By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jul 11, 2024
एयर इंडिया और विस्तारा के विलय से दोनों एयरलाइंस के करीब 600 कर्मचारियों पर असर पड़ने की आशंका है। हालांकि, उन्हें टाटा समूह और एयर इंडिया समूह के भीतर अन्य इकाइयों में रोजगार देने की कोशिशें की जाएंगी। सूत्रों ने बुधवार को यह जानकारी दी।
घाटे में चल रही इन दोनों एयरलाइन कंपनियों का स्वामित्व टाटा समूह के पास है। इनके कर्मचारियों की संख्या कुल मिलाकर 23,000 से अधिक है। टाटा समूह अपने विमानन कारोबार को दुरुस्त करने के लिए अपनी एयरलाइंस के विलय की योजना पर काम रहा है।
विलय योजना से जुड़े सूत्रों ने पीटीआई-को बताया कि एयर इंडिया और विस्तारा के विलय से इनके करीब 600 कर्मचारी प्रभावित हो सकते हैं। ये कर्मचारी गैर-विमानन गतिविधियों से संबंधित कार्यों से जुड़े हैं।
सूत्रों ने कहा कि विलय प्रक्रिया से प्रभावित होने वाले इन कर्मचारियों को एयर इंडिया के साथ टाटा समूह की अन्य कंपनियों में रोजगार दिलाने के प्रयास किए जाएंगे। किसी भी समूह में समायोजित न हो पाने वाले कर्मचारियों के लिए स्वैच्छिक अलगाव योजना पैकेज लाया जाएगा।
सूत्रों के मुताबिक, विलय की प्रक्रिया सितंबर के अंत या अक्टूबर की शुरुआत में पूरा होने की उम्मीद है। यह प्रक्रिया पूरी होने पर ही प्रभावित कर्मचारियों की सही संख्या का अंदाजा मिल पाएगा। इस संबंध में एयर इंडिया की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
विलय प्रक्रिया को अमलीजामा पहनाने के लिए कवायद पिछले कुछ महीनों से चल रही है। इस दौरान एयरलाइंस के कर्मचारियों को उनके पिछले अनुभव, प्रदर्शन और अन्य कारकों को ध्यान में रखते हुए चयनित किया जा रहा है। हालांकि, सूत्रों ने यह स्पष्ट किया कि विलय प्रक्रिया का दोनों ही एयरलाइंस के चालक दल सदस्यों एवं पायलटों पर कोई असर नहीं पड़ेगा।