By विजयेन्दर शर्मा | Mar 15, 2022
चंडीगढ़ । पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद कांग्रेस के 17 पूर्व कैबिनेट मंत्रियों समेत 40 विधायकों को अपने आलीशान फ्लैट खाली करने का आदेश दिया गया है। पता चला है कि पूर्व कैबिनेट मंत्रियों और पूर्व विधायकों को 26 मार्च तक फ्लैट खाली करने को कहा गया है । अगर इन आदेशों का पालन नहीं किया गया तो इन फ्लैटों का किराया कई गुना ज्यादा हो जाएगा ।
जानकारी के अनुसार पंजाब विधानसभा के विजयी विधायकों को चंडीगढ़ में रहने के लिए सेक्टर-2 और सेक्टर-4 में सरकारी फ्लैट दिए जाएंगे। इन फ्लैटों को आवंटित करने वाले सभी विधायकों को अगले चुनाव में हार का सामना करने के बाद फ्लैट खाली करने होंगे ताकि उनके स्थान पर विजयी विधायकों को आवास के लिए सरकारी फ्लैट आवंटित किए जा सकें। मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे भगवंत मान एक्शन मोड में आ गए हैं। पंजाब सरकार ने 57 पूर्व मंत्री और विधायकों को सरकारी बंगले खाली करने का अल्टीमेटम दे दिया है। इसके लिए सरकार ने 26 मार्च तक का समय दिया है। तय समय पर आवास खाली नहीं करने वालों को कई गुना किराया देना होगा।
पिछली सरकार में 17 पूर्व मंत्री और 40 पूर्व विधायकों को सरकारी आवास और बंगले आवंटित हुए थे। चूंकि अब सरकार बदल गई है तो उन्हें नियम के मुताबिक इन्हें खाली करना होगा। सरकार ने सभी 57 पूर्व मंत्री और विधायकों को बंगले खाली करने का अल्टीमेटम जारी किया है। इनमें पंजाब के पांच बार के मुख्यमंत्री रह चुके प्रकाश सिंह बादल, शिअद प्रधान सुखबीर बादल, कांग्रेस प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू, बिक्रम सिंह मजीठिया के नाम भी शामिल हैं।
पंजाब में सत्ता या विपक्ष में रहने वाले मंत्री और विधायकों को चंडीगढ़ में सरकारी आवास आवंटित किए जाते हैं। सत्ता से बाहर होने या फिर विधायक नहीं बनने की स्थिति में आवंटित आवासों को 15 दिन के भीतर खाली करना होता है। पंजाब विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने मुख्यमंत्री रहे चरणजीत सिंह चन्नी के नेतृत्व में चुनाव लड़ा था। पार्टी की तरफ से उन्हें चमकौर साहिब और भदौड़ विधानसभा सीट से चुनाव लड़ाया था। हालांकि वे इन दोनों सीटों से चुनाव हार गए। चुनाव परिणाम आने के बाद उन्होंने चंडीगढ़ स्थित मुख्यमंत्री आवास को खाली कर दिया है।
ज्ञात हो कि शहीद आजम शहीद भगत सिंह के पैतृक गांव खटकर कलां में आजभगवंत मान पंजाब के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे ।