में खेला गया और उसके बाद से हर साल होता आया है। सिर्फ 1915 से 1918 के बीच प्रथम विश्व युद्ध के दौरान और 1940 से 1945 के बीच दूसरे विश्व युद्ध के दौरान यह नहीं खेला गया।
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मोबाइल फोन की हो रही निगरानी
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को कहा कि कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के प्रयासों को और तेज करते हुए पृथक तौर पर रखे गए लोगों की आवाजाही को रोकने के लिए उनके मोबाइल फोन की निगरानी की जा रही है। मुख्यमंत्री ने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए आगाह किया कि घर पर पृथक रहने के सरकार के आदेश का पालन नहीं करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार ने मोबाइल नंबर की निगरानी के लिए बुधवार को दिल्ली पुलिस को 14,345 लोगों के फोन नंबर दिए। मंगलवार को 11,084 लोगों के नंबर दिए गए थे। उन्होंने कहा कि कुछ देश पृथक रूप से रखे गए लोगों की आवाजाही पर नजर रखने के लिए ऐसी तकनीक का इस्तेमाल कर रहे हैं ।
पद्मश्री निर्मल सिंह कोरोना वायरस से संक्रमित
पद्मश्री और स्वर्ण मंदिर के पूर्व ‘हजूरी रागी’ निर्मल सिंह के बुधवार को कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई। सिविल सर्जन प्रभदीप कौर जोहल ने कहा कि 62 वर्षीय ‘गुरबानी’ वाचक की जांच रिपोर्ट में संक्रमण की पुष्टि हुई है। उन्होंने कहा कि हाल ही में विदेश से लौटे सिंह को 30 मार्च को सांस फूलने और चक्कर आने की शिकायत के बाद गुरु नानक देव अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
बच्चे का नाम 'लॉक डाउन' , बच्ची का नाम 'कोरोना'
कोरोना वायरस के कारण उपजे भय और संकट के बीच नवजात बच्चों के नाम ‘लॉक डाउन‘ और ‘कोरोना’ रखे जाने की खबर आई है। गोरखपुर में जनता कर्फ्यू के दिन पैदा हुई एक नवजात बच्ची का नाम उसके माता-पिता ने 'कोरोना' रखा है जबकि एक सप्ताह बाद देवरिया जिले में पैदा हुए नवजात बच्चे का नाम 'लॉक डाउन' रखा गया है। देवरिया में खुखुंदू प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ. आरपी त्रिपाठी ने बुधवार को बताया कि रविवार 30 मार्च की शाम बच्चे ने जन्म लिया और उसका नाम उसके परिवार वालों ने 'लॉक डाउन' रख दिया। गोरखपुर के सोहगौरा गांव निवासी बबलू त्रिपाठी की पत्नी रागिनी ने जनता कर्फ्यू के दिन बेटी को जन्म दिया। उसके चाचा नितेश त्रिपाठी ने बच्ची का नाम 'कोरोना' रखा।
शिकायत और विदेश से निकालने के अनुरोध मिले
केंद्र सरकार की ओर से हाल में शुरू किए तंत्र पर 300 से ज्यादा शिकायतें आई हैं जिनमें लॉकडाउन (बंद) का पालन नहीं करने और विदेश से निकालने का अनुरोध शामिल है। अधिकारियों ने बुधवार को आंकड़ों के हवाले से बताया कि कुल 336 जन शिकायतों में से 28 लॉकडाउन का पालन नहीं करने के संबंध में थीं, विदेश से निकालने के संबंध में 25 अनुरोध आए और पृथक करने के संबंध में 14 शिकायतें आईं। अधिकारियों ने बताया कि नौ शिकायतें अस्पतालों में पर्याप्त सुविधाएं नहीं होने, सात शिकायतें परीक्षा के संबंध में और छह शिकायतें बंद के कारण किसी स्थान पर फंस जाने, पांच जरूरी सामान की आपूर्ति नहीं होने, चार उत्पीड़न के संबंध में थी और एक शिकायत पीएम केयर्स कोष में दान देने में आ रही परेशानी के संबंध में थी। उन्होंने बताया कि सरकार को 101 सुझाव मिले हैं और 136 शिकायतें अन्य श्रेणी में आती हैं।
अस्पतालों में पर्याप्त सहूलियतें नहीं होने के संबंध में अधिकारियों ने बताया कि लोगों ने दावा की अस्पतालों के पृथक वार्ड क्षमता से अधिक भरे हुए हैं, मास्क और सैनेटाइजर उपलब्ध नहीं हैं और अस्पतालों में मरीजों की जांच करने का सामान नहीं हैं। केंद्रीय कार्मिक राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने बुधवार को कोविड-19 से जुड़ी शिकायतों पर प्रशासनिक सुधार और लोक शिकायत विभाग (डीएआरपीजी) के राष्ट्रीय निगरानी डैशबोर्ड का शुभारंभ किया। इस राष्ट्रीय निगरानी डैशबोर्ड को https://darpg.gov.inपर विकसित किया गया है।
अमेरिका के लिए दो हफ्ते बहुत कठिन और दर्दनाक होंगे
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने चेतावनी दी है कि आने वाले दो हफ्ते देश के लिए बहुत कठिन होने वाले हैं। उन्होंने लोगों को कोरोना वायरस की महामारी के चलते कठिन दिनों के लिए तैयार रहने को कहा। उल्लेखनीय है व्हाइट हाउस ने आने वाले दिनों में कोरोना वायरस से एक लाख लोगों की मौत होने की चेतावनी दी है। ट्रम्प की टिप्पणी कोरोना वायरस पर गठित व्हाइट हाउस कार्यबल की सदस्य डेबोराह ब्रिक्स द्वारा वास्तविक आंकड़ों के आधार पर तैयार आकलन के बाद आया है। इसके मुताबिक अमेरिका में अगर 30 अप्रैल तक सामाजिक मेल मिलाप पर लगी रोक को सख्ती से लागू किया जाता है तब भी एक लाख से दो लाख लोगों की मौत हो सकती है।
-नीरज कुमार दुबे