By नीरज कुमार दुबे | Nov 30, 2022
भारत और अमेरिका की सेनाओं का इस समय संयुक्त प्रशिक्षण अभ्यास उत्तराखंड के औली में किया जा रहा है। दोनों देशों के बीच युद्ध अभ्यास का यह 18वां संस्करण है और यह हाई-वोल्टेज सैन्य अभ्यास चीन सीमा से महज 100 किलोमीटर की दूरी पर किया जा रहा है। इस युद्ध अभ्यास के दौरान दोनों सेनाओं के प्रशिक्षण के दृश्य देखकर ड्रैगन समेत भारत के दुश्मनों का चौंकना स्वाभाविक है। हम आपको बता दें कि इस युद्ध अभ्यास के दौरान दोनों सेनाओं ने सर्वोत्तम रणनीति और तकनीक का आदान-प्रदान किया। दुश्मन क्या रणनीति बनाकर कैसे हमला करेगा, ऐसे विभिन्न पहलुओं को ध्यान में रखते हुए इस प्रशिक्षण के दौरान दुश्मन को मार गिराने का अभ्यास किया गया।
इस युद्ध अभ्यास के दौरान भारतीय सेना के जवानों ने निहत्थे युद्ध कौशल का भी प्रदर्शन किया। इस युद्ध अभ्यास के दौरान भारतीय सेना के प्रशिक्षित हमलावर कुत्तों और बाजों ने भी अपने कौशल का प्रदर्शन किया। कुत्तों ने अभ्यास के दौरान आतंकवाद विरोधी अभियानों में भाग लिया। इस बीच, अपनी तरह के पहले प्रयोग में बाजों को भी दुश्मन के ड्रोन को दूर रखने और उसे मार गिराने के लिए प्रशिक्षित किया गया। इन बाजों को अर्जुन नाम दिया गया है। प्रशिक्षण के दौरान दिखाया गया कि कैसे ड्रोन की आवाज सुनकर कुत्ता सेना के जवानों को अलर्ट कर देता है और अर्जुन बाज ड्रोन की लोकेशन को पता कर उसे हवा में ही मार गिराता है। यह तकनीक खासतौर पर भारतीय सेना के लिए जम्मू-कश्मीर और पंजाब के सीमाई इलाकों में काफी काम आ सकती है क्योंकि पाकिस्तान की ओर से अक्सर वहां ड्रोन भेजे जाते हैं।
यही नहीं, प्रशिक्षण के दौरान रूसी एमआई-17वी5 हेलीकॉप्टर पर सवार भारतीय और अमेरिकी सेना के जवानों ने ऊंचाई वाले इलाकों में ऑपरेशन का अभ्यास भी किया। इस दौरान भारत और अमेरिकी सेनाओं ने 'किल हाउस' अभ्यास किया।