By रेनू तिवारी | Nov 04, 2024
उत्तराखंड से सोमवार की सुबह बेहद ही दर्दनाक खबर सामने आयी हैं। अल्मोड़ा जिले के मरचूला के पास 35-45 यात्रियों को ले जा रही एक बस के गहरी खाई में गिर गयी। और इस हादसे में 36 से ज़्यादा लोगों की मौत हो गई। इसके अलावा कम से कम पाँच लोग लापता हैं और 10 लोग घायल हो गए हैं। घायलों को ऋषिकेश के एम्स में भेजा गया है।
उत्तराखंड मरचूला बस हादसा
उत्तराखंड के अल्मोड़ा में सोमवार को एक बस के खाई में गिरने से 36 लोगों की मौत हो गई और 19 लोग घायल हो गए। बस में 30 से अधिक लोग सवार थे। यह बस पौड़ी जिले के नैनीडांडा से नैनीताल के रामनगर जा रही थी। पुलिस और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) तथा राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की टीमें मरचूला के सल्ट इलाके में दुर्घटनास्थल पर हैं और बचाव अभियान जारी है। सूत्रों के अनुसार, बस में क्षमता से अधिक लोगों का सवार होना दुर्घटना का एक कारण हो सकता है। अल्मोड़ा के पुलिस अधीक्षक देवेंद्र पिंचा ने कहा कि मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है।
पुष्कर सिंह धामी ने घटना पर जताया दुख
दुर्घटना के दौरान बस से गिरे यात्रियों ने सुबह करीब 9 बजे अधिकारियों को दुर्घटना की सूचना दी। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपये और घायलों को 1-1 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। उन्होंने कुमाऊं मंडल के आयुक्त को घटना की मजिस्ट्रेट जांच करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने क्षेत्र के सहायक क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी (प्रवर्तन) को निलंबित करने का भी आदेश दिया है।
मुख्यमंत्री ने हिंदी में एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "अल्मोड़ा जिले के मरचूला में हुई दुर्भाग्यपूर्ण बस दुर्घटना में यात्रियों के हताहत होने की बहुत दुखद खबर मिली है। जिला प्रशासन को राहत और बचाव कार्य तेजी से चलाने के निर्देश दिए गए हैं।" उन्होंने अपनी पोस्ट में कहा, "दुर्घटना स्थल पर स्थानीय प्रशासन और एसडीआरएफ की टीमें घायलों को निकालने और उन्हें इलाज के लिए नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र ले जाने के लिए तेजी से काम कर रही हैं। जरूरत पड़ने पर गंभीर रूप से घायल यात्रियों को एयरलिफ्ट करने के भी निर्देश दिए गए हैं।"
मुख्य सचिव इसकी निगरानी कर रहे
इसके बाद उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी मीडिया के सामने आये हैं और कहा, "एक बस गहरी खाई में गिर गई, जिससे कई लोगों की जान चली गई। कई लोग घायल हुए हैं, उन्हें तुरंत चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए तुरंत एंबुलेंस की व्यवस्था की जा रही है...सभी अधिकारियों को मौके पर पहुंचने के निर्देश दिए गए हैं। घटना की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए गए हैं। इस घटना से जुड़े लोगों को निलंबित करने के भी आदेश दिए गए हैं। अगर कोई लापरवाही हुई तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। हमारी प्राथमिकता घायलों को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराना है, इसलिए सभी अस्पतालों को इसके लिए निर्देश दिए गए हैं। मुख्य सचिव इसकी निगरानी कर रहे हैं। सरकार घायलों के साथ-साथ मृतकों के शोक संतप्त परिवारों के साथ खड़ी है..."