By अभिनय आकाश | Sep 28, 2024
संयुक्त राष्ट्र महासभा के 79वें सत्र में इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने क्षेत्र के मैप प्रस्तुत किए। इनमें एक मध्य पूर्व का नक्शा था जिसमें ईरान, सीरिया, इराक और यमन को काले रंग से रंगा गया था और उस पर अभिशाप लिखा था। वहीं बाएं हाथ में मिस्र, सूडान, सऊदी अरब और भारत सहित देशों को हरे रंग से रंगा गया था और इस पर आशीर्वाद लिखा था। इसमें इजरायल और उसके अरब सहयोगियों को हिंद महासागर और भूमध्य सागर के बीच एशिया और यूरोप को जोड़ने वाले एक सेतु पुल का निर्माण करते हुए दिखाता है। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने भाषण के दौरान कहा कि इस पुल के पार हम रेल लाइन, ऊर्जा पाइपलाइन, फाइबर ऑप्टिक केबल बिछाएंगे और यह दो अरब लोगों की बेहतरी के लिए काम करेगा।
सबसे चौकाने वाली बात ये थी की इन नक्शों में फिलिस्तीन के अस्तितव को मिटा दिया गया है। अब दुनिया के कई देशों की सरकार इन नक्शों को डिकोड करने में लगी हुईं हैं। नेतन्याहू ने दूसरा नक्शा दिखाते हुए कहा कि दूसरा नक्शा देखिए। यह अभिशाप का नक्शा है। यह आतंक के उस चक्र का नक्शा है जिसे ईरान ने हिंद महासागर से लेकर भूमध्य सागर तक बनाया और लागू किया है। अंतरराष्ट्रीय जलमार्गों को बंद कर दिया गया है। ईरान ने व्यापार को काट दिया। लाखों लोगों को नष्ट कर दिया है।
नेतन्याहू ने सात अक्टूबर 2023 को इजराइल की धरती पर हुए हमास के हमले के प्रति अपने देश की जवाबी कार्रवाई का बचाव किया। हमास के हमले की प्रतिक्रिया में चलाये गए इजराइली सैन्य अभियान ने गाजा पट्टी को तहस-नहस कर दिया। उन्होंने कहा कि इस साल मैं यहां नहीं आना चाहता था। मेरा देश अपना अस्तित्व बचाने के लिए युद्ध लड़ रहा है। लेकिन जब कई वक्ताओं द्वारा इस मंच से मेरे देश पर लगाए गए झूठे आरोप और (उसकी) बदनामी को मैंने सुना, तो यहां आने और सच्चाई को सामने लाने का फैसला किया। उन्होंने जोर देकर कहा कि इजराइल शांति चाहता है।