By अंकित सिंह | May 29, 2023
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल लगभग एक ही समय सत्ता में आए थे। मोदी को जहां केंद्र की सत्ता मिली तो वहीं, केजरीवाल दिल्ली के मुख्यमंत्री बने। हालांकि, भाजपा ने दावा किया कि तब से दोनों ने जो हासिल किया है, उसके बीच एक अंतर था। भाजपा फिलहाल दिल्ली में केजरीवाल सरकार के खिलाफ जबरदस्त अभियान चला रही है और केंद्र की मोदी सरकार की उपलब्धियां बता रही है। इसको लेकर भाजपा ने दिल्ली के 17 विधानसभा क्षेत्रों में बैठकें आयोजित कीं।
मोदी बनाम केजरीवाल
इन बैठकों में भाजपा ने जहां मोदी सरकार की उपलब्धियां गिगाई तो वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री की कमी को लोगों के समक्ष रखा। राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े ने कहा कि कि पीएम मोदी ने लगभग एक साल के अंतराल में केंद्र में और केजरीवाल ने दिल्ली में सत्ता संभाली लेकिन उनकी उपलब्धियों में महत्वपूर्ण अंतर था। तावड़े ने कहा कि मोदी सरकार ने देश के करोड़ों लोगों के लिए जो किया है, आज देश ही नहीं, पूरी दुनिया उसकी तारीफ कर रही है, जबकि दिल्ली की केजरीवाल सरकार अब भी आरोप-प्रत्यारोप कर रही है। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल की गंदी राजनीति के कारण दिल्ली केंद्र सरकार की कई योजनाओं से वंचित रह गई।
यहां हुई भाजपा की बैठकें
दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने आरोप लगाया कि उन्होंने ऐसा कोई काम नहीं किया जिसके कारण केजरीवाल आम जनता के बीच जाकर उन्हें इसके बारे में बता सके। मोहल्ला क्लीनिक पर केजरीवाल का चेहरा आज चमक रहा है, लेकिन जरूरी दवाइयां तक नहीं मिल रही हैं। बीजेपी इन जन चेतना सभाओं में दिल्ली के लोगों द्वारा उठाई गई समस्याओं और उनके द्वारा दिए गए सुझावों पर काम करेगी और उनका समाधान करेगी। दिल्ली के जिन विधानसभा क्षेत्रों में बीजेपी ने ये सभाएं की उनमें बदरपुर, जनकपुरी, रोहिणी, मोती नगर, बिजवासन, महरौली, सीमापुरी, मुस्तफाबाद, कोंडली, त्रिनगर, तिलक नगर, बादली, किरारी, शकूर बस्ती, सदर बाजार, मादीपुर और मालवीय नगर शामिल हैं।