By अनुराग गुप्ता | Oct 27, 2021
साउथ अफ्रीका के विकेटकीपर बल्लेबाज क्विंटन डिकॉक ने खुद को ब्लैक लाइव्स मैटर (BLM) से अलग करते हुए क्रिकेट साउथ अफ्रीका (CSA) का आदेश मानने से इनकार कर दिया था। इतना ही नहीं उन्होंने टी-20 विश्व कप में वेस्टइंडीज के खिलाफ खुद को अनुपलब्ध करार दिया था। दरअसल, सीएसए ने सभी खिलाड़ियों को ब्लैक लाइव्स मैटर अभियान में शामिल होने का निर्देश दिया था।
इस मामले में सीएस ने क्विंटन डिकॉक के व्यक्तिगत फैसले का संज्ञान लिया है। क्विंटन डिकॉक ने पहले भी इस पहल में शामिल नहीं होने के संकेत देते हुए कहा था कि यह हर किसी का फैसला होना चाहिए, जीवन में किसी को कुछ भी करने के लिए मजबूर नहीं किया जाना चाहिए। मैं चीजों को इस तरह देखता हूं।
आपको बता दें कि अमेरिका में जॉर्ज फ्लॉयड के एक श्वेत पुलिस कर्मी के हाथों मारे जाने के बाद दुनियाभर में ब्लैक लाइव्स मैटर अभियान की शुरुआत हुई। इसको लेकर अमेरिका में भी काफी प्रदर्शन हुआ था। इस मुद्दे को लेकर साउथ अफ्रीका की टीम भी बटी हुई दिखाई दे रही है। मैच से पहले कुछ खिलाड़ियों ने घुटने के बल बैठकर अभियान का समर्थन किया तो कुछ ने खड़े होकर।पुराना है नस्लीय जिन्नसाउथ अफ्रीका की टीम में भेदभाव वाला नस्लीय जिन्न कोई पहली बार नहीं जागा है यह काफी पुराना है और इसके चलते उन्हें क्रिकेट से भी दूर रहना पड़ा था। साउथ अफ्रीका ने साल 1968-69 में इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज खेलने से इनकार कर दिया था क्योंकि इंग्लैंड की टीम में एक अश्वेत खिलाड़ी थी। इसके बाद साल 1970 में आईसीसी ने रंगभेद नीति को लेकर साउथ अफ्रीका टीम के खिलाफ वोट किया था। दरअसल, यह वोटिंग साउथ अफ्रीका टीम को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से निलंबित करने के लिए की गई थी।