By दिव्यांशी भदौरिया | Dec 16, 2024
सनातन धर्म में ग्रहण काफी महत्व है। विज्ञान में ग्रहणों को सिर्फ खगोलीय घटना पर उत्साह से देखा जाता है। ज्योतिष शास्त्र में सूर्य को आत्मा माना गया है और चंद्रमा को मन और भावनाओं का प्रतिनिधित्व करता है। धार्मिक मान्यता है कि सूर्य और चंद्र ग्रहण स्वास्थ पर गहरा प्रभाव डाल सकता है और ग्रहण के साथ कई पौराणिक कहानियां जुड़ी हुई हैं। अगले साल 2025 में दो सूर्य ग्रहण और दो चंद्र ग्रहण लगेंगे।
2025 का पहला सूर्य ग्रहण
पहला सूर्य ग्रहण 29 मार्च को होगा और बरमूडा, बारबाडोस, ऑस्ट्रिया, बेल्जियम, डेनमार्क, फिनलैंड, नॉर्वे, जर्मनी, फ्रांस, हंगरी, आयरलैंड, मोरक्को, ग्रीनलैंड, पूर्वी कनाडा, उत्तरी ब्राजील, हॉलैंड जैसे क्षेत्रों में दिखाई देगा। , पुर्तगाल, उत्तरी रूस, स्पेन, स्वीडन, पोलैंड, यूक्रेन, स्विट्जरलैंड, इंग्लैंड और पूर्वी अमेरिका में दिखाई देगा। वहीं, यह सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा यानी के इसका कोआ प्रभाव नहीं होगा। इसलिए सूतक काल भी मान्य नहीं होगा।
2025 का दूसरा सूर्य ग्रहण
साल 2025 में दूसरा सूर्य ग्रहण 21 सितंबर को लगने वाला है। यह सूर्य ग्रहण सिर्फ न्यूजीलैंड, फिजी, अंटार्कटिका और ऑस्ट्रेलिया में दिखाई देगा। दूसरा सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखेगा और यह सूतक काल मान्य नहीं होगा।
2025 का पहला चंद्र ग्रहण
साल 2025 में पहला चंद्र ग्रहण 14 मार्च को लगेगा। यह चंद्र ग्रहण ऑस्ट्रेलिया, यूरोप, अफ्रीका, अमेरिका और अंटार्कटिका में नजर आएगा। बता दें कि, पहला चंद्र ग्रहण भारत में नजर नहीं आएगा और इसका कोई प्रभाव देखने को नहीं मिलेगा। भारत में इसका सूतक काल भी लागू नहीं होगा।
2025 का दूसरा चंद्र ग्रहण
साल 2025 का दूसरा चंद्र ग्रहण 7 सिंतबर को लगेगा। हालांकि, दूसरा चंद्र ग्रहण भारत में दिखाई देगा। चंद्र ग्रहण रात 09.55 बजे शुरु होगा और 8 सितंबर को सुबह 1.30 बजे तक रहेगा। आपको बता दें कि, ग्रहण से 9 घंटे पहले सूतक काल शुरु हो जाएगा। चंद्र ग्रहण भारत के अलावा ऑस्ट्रेलिया, यूरोप, न्यूजीलैंड, अमेरिका और अफ्रीका में नजर आएगा।