By अनुराग गुप्ता | Jun 18, 2021
जलंधर। शिरोमणि अकाली दल (शिअद) अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसान आंदोलन को लेकर बड़ी बात कही है। उन्होंने कहा कि कृषि कानूनों के खिलाफ विरोधस्थलों पर बैठने वाले 80 फीसदी लोग अकाली दल के हैं। आपको बता दें कि कृषि कानूनों के खिलाफ नवंबर के आखिरी सप्ताह से किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है। किसानों की मांग है कि केंद्र सरकार तीनों कृषि कानूनों को वापस लें और न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) कानून बनाए।
न्यूज वेबसाइट हिन्दुस्तान टाइम्स के साथ बातचीत में शिअद अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि वह नहीं चाहते थे कि किसानों के आंदोलन को राजनीतिक समर्थन मिले। अगर ऐसा होता तो मोदी सरकार को आंदोलन को राजनीतिक खेल के रूप में पेश करने का एक बहाना मिल जाता। आपको बता दें कि किसानों के विरोध प्रदर्शन के चलते शिअद ने भाजपा के साथ 24 साल पुराने गठबंधन को तोड़ दिया था और केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल हरसिमरत कौर बादल ने इस्तीफा दे दिया था।
सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि हम किसानों के साथ खड़े हैं। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार ने जब संसद में कृषि कानूनों पर जोर दिया तो शिअद की एकमात्र मंत्री हरसिमरत ने इस्तीफा दे दिया और हम एनडीए से बाहर हो गए। इसी के साथ उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से किसानों की समस्या का निदान करने की पहल करने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को कृषि कानूनों को तुरंत ही वापस ले लेना चाहिए और अगर कृषि कानूनों को वापस नहीं लिया गया तो आंदोलन जारी रहेगा।
आपको बता दें कि आगामी पंजाब चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। इसी क्रम में भाजपा के बिना शिअद को चुनावी मैदान पर उतरना है। जिसके लिए रणनीतियां बनाई जा रही हैं। हालांकि, दलित वोटों को साधने के लिए सुखबीर सिंह बादल ने बसपा के साथ गठबंधन किया है। जो प्रदेश में कुल वोटों को तकरीबन 32 फीसदी है।